अमेरिका (US) की तरफ से की गई ड्रोन स्ट्राइक (Drone Strike) में ईरान समर्थित आर्म्ड ग्रुप के एक सीनियर कमांडर की मौत हो गई है. मारे गए आतंकी का नाम अबू बाकिर अल-सादी है. वो 'कताइब हिजबुल्लाह' (Kataib Hezobollah) ग्रुप का कमांडर था. कुछ समय पहले एक हमले में तीन अमेरिकी सैनिक मारे गए थे. तब अमेरिका ने हमले के पीछे इसी ग्रुप का हाथ बताया था.
अमेरिकी ड्रोन स्ट्राइक में मारा गया ईरान समर्थित ग्रुप का कमांडर, किस बात का बदला लिया?
US Drone Strike में एक गाड़ी को निशाना बनाया गया था. जिसका इस्तेमाल इराक की पॉपुलर मोबिलाइजेशन फोर्सेज PMF कर रही थी.
इंटरनेशनल न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने डिफेंस सोर्स के हवाले से बताया कि अमेरिका ने 7 फरवरी को इराक के पूर्वी बगदाद में ड्रोन स्ट्राइक की. हमले में कुल तीन लोगों के मारे जाने की खबर है.
जानकारी है कि ड्रोन स्ट्राइक में एक गाड़ी को निशाना बनाया गया था जिसका इस्तेमाल इराक की पॉपुलर मोबिलाइजेशन फोर्सेज PMF कर रही थी. PMF एक राज्य सुरक्षा एजेंसी है जिसमें दर्जनों सशस्त्र समूह शामिल हैं और इनमें से कई ईरान के करीबी हैं. 'कताइब हिजबुल्लाह' ग्रुप के लड़ाके और कमांडर भी PMF का हिस्सा हैं.
अमेरिकी सेना ने कमांडर का नाम बताए बिना एक बयान में कहा,
तीन अमेरिकी सैनिकों की मौतहमने अमेरिकी सैनिकों पर हमलों के जवाब में इराक में एकतरफा हमला किया. क्षेत्र में अमेरिकी बलों पर हमलों की सीधे योजना बनाने और उनमें भाग लेने के लिए जिम्मेदार कताइब हिजबुल्लाह कमांडर की मौत हो गई.
जनवरी में जॉर्डन-सीरिया बॉर्डर के पास एक ड्रोन हमले में तीन अमेरिकी सैनिक मारे गए थे. तब अमेरिका ने कहा था कि हमले के पीछे में 'कताइब हिजबुल्लाह' का हाथ है. उस वक्त ग्रुप ने घोषणा की थी कि वो क्षेत्र में अमेरिकी सैनिकों के खिलाफ सैन्य अभियान शुरू कर रहे हैं.
पिछले हफ्ते ही अमेरिका ने इराक और सीरिया में ईरान समर्थित इराकी समूहों पर हमला किया था और कहा था कि ये तीन अमेरिकी सैनिकों की हत्या पर उसकी प्रतिक्रिया की शुरुआत है. इससे पहले जनवरी में एक अमेरिकी ड्रोन हमले में बगदाद में एक सीनियर मिलिशिया कमांडर की मौत हो गई थी. तब अमेरिका ने कहा था कि ये हमला उसके बलों पर ड्रोन और रॉकेट हमलों के जवाब में किया गया है.
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