अपनी फिल्म 'शिकारा' के प्रमोशन के लिए विधु अपनी फिल्म की स्टार कास्ट के साथ मुंबई के के.सी कॉलेज पहुंचे थे. यहां स्टूडेंट्स से इंटरैक्शन के दौरान उन्होंने 'शिकारा' को कॉमर्शियल कहे जाने पर विस्तार से बात की. बकौल विधु, उन्होंने 3 इडियट्स प्रोड्यूस की थी, जिसने पहले दिन 33 करोड़ रुपए कमाए थे. लेकिन उन्हें पता था कि शिकारा की पहले दिन की कमाई 30 लाख होगी. बावजूद इसके उन्होंने इस फिल्म को बनाने में अपनी लाइफ के 11 साल खर्च किए. विधु इसमें आगे जोड़ते हैं-
फिल्म 'शिकारा' के एक इवेंट के दौरान फिल्म की स्टारकास्ट और म्यूज़िक डायरेक्टर ए.आर.रहमान के साथ विधु विनोद चोपड़ा. जी नहीं ये तस्वीर उस इवेंट की बिलकुल नहीं है, जिसके बारे में अपन बात कर रहे हैं.
''मुझे लगता है आज कल हर चीज़ मज़ाक हो गई है. मैंने एक फिल्म बनाई जिसने पहले दिन 30 करोड़ रुपए कमाए. लेकिन जब मैंने अपनी मां की याद में एक फिल्म बनाई, जिसने पहले दिन 30 लाख रुपए कमाए, तो लोग कह रहे हैं कि मैंने कश्मीरी लोगों के दर्द को कॉमर्शियलाइज़ कर दिया. मेरे हिसाब से जो लोग ऐसा सोचते हैं, वो गधे हैं. इसीलिए मैं आप सबसे कहना चाहता हूं कि गधे मत बनिए. पहले फिल्म देखिए और फिर उस पर अपनी राय कायम करिए.''विधु 'शिकारा' के बारे में कहते हैं कि उनकी फिल्म को चहुंओर तारीफ मिली है. यहां तक कि 'टाइटैनिक' और 'अवतार' जैसी फिल्में बनाने वाले डायरेक्टर जेम्स कैमरन ने उनकी इस फिल्म को मास्टरपीस बताते हुए 4 पन्ने का लेटर लिखा. इंडिया में भी रिलीज़ के दौरान सारे थिएटर्स हाउसफुल रहे थे. फिर अचानक ये नफरत की आंधी पता नहीं कहां से आ गई.
फिल्म 'शिकारा' के पोस्टर पर आदिल खान और सादिया.
विधु ने बताया कि वो सोशल मीडिया पर नहीं हैं इसलिए लोग क्या कह रहे हैं, उन्हें पता नहीं चलता. वो चौंके तब, जब उन्होंने IMDB (इंटनेट मूवी डेटाबेस) पर अपनी फिल्म की रेटिंग देखी. पहले 'शिकारा' की रेटिंग जहां 8-9 स्टार के करीब थी, वो अचानक से गिरकर 1 स्टार हो गई. इस बात से उन्हें बहुत निराशा और नाराज़गी हुई.
सिर्फ आम लोग ही नहीं, जिनके बारे में ये फिल्म है, उन्होंने भी इसे नकार दिया है. एक वीडियो वायरल हुआ था. दिल्ली में स्क्रीनिंग के दौरान एक कश्मीर पंडित महिला इस फिल्म को देखने के बाद विधु पर गुस्सा करती दिखाई दे रही थीं. उस महिला का ये कहना था कि ये फिल्म घटिया है. साथ ही इसे बहुत कॉमर्शियालाइज़ तरीके से बनाया गया है, जिसमें ऑथेंटिसिटी यानी विश्वसनीयता की भारी कमी है. यहां देखिए वो वीडियो:
'शिकारा' का लल्लनटॉप रिव्यू आप यहां देख सकते हैं: