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उड़ते हुए प्लेन पर बिजली गिरती है तो क्या होता है?

1963 में अमेरिका में एक उड़ते हुए प्लेन पर बिजली गिरी थी. उसका बायां पंख टूट गया था. जहाज में विस्फोट हुआ था और 81 लोगों की मौत हो गई थी.

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प्लेन की सांकेतिक फोटो(फोटो: आज तक)

मान लीजिए कि आप आंख बंद कर हवाई जहाज़ के सफ़र का आनंद ले रहे हैं. अचानक से मौसम बिगड़ता है और भयानक गरज के साथ बिजली कड़कने लगती है. ऐसे में कोई भी हो सबकी सिट्टी-पिट्टी गुम हो जाएगी. लेकिन घबराइए मत. ऐसा कुछ नहीं होने जा रहा है. चलिए आज आपको एक हैरान करने वाली बात बताते हैं. इस बात को आप भी चार लोगों को बताइएगा ताकि वो भी हवाई जहाज में सफ़र करते वक्त डरे नहीं. आप जानते ही हैं कि ख़राब मौसम में जब बिजली गिरती है तो बड़े से बड़े पेड़ को चीर कर रख देती है. पर जब हवा में उड़ रहे प्लेन पर जब बिजली गरती है तो क्या होता है?

प्लेन को कोई नुकसान नहीं होता?

उड़ते हुए प्लेन पर कई बार बिजली गिरती है, लेकिन फिर भी कोई नुक़सान नहीं होता. क्योंकि ऐसी स्थिति में बिजली प्लेन की ऊपरी परत से होती हुई गुजर जाती है. हालांकि इस दौरान प्लेन को झटका जरूर लगता है. मगर आसमानी बिजली कितनी भी ताकतवर क्यों न हो, उसका असर विमान के भीतर बैठे यात्रियों पर नहीं होता है. वो इसलिए क्योंकि प्लेन के इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और ईंधन टैंक एक ऐसी सेफ लेयर से लैस होते हैं, जो आसमानी बिजली को बेअसर कर देते हैं. आज के समय में प्लेन ऐसे बनाए जाते हैं कि बादलों के बीच उड़ते हुए प्लेन पर बिजली गिरने पर भी मुसाफ़िरों को इसका पता भी नहीं लगता है. 

क्या ऐसा पहले भी होता था?

नहीं, आज से करीब बीस-तीस साल पहले विमानों में इतने सुरक्षा इंतज़ाम नहीं होते थे. उस वक़्त पायलट्स को अपनी सूझबूझ से विमानों को ऐसे झटकों से बचाना होता था. इससे जुड़ा एक किस्सा है साल 1963 का, जब अमेरिका के मेरीलैंड में एक जहाज़ पर बिजली गिरी थी और उसका बायां पंख टूट गया था, जिसकी वजह से जहाज़ में विस्फोट हो गया था. इस हादसे में 81 लोग मारे गए थे. जानकार बताते हैं कि औसतन हर प्लेन पर 1000 घंटे की उड़ान के दौरान कम से कम एक बार बिजली गिरती है. लेकिन अब टेक्नॉलॉजी एडवांस हो गई है, जिस वजह से ऐसे हादसे नहीं होते. तो बताई न मजेदार बात, अब बिल्कुल नहीं डरना.

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