याद है "थ्री इडियट्स" का वो झकास सीन? जब आमिर खान और गैंग ‘स्पर्म रेस’ पर ज्ञान बिखेर रहे थे, और प्रोफेसर वायरस अपने गजनी स्टाइल में समझा रहे थे —"करोड़ों स्पर्म दौड़ते हैं... लेकिन जीतता है सिर्फ एक!" बोले तो भाई, कॉम्पिटिशन तो जन्म से पहले ही चालू है! वो सीन जितना LOL था, उतना ही दिमाग खोलने वाला भी — क्योंकि कभी सोचा था कि हँसते-हँसते भी कोई fertility awareness फैल सकती है? और अब जनाब, वही ‘स्पर्म रेस’ बड़े परदे से निकलकर असलियत की दौड़ बन चुकी है... और वो भी फुल हाई-टेक कैमरा एंगल्स और लाइव कमेंट्री के साथ!
स्पर्म की ऐसी रेस होगी, सारी दुनिया लाइव देखेगी, मामला मर्दों से जुड़ा है
25 अप्रैल को Los Angeles में बनने वाला है इतिहास का सबसे अनोखा रेस ट्रैक — जहाँ दौड़ेंगे स्पर्म! हाँ, सही सुना — स्पर्म रेस! दुनिया की पहली ऐसी रेस, जहाँ न स्पाइक्स होंगे, न स्टार्टिंग गन — लेकिन मकसद होगा एकदम दमदार. मर्दों की गिरती फर्टिलिटी पर सीधी बात, और वो भी हाई-स्पीड में. और टैगलाइन? "इस बार, जल्दी खत्म करना अच्छा है!"... मतलब... जो रेस में सबसे पहले फिनिश लाइन पार करेगा — वही चैंपियन! अब बोलिए, ऐसा इवेंट देखा है कहीं?


NYPOST की रिपोर्ट के मुताबिक, 25 अप्रैल को लॉस एंजेलिस बनने वाला है इतिहास का सबसे अनोखा रेस ट्रैक — जहाँ दौड़ेंगे स्पर्म! हाँ, सही सुना — स्पर्म रेस! दुनिया की पहली ऐसी रेस, जहाँ न स्पाइक्स होंगे, न स्टार्टिंग गन — लेकिन मकसद होगा एकदम दमदार. मर्दों की गिरती फर्टिलिटी पर सीधी बात, और वो भी हाई-स्पीड में. और टैगलाइन? “इस बार, जल्दी खत्म करना अच्छा है!”
25 अप्रैल, लोकेशन: ग्लैमरस लॉस एंजेलिस —
दुनिया की पहली “स्पर्म रेस” होने जा रही है! और इवेंट का मिशन? मजेदार अंदाज़ में मर्दों की गिरती फर्टिलिटी पर फुल ऑन फोकस!
क्योंकि अब बात सिर्फ बच्चे पैदा करने की नहीं, बात है सेहत, स्टाइल और साइंस की!
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स्पर्म रेस: साइंस, मस्ती और जागरूकता एक ट्रैक परइस इवेंट की टैगलाइन है — "इस बार, जल्दी खत्म करना अच्छा है!" पहली नजर में ये मजाक लग सकता है, लेकिन इस रेस का मकसद बहुत सीरियस है. ह्यूमन रिप्रोडक्शन अपडेट के मुताबिक दुनियाभर में पुरुषों की फर्टिलिटी तेजी से गिर रही है, और लोग इस पर बात करने से कतराते हैं. तो इस टीम ने सोचा — क्यों न इसे फन और साइंस के साथ पेश किया जाए?
घोड़ों की रेस तो आपने देखी होगी — Belmont Stakes, Kentucky Derby वगैरह. लेकिन यहां रेस होगी दो असली शुक्राणुओं के बीच — जो सिर्फ 0.05 मिमी लंबे होते हैं! ये भागेंगे एक 20 सेंटीमीटर लंबे माइक्रो ट्रैक पर, जो महिला प्रजनन प्रणाली की तरह डिजाइन किया गया है. ट्रैक में होंगे कैमिकल सिग्नल्स, फ्लुइड्स की रफ्तार और एकदम सिंक्रोनाइज़्ड स्टार्ट — जैसे असली बॉडी में होता है!

