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योगी राज में कितने एनकाउंटर्स, सबके नाम जान लीजिए?

पुलिस एनकाउंटर में कौन-कौन मारा गया?

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योगी राज में कई बड़े अपराधी एनकाउंटर में मारे गए. (सांकेतिक तस्वीर- आजतक)

एनकाउंटर को लेकर यूपी पुलिस पर सवाल पहले भी उठते रहे हैं. 13 अप्रैल को यूपी STF के साथ एनकाउंटर में माफिया अतीक अहमद का बेटा असद और उसके शूटर गुलाम मारा गया. उमेश पाल मर्डर केस में दोनों आरोपी थे. पुलिस दो महीने से फरार असद को पकड़ने की कोशिश कर रही थी. इस कार्रवाई पर पूर्व सीएम अखिलेश यादव समेत विपक्ष के कई नेताओं ने सवाल उठाए.

उत्तर प्रदेश पुलिस के एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) प्रशांत कुमार ने 13 अप्रैल को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि राज्य सरकार ने “माफिया राज” के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाई है. प्रशांत कुमार के मुताबिक, इस नीति का नतीजा आप सबके सामने है. प्रशांत ने ये भी बताया कि इस सरकार के दौरान क्रॉस-फायरिंग में 183 अपराधी मारे जा चुके हैं.

योगी राज के सारे बड़े एनकाउंटर्स

आजतक से जुड़े प्रशांत तिवारी को मिली जानकारी के मुताबिक-

- 10 जुलाई 2020 को विकास दुबे एनकाउंटर में मारा गया. विकास को पुलिस उज्जैन से कानपुर ला रही थी. पुलिस के मुताबिक इसी दौरान गाड़ी पलटी और विकास भागने की कोशिश कर रहा था. तभी यूपी पुलिस ने उसका एनकाउंटर कर दिया.

- 25 जुलाई 2020 को गैंगस्टर टिंकू कपाला यूपी एसटीएफ के साथ एनकाउंटर में मारा गया. टिंकू पर 1 लाख रुपये का इनाम रखा गया था. 

- 21 फरवरी 2021 को कासगंज मर्डर केस मामले के मुख्य आरोपी मोती सिंह एनकाउंटर में मारा गया. मोती सिंह पर सिधपुरा पुलिस स्टेशन के एक कॉन्सटेबल की हत्या का आरोप था. इससे पहले उस पर कासगंज के एक सब-इंसपेक्टर पर हमला करने का आरोप था.

- 18 अक्टूबर 2021 को लखनऊ के गोमती नगर इलाके में बांग्लादेशी गैंगस्टर हमज़ा पुलिस से मुठभेड़ में मारा गया.

- मनीष सिंह उर्फ़ सोनू पर 32 केस दर्ज थे. इसमें मर्डर के साथ केस शामिल थे. मनीष पर 2 लाख रुपये का इनाम रखा गया था. यूपी पुलिस एसटीएफ के वाराणसी में एक मुठभेड़ में मनीष मारा गया.

- 30 सितंबर 2022 को गैंगस्टर विनोद कुमार सिंह के साथ पुलिस की मुठभेड़ हुई. विनोद मारा गया. बदलापुर थाना क्षेत्र में जौनपुर पुलिस और विनोद के बीच फायरिंग हुई थी. विनोद पर भी 1 लाख रुपये का इनाम था.

- इसके बाद 13 अप्रैल, 2023 को उमेश पाल मर्डर केस का आरोपी असद अहमद मुठभेड़ में मारा गया. असद के साथ उसका साथी शूटर मोहम्मद गुलाम का भी एनकाउंटर में मारा गया.

योगी राज में कितने एनकाउंटर?

खबरों के मुताबिक बीते 6 सालों में कुल 10,713 एनकाउंटर किए गए हैं. 175 से आरोपी मारे गए. एनकाउंटर में मारे गए अपराधियों पर संगीन आरोप थे.

- मार्च 2017 के बाद से अब तक यूपी पुलिस ने 178 घोषित अपराधियों को मार गिराया है. इन सभी अपराधियों पर 75,000 से 5 लाख तक का इनाम था.

- यानी पिछले छह साल में हर 13 दिन में एक आरोपी पुलिस मुठभेड़ में मारा गया.

- 20 मार्च, 2017 से 6 मार्च, 2023 के बीच 23,069 एनकाउंटर . इसमें 4,911 अपराधी घायल हुए. प्रशांत कुमार ने बताया कि 15 पुलिसकर्मियों ने अपनी जान गंवाई. वहीं 1,424 पुलिसकर्मी घायल हुए.

- यूपी पुलिस के अनुसार, 2017 में पुलिस ने 28 अपराधियों का एनकाउंटर किया. 2018 में 41, 2019 में 34, 2020 और 2021 में 26-26 और 2022 में 14 अपराधी एनकाउंटर में मारे गए. 6 मार्च 2023 तक 9 अपराधियों का एनकाउंटर में मारे गए.

असद एनकाउंटर

अतीक अहमद का बेटा असद अहमद एनकाउंटर में मारा गया. लंबे समय से पुलिस उसके पीछे थी. UP STF की 12 लोगों की टीम ने इस एनकाउंटर को अंजाम दिया. टीम में दो डिप्टी SP, दो इंस्पेक्टर, एक सब इंस्पेक्टर, कुछ हेड कॉन्सटेबल और कंमाडो शामिल रहे.

एनकाउंटर की जानकारी देते हुए पुलिस ने बताया कि पहले असद को जिंदा पकड़ने की कोशिश थी. खबर है कि उससे सरेंडर करने को भी कहा गया था. असद के एक साथी शूटर गुलाम का भी एनकाउंटर में मारा गया. STF के ADG अमिताभ यश ने बताया कि दोनों के पास से विदेशी हथियार भी बरामद हुए हैं. उनके पास ब्रिटिश बुलडॉग रिवॉल्वर 455 बोर और वाल्थर पी-88 पिस्टल 7.63 बोर थी.

वीडियो: उमेश पाल की मां और पत्नी ने असद और गुलाम के एनकाउंटर पर क्या कह दिया?