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कौन हैं रघुविंदर शौकीन जिन्हें AAP ने कैलाश गहलोत के जाते ही मंत्री बना दिया?

AAP के प्रमुख जाट नेता कैलाश गहलोत ने 17 नवंबर को पार्टी छोड़ी, अगले दिन BJP जॉइन कर लिया. वहीं AAP ने अब आतिशी कैबिनेट में एक अन्य जाट विधायक की एंट्री कराई है. जानिए कौन हैं रघुविंदर शौकीन.

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दो बार के AAP विधायक रघुविंदर शौकीन को अब कैबिनेट में जगह दी गई है. (फाइल फोटो: X)

आम आदमी पार्टी (AAP) के प्रमुख जाट नेता कैलाश गहलोत ने पार्टी छोड़ दी है. वो BJP में शामिल हो गए हैं. कैलाश गहलोत दिल्ली की AAP सरकार में परिवहन मंत्री थे. इसके अलावा उनके पास प्रशासनिक सुधार, सूचना व प्रौद्योगिकी, गृह, महिला और बाल विकास विभाग की भी जिम्मेदारी थी. गहलोत के जाने के बाद आतिशी कैबिनेट में एक दूसरे जाट विधायक की एंट्री कराई गई है. नाम है, रघुविंदर शौकीन. 

AAP से पहले BJP में थे रघुविंदर शौकीन

रघुविंदर शौकीन दिल्ली के नांगलोई जाट सीट से विधायक हैं. इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक रघुविंदर शौकीन ने साल 2015 में AAP जॉइन की थी. इससे पहले वो BJP के साथ थे. साल 2012 में शौकीन BJP की ओर से उत्तरी दिल्ली के वॉर्ड नंबर-44 कमरुद्दीन नगर से पार्षद बने थे.

Raghuvinder Shokeen
(स्क्रीनशॉट:https://myneta.info)

इसके बाद उन्होंने दिल्ली विधानसभा चुनाव लड़ा. 2015 का दिल्ली विधानसभा चुनाव उन्होंने AAP के टिकट पर नांगलोई जाट सीट से लड़ा और जीता. इसके बाद 2020 के विधानसभा चुनाव में भी AAP ने रघुविंदर शौकीन नांगलोई जाट सीट पर उतारा और उन्होंने जीत दर्ज की. 

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आतिशी सरकार में क्या जिम्मेदारी मिलेगी?

अभी ये साफ नहीं है कि शौकीन को कौन से विभाग दिए जाएंगे. इंडियन एक्सप्रेट की रिपोर्ट के मुताबिक पार्टी के अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि उन्हें गहलोत के विभागों का प्रभार दिए जाने की संभावना है. जाट नेता कैलाश गहलोत के जाते ही रघुविंदर शौकीन को आतिशी सरकार में जगह देने की जल्दबाजी दिल्ली की राजनीति में जाट वोटों की अहमियत दिखाती है.

रिपोर्ट के मुताबिक AAP के एक वरिष्ठ नेता ने कहा,

"शौकीन एक जाट चेहरा हैं और उनकी मौजूदगी शहर के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले मतदाताओं को प्रभावित करेगी. दिल्ली में जाट वोट प्रतिशत केवल 4-5 प्रतिशत है, लेकिन उनकी छवि अधिक वोट हासिल करने में मदद करेगी. दिल्ली के ग्रामीण इलाकों में पश्चिमी यूपी और बिहार से आए मजदूरों की आबादी भी बढ़ रही है, जो अनधिकृत कॉलोनियों में बस गए हैं. इसलिए, उन्हें मंत्री बनाए जाने से चुनावों से पहले बड़ा असर पड़ेगा."

रघुविंदर शौकीन ने कुरुक्षेत्र के रीजनल इंजीनियरिंग कॉलेज से इंजीनियरिंग में B.Sc किया है. वो दिल्ली के गांवों और कई दूसरी जगहों पर कई प्राइमरी स्कूल चलाते हैं. 

जनवरी-फरवरी 2025 में दिल्ली विधानसभा चुनाव होना है. 2015 और 2020 में लगातार शानदार जीत हासिल करने वाली AAP लगातार तीसरी बार जीत हासिल करने की कोशिश में जुटी हुई है. इसमें जाट समुदाय की भूमिका अहम होगी.

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