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मध्य प्रदेश में महिला डॉक्टर को बीच सड़क पर रोका, कपड़े फाड़े, जो बचाने आया उसे भी बुरी तरह पीटा

महिला ने पुलिस पर आरोप लगाया कि उन्होंने जो शिकायत की, वो FIR में नहीं लिखा था.

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उज्जैन में घर लौट रही फिजियोथेरेपिस्ट के उत्पीड़न मामले पर SP कार्यालय का घेराव (फोटो: @INCMP)

मध्य प्रदेश के उज्जैन में एक फिजियोथेरेपिस्ट के साथ यौन उत्पीड़न का मामला सामने आया है. पीड़िता का आरोप है कि कुछ लड़कों ने उनके कपड़े फाड़े, गलत तरीके से छुआ और मारपीट की. बताया जा रहा है कि इस दौरान उन्हें बचाने आए युवक को भी आरोपियों ने बुरी तरह पीटा. आजतक के संदीप कुलश्रेष्ठ की रिपोर्ट के मुताबिक, इस मामले के मुख्य आरोपी को पकड़ लिया गया है. वहीं पीड़िता ने आजतक से बात करते हुए कहा कि इस मामले में धर्म को बीच में क्यों लाया जा रहा है. पीड़िता ने ट्विटर पर भी पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए इंसाफ की गुहार लगाई है.

रिपोर्ट के मुताबिक, घटना उज्जैन के खाराकुआ थाना क्षेत्र के मिर्चीनाला इलाके की बताई जा रही है. 28 जुलाई की शाम 6 बजे महिला फिजियोथेरेपिस्ट स्कूटी से इस इलाके की गली से जा रही थीं. आरोप है कि इसी दौरान गली में खड़े हितेश बड़वाया नाम के युवक ने फिजियोथेरेपिस्ट की स्कूटी रोकी और चाबी निकाल ली. पीड़िता ने आजतक से बताया,

"मिर्चीनाला वाले रास्ते पर कुछ लड़के थे, जिन्होंने मेरे साथ बदतमीजी की. मैं गाड़ी पर थी, पीछे से उन्होंने मेरा स्टॉल खींचा. मैं रुकी तो उन्होंने गाड़ी की चाबी निकाल ली. उन लोगों ने मेरे कपड़े फाड़े."

पीड़िता के मुताबिक, इस दौरान एक शख्स जो उनकी मदद करने आया उसे भी उन लोगों ने बुरी तरह पीटा. पीड़िता ने बताया,

“उस बेचारे बंदे ने मेरी मदद की, तो उसे उन लोगों ने (आरोपियों ने) जानवरों की तरह पीटा. उस बंदे ने मुझसे कहा कि मैं भाग जाऊं. मैं भागती कैसे, मेरी गाड़ी की चाबी उन लोगों के पास थी. मैं जब गई तो उस लड़के (आरोपी) ने मुझे ऐसा चांटा मारा कि मेरे होंठ से खून निकलने लगा. उसके बाद मुझे गाली दी…गंदी-गंदी तरह टच किया.”

पीड़िता ने पुलिस की कार्रवाई पर भी आरोप लगाते हुए कहा,

“मैंने FIR लिखवाई, तो मेरी FIR भी पलट दी गई, जो मैंने बोला वो FIR में नहीं था. वहां पुलिस वाले आए थे. उन्होंने देखा भी कि उन लोगों के हाथ में तलवार और डंडे थे. फिर भी उन लोगों ने आरोपियों को पकड़ा नहीं.”

पीड़िता ने सवाल किया कि इस मामले में लोग धर्म को क्यों ला रहे हैं? उन्होंने आगे बताया,

“शिवराज सिंह ने बोला है, ‘बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ’, क्या वो मेरे मामा नहीं हैं? मैं एक डॉक्टर हूं, मैं तो चाहती हूं कि इसमें धर्म को ना लाया जाए. लेकिन सब इसमें धर्म को क्यों ला रहे हैं, मैं तो कभी किसी पेशेंट में फर्क नहीं करती हूं. फिर मेरे साथ ऐसा क्यों हो रहा है?”

इस घटना के बाद 29 जुलाई को भारी संख्या में लोगों ने कांग्रेस की नेता नूरी खान के साथ पुलिस अधीक्षक (SP) ऑफिस का घेराव किया. लोग आरोपियों के खिलाफ एक्शन की मांग कर रहे थे. 

वहीं उज्जैन के SP सचिन शर्मा ने बताया कि मामले की जांच हो रही है. पीड़िता का मेडिकल करा लिया गया है. CCTV फुटेज के आधार पर मुख्य आरोपी को कस्टडी में ले लिया गया है. बाकी आरोपियों को भी जल्द पकड़ लिया जाएगा.

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