The Lallantop

जनसंख्या नियंत्रण पर बोले सीएम योगी, 'एक ही वर्ग की आबादी बढ़ने से अराजकता जन्म लेती है'

विश्व जनसंख्या दिवस के मौके पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पॉपुलेशन कंट्रोल पर बोल रहे थे.

post-main-image
योगी आदित्यनाथ (फोटो-आजतक)

विश्व जनसंख्या दिवस (World Population Day) पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने परिवार नियोजन को लेकर बयान दिया. लखनऊ में एक कार्यक्रम में यूपी की बढ़ती आबादी पर चिंता जताते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह ध्यान रखना होगा कि जनसंख्या नियंत्रण का कार्यक्रम सफलतापूर्वक आगे बढ़े, लेकिन इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि जनसांख्यिकी असंतुलन पैदा न होने पाए. इसके अलावा उन्होंने रिलीजियस डेमोग्राफी जैसे टॉपिक पर भी बात की.

कार्यक्रम में भाषण देते हुए सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा-

जब हम परिवार नियोजन और जनसंख्या स्थिरीकरण की बात करते हैं, तब इस बात को ध्यान में रखना होगा कि जनसंख्या नियंत्रण का कार्यक्रम सफलतापूर्वक आगे बढ़े. लेकिन जनसांख्यिकी असंतुलन की स्थिति भी पैदा ना होने पाए. ऐसा न हो कि किसी वर्ग की आबादी के बढ़ने की स्पीड, उनका प्रतिशत ज्यादा हो, और कुछ जो मूलनिवासी हों उनके जनसंख्या स्थिरीकरण में हम लोग जागरूकता के माध्यम से, इन्फॉर्मसमेंट के माध्यम से उसको नियंत्रित करके जनसंख्या संतुलन की स्थिति पैदा करें. यह एक चिंता का विषय है, हरेक उस देश के लिए जहां पर जनसंख्या संतुलन की स्थिति पैदा होती है, जनसांख्यिकीय असंतुलन की स्थिति पैदा होती है.

 

रिलीजियस डेमोग्राफी पर भी इसका असर पड़ता है. एक समय के बाद वहां अव्यवस्था और अराजकता जन्म लेने लगती है, इसलिए जनसंख्या स्थिरीकरण के प्रयासों से जाति, मत-मजहब, क्षेत्र, भाषा से ऊपर उठकर समाज में समान रूप से जागरूकता के व्यापक कार्यक्रम के साथ जुड़ने की जरूरत है.

सीएम योगी ने कहा,

हमारे सामने सामान्य रूप से एक समस्या देखने को मिलती है कि किसी एक वर्ग विशेष में मातृ मृत्यु दर (Maternal Mortality Rate) और शिशु मृत्यु दर (Infant Mortality Rate) भी ज्यादा है. दो बच्चों के बीच अंतर कम न हो.

सीएम ने ये भी कहा कि जनसंख्या स्थिरीकरण की दिशा में हो रहे बेहतरीन प्रयास को जन सहभागिता और अंतर विभागीय समन्वय के माध्यम से आगे बढ़ाया जाए. उन्होंने कहा कि देश और समाज के विकास में सबसे बड़ा अवरोध जनसंख्या वृद्धि है. यह समाज में व्याप्त कई तरह के असंतुलनों का कारक है.

योगी आदित्यनाथ ने आह्वान करते हुए कहा कि भारत को एक सशक्त राष्ट्र बनाने के लिए विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर जनसंख्या वृद्धि के दुष्प्रभावों को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए लोग संकल्प लें.

बता दें कि उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष अशफाक सैफी ने पिछले महीने 26 जून को जनसंख्या नियंत्रण बिल लाने की सिफारिश की थी. उनका कहना है कि देश में बढ़ती आबादी की वजह से समस्याएं बढ़ गई हैं, उन पर नियंत्रण पाने के लिए जनसंख्या नियंत्रण बिल बेहद जरूरी है.

जुलाई 2021 की नवभारत टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक अनुमान है कि अभी यूपी की आबादी तकरीबन 23 करोड़ है. 2011 की जनगणना के मुताबिक प्रदेश की कुल जनसंख्या 19 करोड़ 98 लाख 12 हजार 341 थी जो कि भारत की कुल आबादी का 16.5 फीसदी था. वहीं यूपी का प्रयागराज 59 लाख 54 हजार 391 की आबादी के साथ प्रदेश में पहले नंबर पर था. 

देखें वीडियो- योगी सरकार 2.0 ने पहले 100 दिनों में रोजगार और महंगाई के लिए क्या किया?