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कौन हैं आलमगीर आलम जिनके सचिव के नौकर के घर से निकले 25 करोड़ रुपये?

बताया गया कि जिस शख्स के घर पर छापेमारी हुई वो चंपई सोरेन सरकार में मंत्री आलमगीर आलम (Alamgir Alam) के पर्सनल सेक्रेटरी संजीव लाल के लिए काम करता है.

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2014 और 2019 में लगातार चुनाव जीतकर विधायक बने आलमगीर आलम (बाएं). (फोटो- ट्विटर)

प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 6 मई को झारखंड के रांची में एक हाउस हेल्प के घर पर छापेमारी कर करोड़ों की नकदी बरामद की. बताया गया कि जिस शख्स के घर पर छापेमारी हुई वो चंपई सोरेन सरकार में मंत्री आलमगीर आलम (Alamgir Alam) के पर्सनल सेक्रेटरी संजीव लाल के लिए काम करता है. रिपोर्ट्स की मानें तो घर से ED को 34.23 करोड़ रुपये मिले हैं. छापेमारी के बाद से आलमगीर आलम के नाम की काफी चर्चा है.

कौन हैं आलमगीर आलम?

झारखंड के ग्रामीण विकास मंत्री हैं. साल 1954 में जन्मे आलमगीर ने 1974 में भागलपुर यूनिवर्सिटी से अपनी ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की. झारखंड की राजनीति में आलमगीर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता माने जाते हैं. वो पाकुड़ विधानसभा से चार बार के विधायक हैं.

एनडीटीवी में छपी रिपोर्ट के मुताबिक आलमगीर आलम ने साल 2000 में पहली बार चुनाव लड़ा था. 2004 में वो दूसरी बार विधायक चुने गए. इसके बाद साल 2006 में उन्होंने झारखंड विधानसभा के अध्यक्ष का पदभार भी संभाला. 2009 में आलम चुनाव हार गए. लेकिन 2014 में उन्होंने वापसी की. फिर 2019 में लगातार चुनाव जीतकर विधायक बने.

ED के रडार में आलमगीर आलम कैसे आए?

साल 2023 के फरवरी महीने में ED ने राज्य के ग्रामीण विकास विभाग के पूर्व चीफ इंजीनियर अभियंता वीरेंद्र कुमार राम को मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में गिरफ्तार किया था. सोमवार को इसी मामले में ED ने छापेमारी की थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक बताया गया कि मामले के तार आलमगीर आलम तक पहुंचे थे. ED ने अपने एक बयान में दावा किया था कि वीरेंद्र ने ठेकेदारों को टेंडर आवंटित करने के बदले उनसे कमीशन के नाम पर पैसे लिए थे.

ED की छापेमारी की खबर आते ही आलमगीर आलम का बयान भी सामने आया. एनडीटीवी में छपी रिपोर्ट के अनुसार आलम ने बताया कि उन्हें ED की छापेमारी के बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा,

“मैंने टीवी में खबर देखी. जिस जगह पर ED ने छापेमारी की है वो सरकार द्वारा मुझे दिए गए निजी सचिव से जुड़ी हुई है.”

रिपोर्ट के मुताबिक साल 2019 में वीरेंद्र के एक जूनियर के पास से भारी मात्रा में नकदी बरामद हुई थी. बाद में PMLA के तहत केस ED को ट्रांसफर कर दिया गया था.

बीजेपी बोली हिरासत में लिया जाए

ताजा रेड को लेकर BJP की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. पार्टी ने मांग की है कि आलमगीर आलम को तुरंत हिरासत में लिया जाए. नकदी बरामदगी को लेकर उनसे सख्ती से पूछताछ की जाए. झारखंड BJP के प्रवक्ता प्रतुल शाह देव ने कहा कि झारखंड सरकार के भ्रष्टाचार की कहानी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. बोले कि कुछ दिन पहले कांग्रेस के एक सांसद के घर और ऑफिस से 300 करोड़ रुपये कैश बरामद हुए थे. उन्होंने कहा कि पूर्व CM हेमंत सोरेन के करीबी पंकज मिश्रा के सहयोगी के आवास से 10 करोड़ रुपये से ज्यादा कैश मिला था.

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