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सरकारी नौकरी नहीं मिलने के कारण युवक ने किया सुसाइड, 'पेपर लीक' से था परेशान

सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने इस घटना के बाद बेरोजगारी को लेकर BJP सरकार पर हमला बोला है. कहा, 'इस सरकार में नौकरी की उम्मीद बेमानी है.'

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मृतक ब्रजेश पाल और रोते-बिलखते उनके परिजन (फोटो: आजतक)

उत्तर प्रदेश के कन्नौज में एक युवक ने सुसाइड कर लिया. आजतक के नीरज श्रीवास्तव की रिपोर्ट के मुताबिक बताया जा रहा है कि युवक ने बेरोजगारी के कारण ये कदम उठाया. मृतक के घरवालों ने कहा है कि युवक पुलिस भर्ती परीक्षा के 'पेपर लीक' की जानकारी के बाद से परेशान था. वहीं सपा मुखिया अखिलेश यादव ने इस घटना के बाद मोदी सरकार पर निशाना साधा है. 

निराश होकर डिग्रियां जलाईं और फिर सुसाइड!

मामला कन्नौज के भूड़पुरवा इलाके का है. युवक का नाम ब्रजेश पाल था. उम्र 28 साल बताई जा रही है. ब्रजेश कई सालों से सरकारी नौकरी पाने की कोशिश कर रहे थे. उन्होंने कई बार आर्मी और पुलिस भर्ती का एग्जाम दिया था. परिजनों का कहना है कि उत्तर प्रदेश कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा के ‘पेपर लीक’ की खबरें आने के बाद से ब्रजेश काफी परेशान थे. गुरुवार, 22 फरवरी को उन्होंने सुसाइड कर लिया. रिपोर्ट के मुताबिक सुसाइड से पहले ब्रजेश ने अपनी डिग्रियां जला दी थीं.

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पुलिस ने बताया कि घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची. फॉरेंसिक टीम को बुलाकर जरूरी सैंपल कलेक्ट किए गए. वहीं मौके पर से एक सुसाइड नोट बरामद किया गया है. पुलिस ने बताया कि सुसाइड नोट में ब्रजेश पाल ने किसी को दोषी नहीं ठहराया है. नौकरी नहीं मिलने के कारण ऐसा कदम उठाने की बात लिखी है.

SP बोली- ‘नौकरी देने के नाम पर मुकर जाती है BJP सरकार’

समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव ने इस घटना के बाद बेरोजगारी को लेकर भाजपा सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने X पर लिखा,

"ये एक बेहद दुखद ख़बर है कि बेरोज़गारी की त्रासदी से निराश होकर कन्नौज में एक युवा ब्रजेश पाल ने फांसी लगाकर जान दे दी और और ऐसा करने से पहले उसने अपनी सारी डिग्रियां जला डाली.

जीवन देना कोई समाधान नहीं होता, संघर्ष ही समाधान का रास्ता निकालता है. भाजपा सरकार में नौकरी की उम्मीद बेमानी है.

जो भाजपा अपनी सरकार बनाने के लिए हर हथकंडा अपनाती है, वो नौकरी देने के नाम पर क्यों मुकर जाती है."

बता दें कि उत्तर प्रदेश कॉन्स्टेबल भर्ती परीक्षा में कथित पेपर लीक का मामला गरमाता नजर आ रहा है. शहर-शहर छात्र प्रदर्शन कर रहे हैं. यूपी सरकार ने 60,244 पुलिस कॉन्स्टेबलों की भर्ती निकाली थी. इसके लिए 17 और 18 फरवरी को परीक्षा हुई. करीब 48 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी इस एग्जाम में बैठे. लेकिन परीक्षा के पहले दिन यानी 17 फरवरी से ही परीक्षा के पेपर लीक होने के दावे किए जाने लगे. तब से अभ्यर्थी लगातार विरोध कर रहे हैं.

(अगर आप या आपके किसी परिचित को खुद को नुकसान पहुंचाने वाले विचार आ रहे हैं तो आप इस लिंक में दिए गए हेल्पलाइन नंबरों पर फोन कर सकते हैं. यहां आपको उचित सहायता मिलेगी. मानसिक रूप से अस्वस्थ महसूस होने पर डॉक्टर के पास जाना उतना ही ज़रूरी है जितना शारीरिक बीमारी का इलाज कराना. खुद को नुकसान पहुंचाना किसी भी समस्या का समाधान नहीं है.)

वीडियो: UP Police Constable भर्ती: पेपर लीक मामले में यूपी पुलिस भर्ती बोर्ड ने अभ्यर्थियों से मांगा सबूत