जो भी स्पर्म सबसे पहले "फिनिश लाइन" पार करेगा, वही विनर! कैमरे की हाई-टेक्नोलॉजी से ये रेस लाइव ट्रैक की जाएगी. और हाँ, स्पर्म्स की स्पीड लगभग 5 मिमी प्रति मिनट होती है, तो ये रेस चंद सेकंड में भी खत्म हो सकती है... या फिर पूरे एक घंटे तक भी चल सकती है!
किसने शुरू किया ये क्रांतिकारी आइडिया?इस मज़ेदार लेकिन ज़रूरी पहल के पीछे है एक स्टार्टअप — Sperm Racing, जिसकी शुरुआत की टेक एक्सपर्ट्स एरिक झू, निक स्मॉल, शेन फैन और गैरेट निकोनिएंको ने.इन्होंने 1 मिलियन डॉलर (यानी करीब 8 करोड़ रुपए) का फंड भी जुटा लिया है इस प्रोजेक्ट के लिए. एरिक झू कहते हैं,
इतने छोटे दांव कभी इतने बड़े नहीं लगे!
वो ये भी कहते हैं कि ये कोई मज़ाक नहीं है — यह पुरुषों की सेहत और समाज के एक अहम लेकिन छुपे हुए मुद्दे को लेकर जागरूकता फैलाने की एक कोशिश है.
मिलेगा IPL 2025 वाला एक्सपीरियंस!इस इवेंट को बनाया गया है एकदम बॉलीवुड-हॉलीवुड स्टाइल में — हर मूवमेंट हाई-रेज़ोल्यूशन कैमरों से कैप्चर होगी, लाइव स्ट्रीमिंग होगी, स्पोर्ट्स कमेंट्री होगी, और तो और — लीडरबोर्ड्स, इंस्टंट रिप्ले और ऑनलाइन बेटिंग भी होगी बोले तो सोचिए — आपका फेवरेट "स्पर्म एथलीट" कौन होगा?

एक रिपोर्ट के मुताबिक, 1973 से 2018 के बीच पुरुषों में शुक्राणुओं की संख्या 50% से ज़्यादा कम हो चुकी है. ये 101 मिलियन से घटकर सिर्फ 49 मिलियन प्रति मि.ली. पर पहुंच चुकी है. इसके पीछे कारण हैं — मोटापा, स्मोकिंग, तनाव, निष्क्रिय जीवनशैली और जहरीले रसायनों से एक्सपोजर. एरिक झू कहते हैं,
ये सब धीरे-धीरे हो रहा है, और कोई इस पर बात ही नहीं कर रहा. हम इस चुप्पी को तोड़ना चाहते हैं.
तो ये सिर्फ एक रेस नहीं... एक मैसेज है! इस रेस के कर्ता धर्ता एरिक झू के शब्दों में,
सेहत रेस है... और हर किसी को स्टार्टिंग लाइन पर खड़े होने का मौका मिलना चाहिए.
"एक दौर था जब स्पर्म सिर्फ लैब्स में माइक्रोस्कोप के नीचे देखे जाते थे… फिर आया विकी डोनर — जहाँ स्पर्म बना पर्दे का हीरो. और अब, स्पर्म रेस — जहाँ वो ट्रैक पर दौड़ रहा है, पूरी दुनिया के सामने!"

ना ये कोई हॉर्स रेस है, ना कोई मैराथन... ये है इंसानी अस्तित्व की सबसे पहली रेस. जहाँ जीतने वाला जन्म लेता है — और हारने वाले इतिहास बन जाते हैं.
विकी डोनर ने कहा — ‘डोनेशन में क्या शर्म?’
स्पर्म रेस कहती है — ‘अब वक्त है इस चुप्पी को खत्म करने का.’
क्योंकि ये रेस सिर्फ मस्ती की नहीं, मर्दों की बदलती सेहत की कहानी है. एक ऐसा सच, जो सालों से पर्दे के पीछे था — अब ट्रैक पर है, कैमरों के सामने. तो अगली बार जब कोई "विकी डोनर" देखकर मुस्कुराए — उसे याद दिलाइए...
‘नाम स्पर्म है… काम है दौड़ना… और मकसद है ज़िंदगी देना!’
वीडियो: सेहत: आदमियों में घटते स्पर्म काउंट की वजह जान लीजिए