The Lallantop

छत्तीसगढ़ के नए CM होंगे विष्णुदेव साय, जिनके लिए अमित शाह ने कहा था - 'बड़ा आदमी बनाएंगे!'

आदिवासी समाज से आने वाले विष्णु देव साई ने इस बार के चुनाव में कुनकुरी विधानसभा सीट से जीत दर्ज की. इन्हें केंद्रीय संगठन और पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह का क़रीबी माना जाता है.

post-main-image
भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने विष्णु देव साय को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के रूप में चुना है. (फ़ोटो - इंडिया टुडे)

मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में भारतीय जनता पार्टी की प्रचंड जीत के बाद एक ही सवाल पर सबकी आंखे टिकी थीं - मुख्यमंत्री कौन होंगे? पार्टी पुराने चावल चलेगी या नए पत्ते खोलेगी? तीन में से एक राज्य की स्थिति साफ़ हो गई है. छत्तीसगढ़ को एक ‘नया’ मुख्यमंत्री मिलने जा रहा है.

इंडिया टुडे की इनपुट्स के मुताबिक़, छत्तीसगढ़ के नए मुख्यमंत्री होंगे विष्णुदेव साय. 

कौन हैं विष्णुदेव साय?

पहले ख़बरें थी कि सोमवार, 11 दिसंबर तक तीनों नामों पर फ़ैसला आएगा. मगर आज, 10 दिसंबर को ही भाजपा के विधायक दल की बैठक में फैसला ले लिया गया. रायपुर में हुई बैठक में चार बार सांसद और तीन बार विधायक रह चुके विष्णु देव साय को सूबे का नया मुख्यमंत्री चुन लिया गया है.

आदिवासी समाज से आने वाले विष्णुदेव साय पुराने चावल हैं. रमन सिंह, रेणुका सिंह और कई नामों के साथ उनका नाम भी पहले दिन से चल रहा था. आखिरकार, मुख्यमंत्री पद पर हफ़्ते भर चले सस्पेंस की दौड़ विष्णुदेव ने जीत ली.

ये भी पढ़ें - नड्डा की टीम की ये आदिवासी महिला छत्तीसगढ़ की मुख्यमंत्री की दौड़ में थी

जशपुर में पैदा हुए. राजनीति में आने से पहले पेशे से कृषक थे. छत्तीसगढ़ के मध्य प्रदेश से अलग होने से पहले 1990 में मध्य प्रदेश का विधानसभा चुनाव लड़ा और 1998 तक विधायक रहे.

साल 1999 से 2014 तक चार बार रायगढ़ से सांसद चुने गए. 2019 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने उन्हें मैदान में नहीं उतारा, क्योंकि पार्टी ने 2018 में राज्य विधानसभा चुनाव हारने के बाद अपने किसी भी मौजूदा सांसद को नहीं दोहराने का फैसला नहीं किया था.

उन्होंने इस बार के चुनाव में कुनकुरी विधानसभा सीट से जीत दर्ज की. विष्णुदेव प्रधानमंत्री मोदी की पहली कैबिनेट में केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री थे और राज्य भाजपा के अध्यक्ष रह चुके हैं. जून 2020 में पार्टी ने उन्हें छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष नियुक्त किया और अगस्त 2022 तक वो अध्यक्ष पद पर रहे.

ये भी पढ़ें - छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री पद के कौन कौन दावेदार थे?

केंद्रीय संगठन और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह के क़रीबी माने जाते हैं. इनके लिए चुनाव प्रचार के दौरान केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि विष्णुदेव साय भाजपा के कार्यकर्ता रहे, नेता हैं. सासंद-विधायक, प्रदेश अध्यक्ष रहे. और, जनता से वादा किया - ‘आप इनको विधायक बना दो. बाद में बड़ा आदमी बनाने का काम हम करेंगे.’

जनता के चुनाव के बाद अब शाह के चुनाव की बारी थी. जो वादा किया, तो पूरा भी किया.

राज्य में आदिवासी आबादी दूसरा सबसे बड़ा घटक है. प्रदेश के पत्रकार बताते हैं कि केंद्र के साथ क़रीबी होने के अलावा ये उनके पक्ष में काम करने वाला फ़ैक्टर था, कि वो इसी समुदाय से हैं. अजीत जोगी के बाद विष्णु देव छत्तीसगढ़ के दूसरे आदिवासी मुख्यमंत्री बने हैं.