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चमोली: घास के लिए जो महिला सुरक्षाकर्मियों से अड़ गई, उसके ग्राम प्रधान ने कुछ और कहानी बताई

चमोली के डीएम हिमांशु खुराना ने महिला के गांव के प्रधान का वीडियो शेयर किया है.

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(बाएं-दाएं) वायरल वीडियो और गांव प्रधान आनंद सैलानी. (तस्वीरें ट्विटर से ली गई हैं.)

उत्तराखंड के चमोली जिले का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. इसमें घास ले जा रही महिलाओं और सुरक्षाबलों के बीच बहस देखी जा सकती है. वीडियो में सुरक्षाबल महिलाओं की पीठ पर लदी घास को उतारने की कोशिश कर रहे हैं और महिलाएं इसका विरोध कर रही हैं. कहा गया कि सुरक्षाबलों ने इलाके को प्रतिबंधित बताते हुए घास ले जाने से मना किया था जिस पर पूरा विवाद हुआ. Hill Mail नाम के ट्विटर हैंडल से यह वीडियो 16 जुलाई को ट्वीट किया गया था जिसके बाद कई लोगों ने सुरक्षाबलों की कार्रवाई पर सवाल उठाए हैं. 

घास के लिए चालान किया गया! 

एबीपी न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक घास ले जा रही महिलाओं से बहस के बाद उन्हें थाने ले जाया गया था. आरोप है कि उन्हें थाने में 6 घंटे बिठाने के बाद पुलिस ने उन पर 250 रुपये का चालान कर दिया. उत्तराखंड के विपक्षी नेताओं ने पुलिस की इस कार्रवाई की निंदा की है. कांग्रेस विधायक और नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा कि यह ‘दुर्भाग्य है कि घास ले जा रही हमारी माताओं और बहनों के साथ दुर्व्यवहार’ हो रहा है.

वहीं खानपुर के विधायक उमेश कुमार ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से सख्त कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने इसके लिए सीएम से मिलकर एक ज्ञापन सौंपा. सीएम से मुलाकात की तस्वीर को शेयर करते हुए उमेश कुमार ने लिखा, 

"महिलाओं की पीठ से घास छीनने के लिए पूरी पुलिसफोर्स लगाई गई. ये सब देखकर मन बड़ा दुखी होता है. हमारे पहाड़ों की रीढ़ हमारी ये घसियारी ही हैं जिनकी वजह से पहाड़ आज जिंदा हैं. बाकी तो सब पलायन कर गए. क्या इस घास पर भी अब हक नहीं रहा? बांध बनाने वाली कंपनियां क्या ईस्ट इंडिया कंपनी की तर्ज पर यहां काम करेंगी? जो घास छीनने के लिए पूरी पुलिसफोर्स बुला लेंगी? उन महिलाओं का चालान कर लेंगी?"

DM को जांच का आदेश मिला

इस बीच चमोली के डीएम हिमांशु खुराना ने कहा कि महिला के वीडियो को गलत तरीके से प्रचारित किया जा रहा है. डीएम ने ट्विटर पर लिखा कि महिला गांव में सरकारी जमीन पर बनाए जा रहे खेल के मैदान का विरोध कर रही है. हिमांशु खुराना ने हेलंग के ग्राम प्रधान आनंद सैलानी का वीडियो शेयर किया जिसमें वे कह रहे हैं, 

"महिला गांव में हो रहे विकास कार्य को अवरुद्ध कर रही थी. जब यह लगातार होने लगा तो हमने प्रशासन की मदद ली. यहां विकास कार्य में कोई बाधा ना हो इसलिए उसे यहां से हटाने की कोशिश कर रहा था. सोशल मीडिया पर वीडियो को गलत तरीके से वायरल किया जा रहा है. मैं लोगों से अपील करता हूं कि इस प्रकार का माहौल ग्राम सभा के अंदर ना बनाया जाए."

मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक राज्य के वन मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि घटना के सामने आने के बाद जांच का आदेश दिया गया है. उन्होंने जिलाधिकारी से जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा है. ये भी कहा कि जिस जगह पर घास काटने को लेकर विवाद हुआ वो जमीन THDC को स्थानांतरित है और वहां पर खेल का मैदान बनाया जाना है. मंत्री ने कहा कि गांव के लोगों को समझाने के बाद सभी लोग चले गए, लेकिन दो परिवार हैं जो इसका विरोध कर रहे हैं.

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