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'बेरोजगारी से परेशान...', संसद के अंदर-बाहर धुआं उड़ाने वालों के परिवार क्या बता रहे?

संसद के सुरक्षा घेरा तोड़कर उत्पात मचाने वालों के परिवार के बयान आ रहे हैं. सभी का कहना है कि उन्हें इस बारे में जानकारी नहीं थी कि उनका बेटा या बेटी संसद में प्रदर्शन करने जा रहे हैं.

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दो आरोपियों ने लोकसभा में उत्पात मचाने की कोशिश की, उन्हें तुरंत पकड़ लिया गया. (Aaj Tak)

संसद में हुई सुरक्षा चूक से पूरा देश स्तब्ध है. सागर शर्मा, नीलम, अमोल शिंदे, मनोरंजन गौड़ा और ललित झा. ये वो नाम जिन्होंने संसद के अंदर और बाहर धुआं उड़ाया और सुरक्षा घेरे का मखौल उड़ाया. इनकी गिरफ्तारी हो चुकी है. फिलहाल इनसे पूछताछ हो रही है. अब इनके परिवार के सदस्यों के बयान भी सामने आ रहे हैं. सबसे पहले देखते हैं नीलम की मां ने क्या कहा.

नीलम की मां सरस्वती ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि उनकी आज सुबह ही बेटी से बात हुई लेकिन उसने कुछ नहीं बताया. उन्होंने-

उसने हमसे कुछ नहीं कहा. बेरोजगारी से मेरी बेटी बहुत परेशान थी. वो कहती थी कि दो रोटी का रोजगार नहीं मिल रहा, इससे अच्छा है कि मैं मर जाऊं. हमारी तो ज्यादा पहुंच भी नहीं है. उसकी परीक्षा थी इसलिए पढ़ाई के लिए हमने उसे हिसार छोड़ा था. वो चार-पांच महीने पहले हिसार गई थी. लेकिन दिल्ली जाकर वो प्रदर्शन करने वाली है, ऐसी हमें कोई जानकारी नहीं थी. मेरी उससे आज भी बात हुई लेकिन इस बारे में कुछ नहीं बताया.

नीलम हरियाणा के हिसार में पीजी में रहती थी. पीजी में रहकर हरियाणा सिविल सर्विस तैयारी कर रही थी. वो 25 नवंबर को पीजी से घर जाने की बात कहकर चली गई थी. इसके बाद वो आज दिल्ली में प्रदर्शन करते देखी गई.

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वहीं, सागर की बात करें तो वो लखनऊ का रहने वाला है. उसकी मां ने बताया कि बेटा धरना प्रदर्शन करने की बात करने गया था. उन्होंने कहा-

सागर बैट्री रिक्शा चलाता है. 2 दिन पहले दिल्ली यह बता कर गया था कि धरना प्रदर्शन में जा रहा है.

सागर के पिता कारपेंटर हैं. उसके परिवार में 4 सदस्य हैं. परिवार का कहा है कि पिछले 15 साल से लखनऊ में ही रह रहे हैं.

कर्नाटक के मैसूर के रहने वाले मनोरंजन के पिता देवराज की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि-

अगर मेरे बेटे ने कुछ गलत किया है तो उसे फांसी दे दो. अगर वह संसद का अपमान करता है तो वह मेरा बेटा नहीं है. संसद हम सबकी है. महान लोगों ने मिलकर उसका निर्माण किया है. संसद को स्थापित करने के लिए महात्मा गांधी और नेहरू ने बहुत त्याग किया. संसद के प्रति असम्मानजनक व्यवहार करना किसी के लिए भी स्वीकार्य नहीं है, चाहे वह मेरा बेटा ही क्यों न हो. यह अस्वीकार्य है.

इधर, चौथे आरोपी अमोल शिंदे के बारे में जानकारी सामने आई है कि महाराष्ट्र के लातूर का रहने वाला है. पुलिस ने उसके घर भी पहुंची. पुलिस छानबीन कर रही है. उसके गांव के लोगों ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि अमोल और उसके दो भाई यहां अपने माता-पिता के साथ रहते हैं. माता-पिता मजदूर हैं. अमोल शिंदे पुलिस भर्ती के लिए तैयारी कर रहा था. 15 दिन पहले वह यही कहकर निकला था कि वह पुलिस भर्ती परीक्षा देने जा रहा है.
 

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