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'भारत के सहयोग से संतुष्ट..' पन्नू मामले में अमेरिका का बयान आया है

अमेरिका ने कहा है कि जिस भारतीय आधिकारी पर पन्नू की हत्या की कोशिश का आरोप लगा था, वह "अब भारत सरकार का कर्मचारी नहीं है."

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जिस कर्मचारी का नाम ‘CC1’ बताया गया था. और कहा गया था कि ‘CC1’ एक पूर्व रॉ अधिकारी था. (फ़ोटो/आजतक)

खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू मामले में अमेरिका ने कहा है कि वह भारत के सहयोग से संतुष्ट है. अमेरिका ने कहा है कि जिस भारतीय आधिकारी पर पन्नू की हत्या की कोशिश का आरोप लगा था, वह "अब भारत सरकार का कर्मचारी नहीं है." इसका नाम ‘CC1’ बताया गया था. और कहा गया था कि ‘CC1’  एक पूर्व रॉ अधिकारी था. ‘CC1’ न्याय विभाग (DOJ) में कार्यरत था.

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक 16 अक्टूबर को एक प्रेस ब्रीफिंग रखी गई थी. इसमें यूनाइटेड स्टेट डिपार्टमेंट के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा कि हाई लेवल भारतीय जांच समिति ने 15 अक्टूबर को अमेरिकी सरकार के अधिकारियों के साथ एक "प्रोडक्टिव मीटिंग" की. इस मीटिंग में दोनों पक्षों ने इस मामले में अपनी-अपनी जांच के बारे में बताया.

रिपोर्ट में आगे बताया गया कि हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड में भारतीय डिप्लोमैट्स की संलिप्तता के आरोपों के बाद अमेरिका ने 14 अक्टूबर को एक उच्च स्तरीय भारतीय जांच समिति के दौरे की घोषणा की थी. बाद में इसे वापस ले लिया गया, लेकिन अंततः इसे अमेरिकी विदेश डिपार्टमेंट की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया.

प्रेस वार्ता के दौरान मिलर ने बताया कि पन्नू की हत्या में निखिल गुप्ता की संलिप्तता के बारे में एक भारतीय समिति बनाई गई है. इसके बारे में ज्यादा जानकारी तो नहीं बताई गई है लेकिन इतना बताया गया है कि इसमें एक सेवानिवृत्त IPS अधिकारी शामिल है, जो वर्तमान में उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में कार्यरत है. और एक अन्य सेवानिवृत्त IPS अधिकारी , जो वर्तमान में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय में विशेष सचिव के रूप में कार्यरत है. गुप्ता ने कथित तौर पर एक भारतीय खुफिया अधिकारी के इशारे पर पन्नू की हत्या की साजिश रची थी. अमेरिकी अभियोग ने पन्नू को निशाना बनाने वाली कथित साजिश और निज्जर की हत्या के बीच संबंध का भी सुझाव दिया है.

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प्रेस वार्ता के दौरान भारत द्वारा साझा की गई जानकारी के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में मिलर ने कहा,

"उन्होंने हमें सूचित किया कि न्याय विभाग के अभियोग में नामित व्यक्ति, अब भारत सरकार का कर्मचारी नहीं है."

उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका भारत के सहयोग से "संतुष्ट" है. उन्होंने कहा,

"यह प्रक्रिया अभी भी चल रही है. हम इस पर उनके साथ आगे काम जारी रख रहे हैं. हम सहयोग की सराहना करते हैं. उन्होंने हमे अपनी जांच के बारे में बताया, हम उसकी सराहना भी करते हैं. हम उन्हें अपनी जांच के बारे में अपडेट करते हैं." 

यह पूछे जाने पर कि क्या अमेरिकी सरकार ने भारतीय जांच समिति के साथ और अधिक बैठकों का अनुरोध किया है, मिलर ने कहा कि इस मुद्दे पर उनके पास कोई और घोषणा करने को नहीं है. 

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