The Lallantop

ट्रूडो को बाइडन प्रशासन का साथ? अमेरिका बोला- पन्नू मामले में भारत सहयोग कर रहा, मगर निज्जर केस में नहीं

Canada मामले में US स्टेट डिपार्टमेंट के प्रवक्ता Matthew Miller का कहना है, 'हमने स्पष्ट किया है कि आरोपों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए.' वहीं, Gurpatwant Singh Pannun मामले पर कहा कि अमेरिकी दौरे पर पहुंची भारतीय अधिकारियों की टीम ने वहां विदेश विभाग और न्याय विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की है.

post-main-image
अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर(बाएं), जस्टिन ट्रुडो(बीच में) गुरपतवंत सिंह पन्नू(दाएं). (फ़ोटो - U.S. Department of State/AP/इंडिया टुडे)

कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) के बाद अब अमेरिका ने भी खालिस्तानी आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर (Hardeep Singh Nijjar) मर्डर केस में भारत के खिलाफ टिप्पणी की है. जो बाइडन (Joe Biden) प्रशासन ने कनाडा के सुर में सुर मिलाते हुए कहा है कि ‘भारत इस मामले में कनाडा के साथ सहयोग नहीं कर रहा है.’ हालांकि अमेरिकी अधिकारी ये मानते हैं कि गुरपतवंत सिंह पन्नू (Gurpatwant Singh Pannun) मामले में भारत का रुख सहयोग करने वाला है. ये  बातें अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर (Matthew Miller) की के दौरान सामने आईं.

पन्नू मामले में भारतीय-अमेरिकी अधिकारियों बैठक

मैथ्यू मिलर ने बताया कि अमेरिकी दौरे पर पहुंची भारतीय अधिकारियों की टीम ने वहां विदेश विभाग और न्याय विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की है. ये कॉमेंट तब आया है, जब खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साज़िश मामले में भारत की एक जांच कमेटी अमेरिका पहुंची हुई है. मैथ्यू मिलर ने आगे कहा,

ये बैठक बीते कई महीनों में भारत सरकार के साथ सीनियर-मोस्ट लेवल पर की जा रही बातचीत के सिलसिले में थी. भारत ने हमें बताया है कि वो आरोपों को गंभीरता से ले रहे हैं, डिपार्टमेंट ऑफ़ जस्टिस अभियोग में शामिल गतिविधियां सरकारी नीति का हिस्सा नहीं होतीं. ऐसे में जो बैठक हुई, वो इस मामले में सक्रिय जांच पर चर्चा के लिए थी. ताकि दोनों पक्ष मामले में सक्रिय जांच पर अपडेट हो सकें.

बताते चलें, भारत की एक जांच कमेटी खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की साज़िश मामले की जांच करने अमेरिका गई है. ये कमेटी अमेरिका के उन दावों की जांच करेगी, जिसमें भारतीय नागरिक पर हत्या की साज़िश में शामिल होने का आरोप लगा था. अमेरिकी विदेश विभाग ने 14 अक्टूबर को इस बात की पुष्टि की थी. दरअसल, अमेरिका ने भारतीय नागरिक निखिल गुप्ता पर पन्नू की हत्या की साज़िश में शामिल होने का आरोप लगाया था. हालांकि, भारत इस मामले में अपनी संलिप्तता से लगातार इनकार करता आया है. लेकिन अमेरिका की अपील के बाद भारत ने जांच कमेटी का भी गठन किया है.

ये भी पढ़ें - खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने की प्लानिंग बनाने वाला कौन?

‘भारत, कनाडा का सहयोग करे’

मैथ्यू मिलर से खालिस्तानी अलगाववादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या मामले पर भी सवाल पूछा गया. इस सवाल के जवाब में उन्होंने कहा,

कनाडाई अधिकारी, भारतीय सरकारी एजेंट्स और कनाडा भर में हिंसक घटनाओं के बीच संबंधों की जांच कर रहे हैं. लेकिन भारत इसमें सहयोग नहीं कर रहा. हमने स्पष्ट किया है कि आरोपों को गंभीरता से लिया जाना चाहिए. हम चाहते हैं कि भारत सरकार अपनी जांच में कनाडा के साथ सहयोग करे. जाहिर है कि उन्होंने वो रास्ता नहीं चुना है.

अमेरिकी अधिकारी की ये प्रतिक्रिया तब आई है, जब भारत और कनाडा ने के रिश्तों में कड़वाहट आ गई है. जस्टिन ट्रूडो ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आरोप लगाया कि भारत सरकार के एजेंट्स कनाडा की धरती पर कनाडाई नागरिकों के ख़िलाफ़ आपराधिक गतिविधियों में शामिल हैं. 13 अक्टूबर को कनाडा ने आरोप लगाया था कि भारतीय उच्चायुक्त और अन्य राजनयिक आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की जांच में ‘पर्सन ऑफ इंटरेस्ट’ हैं. भारत ने कनाडा के इन आरोपों को खारिज किया और जस्टिन ट्रूडो सरकार पर वोट बैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया था.

वीडियो: दी लल्लनटॉप शो: गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने का प्लान कहां फेल हुआ?