उत्तर प्रदेश के बलिया रेलवे स्टेशन पर एक युवती को 750 जिंदा कारतूसों के साथ गिरफ्तार किया गया है. आरोपी युवती को गवर्नमेंट रेलवे पुलिस (GRP) ने वाराणसी-छपरा एक्सप्रेस से गिरफ्तार किया है. GRP की गोरखपुर रेंज की DSP सवि रत्ना गौतम ने बताया कि पुलिस को एक टिप मिली थी. इसमें बताया गया था कि एक महिला बड़ी मात्रा में पॉइंट 315 बोर की कारतूस के साथ यात्रा कर रही है. इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार किया गया.
यूपी से बिहार जा रही 20 साल की लड़की के पास मिले 750 जिंदा कारतूस
पुलिस को शक है कि ये कारतूस नक्सलियों तक पहुंचाने के लिए यूपी से बिहार ले जाए जा रहे थे.
डीएसपी ने कहा,
"एक युवती ट्रेन में बैठी थी और उसने अपनी सीट के नीचे एक ट्रॉली बैग रखा था. जब उससे ट्रॉली बैग के बारे में पूछताछ की गई, तो उसने इनकार कर दिया. जब बैग को खोला गया तो उसमें .315 बोर के 750 कारतूस पाए गए."
इंडिया टुडे के लिए अनिल कुमार गुप्ता की रिपोर्ट के मुताबिक बलिया के GRP इंचार्ज सुभाष चंद्र यादव ने बताया कि आरोपी महिला का नाम मणिता सिंह है. वह यूपी के मिर्जापुर की रहने वाली है. आरोपी महिला की उम्र मात्र 20 साल बताई जा रही है. पुलिस का कहना है कि पूछताछ के दौरान महिला ने कुबूल किया कि वह गोलियां बिहार के छापरा ले जा रही थी.
रिपोर्ट के मुताबिक महिला कारतूसों का ये जखीरा छपरा में किसी को सौंपने वाली थी. पुलिस ने बताया कि उसको बैग अंकित पांडे नाम के शख्स ने दिया था. अंकित यूपी के जिला गज़ीपुर के करीमुद्दीनपुर का रहने वाला है.
पुलिस को शक है कि ये कारतूस नक्सलियों तक पहुंच सकता था. उसको आशंका है कि इन कारतूसों को नक्सलियों को बेचने के लिए छपरा ले जाया जा रहा था. फिलहाल युवती को गिरफ्तार कर, अदालत में पेश किया जा रहा है. आगे कानूनी कार्रवाई की जा रही है. इस मामले में पुलिस ने एक मामला दर्ज किया है. अंकित पांडे को गिरफ्तार करने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं.
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