1990 की शुरुआत में जब रामानंद सागर का 'रामायण' और 'उत्तर रामायण' खत्म हो गए, तो पब्लिक के दिमाग में एक प्रश्न आया. अब क्या? उनके इसी प्रश्न का उत्तर था टीवी शो 'श्री कृष्ण'. ये शो पहली बार 1993 में डीडी 2 पर दिखना शुरू हुआ. तीन साल तक मेट्रो चैनल पर चलने के बाद 'श्री कृष्ण' की गाड़ी नेशनल पर आ गई. ये इस सीरियल का पहला रिपीट टेलीकास्ट था.
श्री कृष्ण के रोल में एक्टर सर्वदमन बैनर्जी.
वो वाला टाइम याद है क्या जब पूरी फैमिली और आस-पड़ोस वाले नहा-धोकर टीवी के सामने सेट हो जाते थे. क्योंकि टीवी पर 'श्री कृष्ण' आने वाला होता था. ये दिनचर्या और टेंप्लेट 'रामायण-महाभारत' वाला ही था, बस शो का नाम बदल गया था. ख़ैर 'श्री कृष्ण' की मेकिंग के किस्से कभी और बताएंगे. आज एक दूसरी ज़रूरी बात जानते हैं. वो ये कि इस सीरियल में श्रीकृष्ण का रोल करने वाले एक्टर्स कौन थे और आज वो कहां हैं, क्या कर रहे हैं. बारी बारी से बताते हैं.
# अशोक कुमार बालकृष्णन- श्री कृष्ण के बचपन वाले किरदार में अशोक नज़र आते थे. अशोक पैदा हुए थे तमिलनाडु में लेकिन पढ़ाई-लिखाई से लेकर एक्टिंग ट्रेनिंग सबकुछ मुंबई में ही हुई. 12-13 साल के रहे होंगे, जब उन्हें कृष्ण का रोल करने के लिए चुना गया. छोटी उंगली पर गोवर्धन पर्वत उठाना, शो में उनका वो मौका था, जिसके लिए उन्हें याद किया जाता है. 'श्री कृष्ण' से अलग होने के बाद वो अपनी पढ़ाई-लिखाई में लग गए. 2007 में 'मुरुगन' नाम की एक तमिल फिल्म आई. इसमें अशोक ने टाइटल रोल किया था. इसके बाद से लेकर वो अब तक 7-8 तमिल फिल्मों में काम कर चुके हैं. उनकी आखिरी फिल्म 'चिट्टीरम पेसुतड़ी' 2019 में रिलीज़ हुई थी.
कृष्ण के किरदार में अशोक का ये क्लिप देखिए:
# स्वप्निल जोशी- टीनएज यानी किशोरावस्था वाले श्री कृष्ण का रोल इन्होंने किया था. स्वप्निल इस शो से पहले ही रामानंद सागर के साथ जुड़े हुए थे. उन्होंने 'उत्तर रामायण' में कुश का रोल किया था. स्वप्निल कंस को मारकर द्वारका जाने तक कृष्ण के रोल में बने रहे. इस शो की वजह से उन्हें इतनी मक़बूलियत हासिल हुई कि उन्हें तय समय से कहीं ज़्यादा वक्त तक इस शो से जोड़े रखा गया. उन्होंने तीन साल तक कृष्ण का रोल किया. शो से निकलने के बाद उन्होंने कुछ दिनों तक स्टैंड अप कॉमेडी की. कुछ टीवी शोज़ से बतौर एंकर और एक्टर जुड़े. इक्का-दुक्का हिंदी फिल्मों में दिखने के बाद उन्होंने मराठी फिल्मों का रुख कर लिया. 2003 में आई 'मानिनी' लीड रोल में उनकी पहली मराठी फिल्म थी. आज वो मराठी फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार्स में गिने जाते हैं. वो आखिरी बार 2019 में आई 'मोगरा फुलाला' नाम की फिल्म में दिखाई दिए थे.
'श्री कृष्ण' का कंस वध वाला प्रसंग आप यहां देख सकते हैं:
# सर्वदमन बैनर्जी- जब आप आंख बंद करके कृष्ण को याद करते, तब एक जानी-पहचानी सी शक्ल आपकी आंखों के सामने आती है. वो सर्वदमन बैनर्जी हैं. इन्होंने रामानंद सागर के कल्ट सीरियल 'श्री कृष्ण' में व्यस्क यानी एडल्ट कृष्ण का रोल किया था. सर्वदमन जब 8वीं क्लास में थे, तब अपने दोस्तों के साथ मिलकर 'साइलेंट शाउट्स' नाम की एक फिल्म बनाई थी. तभी लग गया कि जीवन में फिल्मों पर ही काम करना है. फिर पुणे फिल्म इंस्टिट्यूट चले गए (अब FTII पुणे). वहां से पास आउट होने के बाद 'आदि शंकराचार्य', 'श्री दत्ता दर्शनम' और 'स्वामी विवेकानंद' जैसी कुछ आध्यात्मिक फिल्मों में काम किया. उसी सब के बीच इन्हें 'श्री कृष्ण' का ऑफर आया और सर्वदमन करने के राजी हो गए.
श्री कृष्ण के किरदार में सर्वदमन का एक ज़रूरी सीन:
हालांकि ये सीरियल करने के बाद उन्होंने एक्टिंग की दुनिया छोड़ दी. ऋषिकेश चले गए. बचपन से ही काफी स्पीरिचुअल थे, तो उसी यात्रा पर निकल गए. हालांकि बीच में एक रिलैप्स भी हुआ. 2015 में वो महेंद्र सिंह धोनी की बायोपिक 'एम.एस. धोनी- द अनटोल्ड स्टोरी' में कोच चंचल के रोल में नज़र आए थे. फिल्म में उनके सीन्स आप यहां देख सकते हैं:
फिलहाल सर्वदमन ऋषिकेश में ही मेडिटेशन सेंटर चलाते हैं. देश-विदेश से आने वाले लोग उनके यहां योग और मेडीटेशन के फायदे उठाते हैं. इसके अलावा पंख नाम के एक एनजीओ से भी जुड़े हुए हैं. इसके ज़रिए वो तकरीबन 200 बच्चों की पढ़ाई-लिखाई का ध्यान रखते हैं और 50 महिलाओं को ढंग की जिंदगी बिताने लायक काम की ट्रेनिंग दिलाते हैं.
वीडियो देखें: रामायण सीरियल वाले राम-लक्ष्मण, सीता और रावण अब क्या करते हैं?