गुजरात के वडोदरा में कथित तौर पर शराब के नशे में कार से लोगों को कुचलने का आरोपी रक्षित चौरसिया पुलिस हिरासत में है. अब रक्षित के बारे में पुलिस ने एक और खुलासा किया है. ये पहला मौका नहीं है जब शराब पीकर उसने हंगामा किया हो. पुलिस ने बताया कि इससे पहले फरवरी में भी रक्षित को स्थानीय लोगों ने पीटा था. तब वह शराब के नशे में हंगामा कर रहा था.
वडोदरा हादसा: 'एक और राउंड' कहने वाला रक्षित चौरसिया पिछले महीने भी पिटा था, पुलिस ने वजह बताई
वाराणसी का रहने वाला लॉ स्टूडेंट रक्षित चौरसिया 19 फरवरी को अपने दोस्तों के साथ वडोदरा के एक मकान में शराब पीकर पार्टी कर रहा था. वे तेज आवाज में चिल्ला रहे थे, जिससे स्थानीय लोग नाराज हो गए और उन्होंने रक्षित और उसके दोस्तों को पीट दिया.

इंडिया टुडे/आजतक से जुड़े गगनदीप सिंह की रिपोर्ट के मुताबिक वाराणसी का रहने वाला लॉ स्टूडेंट रक्षित चौरसिया 19 फरवरी को अपने दोस्तों के साथ वडोदरा के एक मकान में शराब पीकर पार्टी कर रहा था. वे तेज आवाज में चिल्ला रहे थे, जिससे स्थानीय लोग नाराज हो गए और उन्होंने रक्षित और उसके दोस्तों को पीट दिया. इस घटना की जानकारी पुलिस को एक वकील ने दी, जो उसी मकान के नीचे रहता था. पुलिस जब वहां पहुंची तो लोगों ने कहा कि चूंकि ये सभी छात्र हैं, इसलिए सिर्फ चेतावनी देकर छोड़ देना चाहिए.
वडोदरा पर क्या बोला रक्षित?वडोदरा में हुई घटना की बात करें तो इस दर्दनाक हादसे में चार लोग बुरी तरह घायल हुए और एक महिला की मौके पर ही मौत हो गई. मृतक महिला की पहचान हेमानी पटेल के रूप में हुई, जो अपनी नाबालिग बेटी के साथ होली के रंग खरीदने निकली थीं. हादसे में बच्ची सहित चार अन्य घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया.
फिलहाल रक्षित पुलिस रिमांड पर है और उसने दावा किया है कि हादसे के वक्त वह न तो नशे में था और न ही तेज गति से गाड़ी चला रहा था. उसने अपनी सफाई में कहा,
"मेरी गाड़ी के सामने एक गड्ढा था, जिसे पार करने के दौरान मेरी गाड़ी आगे चल रहे स्कूटर से हल्की टकरा गई. इसी दौरान गाड़ी का एयरबैग खुल गया और मेरी नजर पूरी तरह ब्लॉक हो गई, जिससे टक्कर हो गई."
लेकिन हादसे के वीडियो फुटेज में देखा गया कि रक्षित नशे में था और कार से बाहर निकलते ही ‘एक और राउंड’ चिल्ला रहा था. जबकि आसपास घायल लोग जमीन पर पड़े थे. वीडियो में यह भी स्पष्ट दिखा कि कार काफी तेज रफ्तार में थी. पुलिस के अनुसार, रक्षित चौरसिया की कार 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही थी. जबकि वह दावा कर रहा है कि उसकी कार की गति सिर्फ 50 किमी प्रति घंटा थी. उसने कहा,
"मैंने सिर्फ सामने चल रहे स्कूटर और एक कार को देखा था. मुझे सड़क पर कोई पैदल चलता हुआ व्यक्ति नहीं दिखा."
उसके चेहरे पर कई चोटों और सूजन के निशान थे. जब उससे पूछा गया कि उसने उस रात कहां पार्टी की थी और नशा कहां किया था, तो उसने कहा कि वह किसी पार्टी में नहीं गया था, बल्कि होलिका दहन से लौट रहा था. पुलिस ने हादसे के वक्त कार में मौजूद दूसरे आरोपी मित चौहान को भी गिरफ्तार कर लिया है. वह वडोदरा में रहता है और एक निजी विश्वविद्यालय का छात्र है. अब पुलिस फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, जिससे यह साफ हो सकेगा कि रक्षित ने हादसे के वक्त कौन सा नशीला पदार्थ लिया था.
वीडियो: वडोदरा कार एक्सीडेंट केस में नया खुलासा, आरोपी के ब्लड टेस्ट में क्या निकला?