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'ताइवान पर सेना का इस्तेमाल बंद नहीं होगा', पार्टी के अधिवेशन में बोले शी जिनपिंग

शी जिनपिंग ने कहा कि ताइवान चीन का हिस्सा है.

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चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (फोटो- ग्लोबल टाइम्स)

चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) की 20वीं कांग्रेस की शुरुआत हो गई है. पार्टी कांग्रेस एक हफ्ते तक चलेगी. अधिवेशन के पहले दिन 16 अक्टूबर राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) ने अपने कार्यकाल में लिए गए फैसलों का बचाव किया. चाहे वह जीरो कोविड पॉलिसी हो या ताइवान में फोर्स के इस्तेमाल का. शी जिनपिंग ने कहा कि ताइवान चीन का हिस्सा है और इसे अपने में पूरी तरह मिलाने के लिए फोर्स के इस्तेमाल से इनकार नहीं किया जा सकता है. हालांकि उन्होंने कहा कि चीन हमेशा एक शांतिपूर्ण समाधान चाहता है.

ताइवान चीन के दक्षिण-पूर्वी तट पर बसा एक स्वतंत्र देश है. लेकिन चीन इसे अपने ही एक प्रांत के रूप में देखता है. वो ताइवान की स्वायत्ता को नहीं मानता है. जबकि ताइवान का अपना संविधान है और चुनी हुई सरकार है.

‘ताइवान का फैसला चीन की जनता करेगी’

शी जिनपिंग ने अपने भाषण में कहा कि चीन ने हमेशा ताइवान के लोगों का सम्मान किया है और उनका ध्यान रखा है. उन्होंने कहा कि कम्युनिस्ट पार्टी ताइवान मुद्दे के समाधान के लिए अपनी पॉलिसी लागू करेगी. चीन ताइवान स्ट्रेट (जलडमरुमध्य) के आसपास आर्थिक और सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है. चीनी राष्ट्रपति ने कहा, 

"ताइवान मुद्दे का समाधान चीन की जनता का काम है. और इसका फैसला चीन की जनता ही करेगी. हम ताइवान को शांतिपूर्ण तरीके से मिलाने पर जोर देते हैं लेकिन हम ये वादा नहीं कर सकते कि फोर्स का इस्तेमाल नहीं होगा."

इसके अलावा जिनपिंग ने हांग कांग के मुद्दे पर कहा कि यहां चीन का अत्यधिक नियंत्रण है. उन्होंने कहा कि हांग कांग की स्थिति अब अराजकता से शासन की ओर है. जिनपिंग के मुताबिक, 'एक देश, दो सिस्टम' सबसे बेहतरीन प्रणाली है और लंबे समय तक चलनी चाहिए. साल 2019 में चीन ने लोकतंत्र समर्थित प्रदर्शनों के बाद वहां राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू कर दिया था.

शी जिनपिंग ने कहा कि चीन आय के वितरण की प्रणाली में सुधार करेगा. उन्होंने कहा, 

"हम राष्ट्रीय सुरक्षा और सामाजिक स्थिरता को सुनिश्चित करेंगे. हम खाद्य सुरक्षा को सुनिश्चित करेंगे. धर्म को समाजवादी समाज के साथ अनुकूल बनाने के लिए सक्रिय रूप से काम करेंगे."

चीन विस्तारवाद के खिलाफ- शी

राष्ट्रपति ने कहा कि चीन कभी वर्चस्ववाद और विस्तारवाद में शामिल नहीं होगा. जिनपिंग ने कहा कि चीन हर तरीके की पावर पॉलिटिक्स और वर्चस्ववाद, शीत युद्ध की मानसिकता, दूसरे देशों के आंतरिक मामलों में दखलंदाजी के खिलाफ है.

चीनी राष्ट्रपति ने कम्युनिस्ट पार्टी के शासन की तारीफ करते हुए कहा कि सरकार ने कोविड महामारी के दौरान लोगों को प्राथमिकता दी. जिनपिंग ने कहा कि सरकार ने प्राथमिकता के साथ लोगों की सुरक्षा और स्वास्थ्य का ध्यान रखा. इससे महामारी को रोकने में भी मदद मिली. कोविड के दौरान चीन सरकार ने जीरो कोविड पॉलिसी के तहत बड़े शहरों को लंबे समय तक बंद करने के साथ, यात्राओं और बिजनेस को पूरी तरह बंद कर दिया था.

तीसरी बार राष्ट्रपति बनेंगे जिनपिंग?

शी जिनपिंग साल 2012 से चीन के राष्ट्रपति हैं. राष्ट्रपति के अलावा वे चीन की कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) के महासचिव हैं. यानी पार्टी के सबसे बड़े नेता. साथ ही चीन की सशस्त्र सेनाओं के अध्यक्ष भी हैं. पार्टी कांग्रेस में उनके इन सभी पदों पर बने रहने का फैसला लिया जा सकता है. अगर ऐसा होता है तो शी जिनपिंग का राष्ट्रपति के रूप में यह तीसरा कार्यकाल होगा. जिनपिंग ने साल 2018 में संविधान में बदलाव किया था जिससे दो टर्म की सीमा खत्म हो गई थी.

पार्टी कांग्रेस के लिए देश भर से 2300 प्रतिनिधि हिस्सा लेने पहुंचे हैं. इसमें पार्टी की 200 सदस्यों वाली सेंट्रल कमिटी और 179 वैकल्पिक सदस्यों को चुना जाएगा. फिर सेंट्रल कमिटी कम्युनिस्ट पार्टी के पोलित ब्यूरो में 25 लोगों को चुनेगी. इसके बाद पोलित ब्यूरो स्टैंडिंग कमिटी के सदस्यों का चुनाव होगा. मौजूदा स्टैंडिंग कमिटी में 7 सदस्य हैं, जिनमें महासचिव शी जिनपिंग भी शामिल हैं.

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