'अगर तुम अभी नहीं जागे तो ये तुम्हें अपने गांव में भी भोगना पड़ेगा. इसलिए निवेदन है कि सभी एक हो जाओ और पत्थर फेंकने वालों के घर पर बुलडोजर चलवा दो. कुछ दिन में हम भी बुलडोजर खरीदने वाले हैं और जो राम के काज पर, सनातनी महात्माओं, संतों और भारतीय सनातनी हिंदुओं पर पत्थर चलाएगा और उसके घर बुलडोजर चलाएंगे.'
वीडियो में कथावाचक खुद ही बुलडोजर खरीदने का कारण भी बता रहे हैं. तर्क दे रहे हैं,
'सरकार आखिर कब तक गिराएगी बुलडोजर से, हिंदुओं को गिराना पड़ेगा. जब हर हिंदू गिराने की क्षमता रखेगा तब पत्थर घालने (मारने वाले) वाले अपनी खपाड़ (खोपड़ी) में मारकर जय-जय हो जाएंगे.'
लोगों ने लपेटा
वीडियो वायरल हुआ तो सोशल मीडियो पर लोगों की प्रतिक्रिया भी आई. बाबा के बयान पर लोगों ने उन्हें ढोंगी तक बता डाला. अंकित चौधरी नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा,
'ये ढोंगी कथावाचक खुद का धंधा तो चला ही रहा है साथ में लोगों के बीच भी आग लगा रहा है. लोग भी बिना सोचे तालियां पीटे जा रहे हैं. पता नहीं क्यूं लोग हर किसी को संत मान लेते हैं. यहां तक कि हर एक कथावाचक को भी संत मानते हैं, जबकि अधिकांश वाचक तो कमाई के लिए कथा पढ़ते हैं. ये तो एक धंधा है.'
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एक और यूजर अमरनाथ कुमार ने लिखा, 'काहे का महाराज? धर्म की परिभाषा मालूम नहीं, उपदेश दे रहा है. पढ़ा लिखा है या बिल्कुल अनपढ़?'
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ममता राजगढ़ नाम की यूजर ने तो बाबा के ही घर बुलडोजर चलाने की मांग कर दी. उन्होंने लिखा, 'ये कौन सा महाराज है, पहले इसके घर पर ही बुलडोजर चलना चाहिए, फिर इस तरह का प्रवचन देने से बचेगा.'
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धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का आगा-पीछा क्या है?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक धीरेंन्द्र कृष्ण शास्त्री का जन्म 15 जुलाई 1996 को हुआ था. यानी पूरे 27 साल के भी नहीं हुए हैं और संत बन गए हैं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के बड़ी संख्या में भक्त हैं जो दावा करते हैं कि धीरेन्द्र किसी भी व्यक्ति की समस्या को उससे बिना पूछे कागज पर लिख देते हैं और बिना बताए ही लोगों कि मन की बात भी जान लेते हैं.
धीरेन्द्र कृष्ण मध्य प्रदेश के छतरपुर में बने प्रसिद्धि बागेश्वर धाम के पुजारी और कथावाचक हैं. आजतक से जुड़े लोकेश चौरसिया की रिपोर्ट के मुताबिक,
'पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री कथावाचन में कम उम्र में ही काफी फेमस हो गए. इनके दादा पंडित सेतुलाल गर्ग भी कथावाचक थे. इन्होंने दीक्षा अपने बाबा से ही ली थी. ये कथावाचन से ज्यादा झाड़-फूंक की वजह से फेमस हैं. इनका 'BS मीडिया' के नाम से खुद का यूट्यूब चैनल भी है. छतरपुर के ही गड़ा गांव में चमत्कारी दिव्य दरबार नाम से इनका बालाजी का दरबार लगता है.'
रिपोर्ट के मुताबिक पहले ये दरबार केवल मंगलवार और शनिवार को लगता था, लेकिन अब जब भी धीरेन्द्र कृष्ण गांव में रहते हैं तो हर रोज लगता है.
वीडियो- राजस्थान के भरतपुर में दलित के पलायन के वायरल वीडियो का सच क्या है?