अमेरिका की ट्रंप सरकार ने अपने देश में इमिग्रेशन को लेकर सख्त रुख अख्तियार किया है. पिछले कुछ दिनों में वहां एक पैटर्न देखा गया है. सादे कपड़ों में सरकारी एजेंट प्रवासी छात्रों को हिरासत (Foreign Students Targeted in US) में ले रहे हैं. बिना किसी औपचारिकता के. यहां तक कि उन्हें बिना मार्क वाली गाड़ियों में ले जाया जा रहा है.
न नंबर प्लेट, न वर्दी... अमेरिका में प्रवासी छात्रों को ऐसे उठा रहे हैं एजेंट
US Student Visa: हिरासत में लिए गए कई लोगों को लेकर कहा जा रहा है कि वो फिलिस्तीन समर्थक थे. ऐसा प्रतीत होता है कि वो फिलिस्तीन के सपोर्ट में हुए प्रदर्शनों में शामिल हुए या उनसे जुड़े रहे.

न्यूज एजेंसी AP की एक रिपोर्ट के मुताबिक, 1000 से अधिक प्रवासी छात्रों के वीजा अचानक रद्द कर दिए गए हैं. वो भी बिना किसी नोटिस के. इन छात्रों पर कोई आपराधिक आरोप भी नहीं हैं.
फिलिस्तीन को सपोर्ट करने का असर?इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, हिरासत में लिए गए कई लोगों को लेकर कहा जा रहा है कि वो फिलिस्तीन समर्थक थे. ऐसा प्रतीत होता है कि वो फिलिस्तीन के सपोर्ट में हुए प्रदर्शनों में शामिल हुए या उनसे जुड़े रहें.
ट्रंप प्रशासन कई बार कह चुकी है कि स्टूडेंट वीजा एक विशेषाधिकार है, न कि अधिकार. देश की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए और अन्य कारणों से भी इसे वापस लिया जा सकता है.
वीजा छीनने का काम हर रोज हो रहाविदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी इस पैटर्न की पुष्टि की है. उन्होंने मीडिया से कहा,
जब भी मुझे कोई ल्यूनैटिक (पागलों जैसा व्यवहार करने वाला) व्यक्ति मिलता है, तो मैं उसका वीजा वापस ले लेता हूं. हम ऐसा हर रोज करते हैं.
ये भी पढ़ें: ट्रंप सरकार को अदालत में चुनौती देने वाली भारतीय छात्रा चिन्मय देवरे कौन हैं? डिपोर्ट की जा सकती हैं!
अपार्टमेंट से निकलना बंद कियाप्रवासी छात्रों के हिरासत में लिए जाने के बाद, अन्य अंतरराष्ट्रीय छात्रों में भी भय समा गया है. उन्होंने वीजा रद्द किए जाने, हिरासत में लिए जाने और डिपोर्ट किए जाने की आशंका जताई है.
जॉर्जटाउन यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने वाले एक स्टूडेंट 'गाजा संघर्ष' विषय के लेखन में शामिल रहे. उन्होंने बताया कि हिरासत में लिए जाने की अगली बारी उनकी हो सकती है. वो अपने साथ एक कार्ड रखते हैं. इस पर उन कानूनी अधिकारों के बारे में लिखा है जो उन्हें गिरफ्तारी के समय मिलने चाहिए.
टेक्सास में रहने वाले एक अन्य छात्र ने बताया कि उन्होंने अपने अपार्टमेंट से निकलना बंद कर दिया है. क्योंकि उन्हें डर है कि किसी भी वक्त सादे कपड़ों में अंडरकवर एजेंट उन्हें पकड़ने आ जाएंगे.
वीडियो: दुनियादारी: ट्रंप अब हार्वर्ड यूनिवर्सिटी को क्यों निशाना बना रहे?