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'पन्नू मामले में बलि का बकरा बना दिया... ' विकास यादव के वकीलों ने बड़ी साजिश वाली बात बताई

Vikash Yadav को पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोप में अमेरिका ने मोस्ट वॉंटेड की लिस्ट में रखा है. इसको लेकर विकास के वकीलों का बयान सामने आया है.

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विकास यादव के वकीलों का बड़ा बयान (फाइल फोटो)
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नलिनी शर्मा

पूर्व रॉ अधिकारी विकास यादव (Vikash Yadav) को अमेरिका ने मोस्ट वांटेड की लिस्ट में रखा है. अमेरिका ने विकास पर खालिस्तान समर्थक आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साजिश रचने का आरोप लगाया है. अब इस मामले को लेकर विकास यादव के वकीलों आरके हांडू और आदित्य चौधरी ने बड़ा दावा किया है.

वकीलों के मुताबिक विकास यादव को बलि का बकरा बनाया जा रहा है. विकास के वकीलों ने इंडिया टुडे को दिए इंटरव्यू में बताया कि उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है. आरोपों को सुनकर विकास यादव खुद स्तब्ध रह गए थे. वकीलों के मुताबिक मीडिया रिपोर्ट्स के जरिए विकास यादव को इन आरोपों के बारे में पता चला. वकीलों ने दावा किया कि विकास यादव कभी देश से बाहर नहीं गए. उन्होंने कभी विदेश यात्रा नहीं की. उनके खिलाफ लगाए गए आरोपों में कोई सच्चाई नहीं है. यह भारत और भारतीय सरकार के खिलाफ एक साजिश है.

विकास यादव पर क्या आरोप लगा है?

दरअसल, अमेरिका के डिपार्टमेंट ऑफ जस्टिस (DoJ) ने 17 अक्टूबर को विकास यादव के खिलाफ पन्नू की हत्या की साजिश रचने के आरोप तय किए. ये आरोप तब तय किए गए, जब आरोप तय होने से दो दिन पहले एक भारतीय जांच टीम अमेरिका पहुंची थी. इससे पहले, ओरिजिनल चार्जशीट में विकास यादव का जिक्र CC-1 के तौर पर किया गया था. इस मामले में पिछले साल एक अन्य भारतीय निखिल गुप्ता को अमेरिका ने आरोपी बनाया था. निखिल गुप्ता को पिछले साल चेक रिपब्लिक में गिरफ्तार किया गया था. विकास यादव पर आरोप है कि उन्होंने भारत में रहकर निखिल गुप्ता से संपर्क किया. आरोप है कि विकास यादव ने निखिल गुप्ता से कहा कि पन्नू की हत्या के लिए वो किसी हिटमैन को हायर करें. 

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विकास यादव को अमेरिका ने बनाया आरोपी

DoJ के मुताबिक, इस पूरे मामले के दौरान विकास यादव भारत सरकार के कैबिनेट सचिवालय में काम कर रहे थे. यह सचिवालय भारत की विदेशी इंटेलिजेंस सर्विस रिसर्च एंड एनालिसिस विंग (RAW) का काम देखता है. विकास का नाम सामने आने के बाद अमेरिकी अटॉर्नी जनरल मेरिक बी गार्लैंड ने कहा था कि चाहे वो कोई भी व्यक्ति हो, सत्ता-प्रतिष्ठान के कितना भी करीब हो, अगर वो अमेरिकी नागरिकों को नुकसान पहुंचाना चाहता है तो हम उन्हें तितर-बितर कर देंगे और कड़ी से कड़ी सजा दिलाएंगे.

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वहीं अमेरिकी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मैट मिलर ने कहा था कि भारतीय टीम ने इस बात की पुष्टि की है कि विकास यादव अब भारत सरकार के साथ काम नहीं करते हैं.

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