देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध (Crime Against Women) के दर्ज मामलों में बढ़ोतरी हुई है. ये बढ़ोतरी साल 2020 और 2021 की तुलना में साल 2022 में हुई है. आंकड़े नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) की रिपोर्ट में आए हैं. क्राइम इन इंडिया रिपोर्ट 2022 (Crime in India Report 2022) में. इस रिपोर्ट में भारत में साल 2022 में हुए अपराधों का विस्तृत डेटा है. इस रिपोर्ट को 3 दिसंबर, 2023 को जारी किया गया. रिपोर्ट के मुताबिक पिछले साल 2022 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के सबसे ज्यादा मामले उत्तर प्रदेश (UP) में दर्ज किए गए. वहीं महिलाओं के खिलाफ अपराध की दर के मामले में सबसे खराब रिकॉर्ड दिल्ली का है.
महिलाओं के खिलाफ अपराध में दिल्ली सबसे आगे, राजस्थान और UP किस नंबर पर?
NCRB की क्राइम इन इंडिया रिपोर्ट 2022: महिलाओं के खिलाफ अपराध के सबसे ज्यादा मामले यूपी में, राजस्थान में रेप के सबसे ज्यादा केस और महिलाओं के खिलाफ क्राइम रेट में सबसे खराब रिकॉर्ड दिल्ली का है.

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UP में महिलाओं के खिलाफ क्राइम के सबसे ज्यादा केससाल 2022 में महिलाओं के खिलाफ अपराध के सबसे ज्यादा 65 हजार 743 मामले उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए. महाराष्ट्र में 45 हजार 331 मामले और राजस्थान में 45 हजार 58 मामले रजिस्टर किए गए. वहीं पश्चिम बंगाल में 34 हजार 738 मामले और मध्यप्रदेश में 32 हजार 765 मामले दर्ज किए गए.
राज्य | साल 2020 | साल 2021 | साल 2022 |
उत्तर प्रदेश | 49385 | 56083 | 65743 |
महाराष्ट्र | 31954 | 39526 | 45331 |
राजस्थान | 34535 | 40738 | 45058 |
पश्चिम बंगाल | 36439 | 35884 | 34738 |
मध्यप्रदेश | 25640 | 30673 | 32765 |
वहीं केंद्र शासित प्रदेशों की बात करें तो महिलाओं के खिलाफ अपराध के सबसे ज्यादा मामले दिल्ली में दर्ज हुए. देश की राजधानी दिल्ली में 2022 में 14 हजार 247 मामले दर्ज किए. यहां 2021 में 14 हजार 277 मामले और 2020 में 10 हजार 93 मामले दर्ज हुए थे.
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दिल्ली सबसे असुरक्षितमहिलाओं के खिलाफ अपराध की दर के मामले में सबसे खराब रिकॉर्ड दिल्ली का है. दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ क्राइम रेट 144.4 है. ये महिलाओं के खिलाफ क्राइम रेट के राष्ट्रीय औसत 66.4 से काफी ऊपर है. वहीं महिलाओं के खिलाफ क्राइम रेट हरियाणा में 118.7, तेलंगाना में 117, राजस्थान में 115.1 है. ये क्राइम रेट प्रति 1 लाख महिलाओं पर है. मतलब 1 लाख महिलाओं पर कितनी महिलाएं अपराध का शिकार हुईं.
राज्य/केंद्र शासित प्रदेश | महिलाओं के खिलाफ क्राइम रेट (प्रति 1 लाख महिलाओं में) |
दिल्ली | 144.4 |
हरियाणा | 118.7 |
तेलंगाना | 117 |
राजस्थान | 115.1 |
साल 2022 में रेप के सबसे ज्यादा 5 हजार 399 मामले राजस्थान में दर्ज हुए. उत्तर प्रदेश में 3 हजार 690 मामले, मध्यप्रदेश में 3 हजार 29 और महाराष्ट्र में 2 हजार 904 मामले दर्ज किए गए. वहीं देश की राजधानी दिल्ली में रेप के 1 हजार 212 मामले दर्ज किए गए. पूरे भारत में पिछले साल रेप के 31 हजार 516 मामले दर्ज किए गए.
राज्य/केंद्र शासित प्रदेश | रेप के मामले |
राजस्थान | 5399 |
उत्तर प्रदेश | 3690 |
मध्यप्रदेश | 3029 |
महाराष्ट्र | 2904 |
पिछले साल देश भर में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 4 लाख 45 हजार 256 मामले दर्ज किए गए. साल 2021 में ये आंकड़ा 4 लाख 28 हजार 278 था और 2020 में 3 लाख 71 हजार 503 था.
भारतीय दंड संहिता (IPC) के तहत महिलाओं के खिलाफ अपराध के सबसे अधिक 31.4% मामले पति या उसके रिश्तेदारों के क्रूरता के थे. इसके बाद महिलाओं का अपहरण और फुसलाकर या धमकाकर अपहरण के 19.2% मामले दर्ज हुए. वहीं महिलाओं पर उनकी गरिमा भंग करने के इरादे से हमला करने के 18.7% मामले और रेप के 7.1% मामले दर्ज हुए.
NCRB ने कहा कि पुलिस डेटा (FIR) में बढ़ोतरी का मतलब अपराध में वृद्धि नहीं है. इसका मतलब है कि अधिक लोग अपराध दर्ज कराने के लिए आगे आ रहे हैं.
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