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"अहम् यूनुस"..राजस्थान के यूनुस खान ने संस्कृत में ली विधायकी की शपथ

यूनुस खान (Rajasthan MLA Younus Khan) लंबे समय तक भाजपा में रहे हैं और वसुंधरा राजे के विश्वसनीय लोगों में से हैं. इस बार भाजपा से टिकट नहीं मिला तो निर्दलीय लड़े और जीते भी.

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युनूस खान राजस्थान की डीडवाना सीट से निर्दलीय के तौर पर जीते हैं. (फ़ोटो/सोशल मीडिया)

“अहम् यूनुस खान विधानसभाया: सदस्यत्वेन निर्वाचितोऽस्मि”

जैसा कि संस्कृत में खान साहब ने बताया कि उनका नाम यूनुस खान है, और वो संस्कृत में शपथ ले रहे हैं. यूनुस खान कौन हैं- राजस्थान की डीडवाना सीट से निर्दलीय के तौर पर जीते हैं, वसुंधरा राजे के भरोसेमंद रहे हैं, उनकी सरकार के दौर में इन्‍हें नंबर टू माना जाता था.

शपथग्रहण के पहले वो राजस्थान के देशनोक में करणी माता के मंदिर में दर्शन करने गए थे. हाथ में करणी माता की तस्वीर लिए उन्होंने अपनी फोटो सोशल मीडिया पर डाली और लिखा कि करणीमाता से क्षेत्र की खुशहाली के लिए प्रार्थना करता हूं.  

उनकी ट्विटर टाइमलाइन में थोड़ा नीचे ही गए थे कि वो बालाजी मंदिर में टीका लगवाते और कलावा बंधवाते नज़र आ गए. सोशल मीडिया या हमारे-आपके दिमाग में जितने भी स्टेरियोटाइप चलते हैं, वो सारे टूट जाएंगे. मिसाल के तौर पर खान साहब गौमाता को गुड़ खिला रहे हैं, और बता दें कि गौ माता शब्द उन्होंने खुद इस तस्वीर को पोस्ट करते हुए लिखा है. गौशाला के अलावा वो दरगाहों पर भी पहुंचते हैं, इलाके की शादियों में शरीक होते हैं, धर्म जाति किसी चीज का भेद नहीं करते.

यूनुस खान अकेले नहीं हैं, जिन्होंने संस्कृत में शपथ ली हो, राजस्‍थान विधानसभा में उदयलाल भड़ाना, गोपाल शर्मा, जोगेश्वर गर्ग, कैलाश चंद्र मीणा, छगन सिंह राजपुरोहित, जेठानंद व्यास, जोराराम कुमावत ने संस्कृत में शपथ ली, वहीं यूनुस खान के अलावा अलवर जिले की रामगढ़ विधानसभा से विधायक जुबेर खान ने भी संस्कृत में शपथ लेने को चुना.

यूनुस खान लंबे समय तक बीजेपी में रहे. इस बार निर्दलीय जीतकर आए हैं. यूनुस खान को इससे पहले बीजेपी ने टोंक से सचिन पायलट के खिलाफ उतार दिया था, जहां से वो हार गए, 
और इस बार उनका टिकट ही कट गया. टिकट कट गया हो लेकिन वो अपनी जड़ों से नहीं कटे, राष्ट्रवादी सोच रखते हैं, गंगा-जमनी तहजीब का चेहरा हैं, काम करते हैं, किसके लिए कर रहे हैं, इसका भेद नहीं करते.

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