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पश्चिम बंगाल पुलिस ने इंजीनियरिंग स्टूडेंट को किया अरेस्ट, आतंकवादियों से सीधे जुड़ा था?

West Bengal Police का मानना ​​है कि छात्र जिस ग्रुप से जुड़ा है, वो एक बांग्लादेशी आतंकवादी संगठन है. छात्र को ज़िला अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. क्या है ये पूरा मामला?

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पश्चिम बंगाल में ऐसी और रिपोर्ट्स भी आई हैं. (सांकेतिक तस्वीर)

पश्चिम बंगाल पुलिस की स्पेशल टास्क फ़ोर्स ने कॉलेज के एक छात्र को आतंकवादी समूह का हिस्सा होने के संदेह में गिरफ़्तार किया है. रविवार, 23 जून को आरोपी छात्र को ज़िला अदालत में पेश किया गया और उसे 14 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया. छात्र के अलावा पांच और लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनसे पूछताछ की जा रही है.

द हिंदू में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक़, आरोपी छात्र का नाम मोहम्मद हबीबुल्लाह है. पानागढ़ का रहने वाला है. कम्प्यूटर साइंस से ग्रैजुएन कर रहा रहा है. और अभी दूसरे साल में है.

पुलिस का मानना ​​है कि छात्र जिस ग्रुप से जुड़ा है, वो एक बांग्लादेशी आतंकवादी संगठन है और ये लोग एक-दूसरे से बात करने के लिए एक सीक्रेट मेसेजिंग ऐप का इस्तेमाल करते हैं. STF के एक अफ़सर ने मीडिया को बताया,

इस समूह का नाम है, ‘शहादत’. ये लोग बांग्लादेश में भी सक्रिय हैं और ‘अंसार अल इस्लाम’ नाम के एक दूसरे आतंकवादी संगठन से जुड़े हुए हैं. इस ग्रुप का नाता अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी समूह ‘अलक़ायदा’ से है, और ‘अंसार अल इस्लाम’ बांग्लादेश में प्रतिबंधित है.

दरअसल, बांग्लादेश सरकार ने अंसार अल-इस्लाम (जिसे ‘अंसारुल्लाह बांग्ला टीम’ भी कहा जाता है) को 2015 में बैन कर दिया था. उसके नेताओं को गिरफ़्तार कर लिया गया था. भारत में भी इस संगठन के ख़िलाफ़ तीन केस दर्ज हैं. NIA ने मिज़ोरम, बेंगलुरु और बंगाल में एक-एक फ़ाइल खोली हुई है. बैन के बाद अंसार अल-इस्लाम के कई नेताओं ने शहादत या शहादत-ए-अल-हिक़मा का गठन किया.

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पुलिस ने छात्र पर ग़ैर-क़ानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (UAPA) के तहत भी आरोप लगाए हैं. पुलिस ने आरोपी छात्र का लैपटॉप, फोन और कुछ दस्तावेज़ अपनी गिरफ़्त में ले लिए हैं. हबीबुल्लाह के बाद में पांच और लोगों को ज़िले के नबाभट इलाक़े से पकड़ा गया था और उनसे पूछताछ की जा रही है. 

बता दें कि कई आतंकी गुट भारत और बांग्लादेश की अखंडता और संप्रभुता को नुक़सान पहुंचाने के इरादे से काम करते हैं. आंतरिक सुरक्षा के जानकारों का कहना है कि पश्चिम बंगाल में ये आतंकवादी समूह इसलिए बढ़ रहे हैं, क्योंकि बांग्लादेश में इनके ख़िलाफ़ नकेल कसी जा रही है. पहले भी पुलिस ने इस इलाक़े से ऐसे लोगों को गिरफ़्तार किया है, जिनपर आतंकवादी समूहों का हिस्सा होने का शक था.

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