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"...भाग ही गई... बूढ़ी हो गई", प्रियंका गांधी के लिए योगी सरकार के मंत्री के पोस्ट पर बवाल

दिनेश प्रताप सिंह के पोस्ट के बाद कांग्रेस के कई नेता भड़के. इसी क्रम में यूपी कांग्रेस के संगठन महासचिव अनिल यादव ने दिनेश प्रताप सिंह के गौतमपल्ली स्थित सरकारी आवास की नेम प्लेट पर कालिख पोत दी.

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दिनेश प्रताप के इस पोस्ट के बाद कांग्रेस के कई नेता भड़के.(फ़ोटो/आजतक)

चुनाव आयोग ने 15 अक्टूबर को देश के कई राज्यों में उपचुनाव की तारीखों की घोषणा की थी. कुछ ही घंटों बाद कांग्रेस ने केरल की वायनाड लोकसभा सीट से प्रियंका गांधी वाड्रा को प्रत्याशी घोषित किया. इसके बाद 16 अक्टूबर की सुबह योगी सरकार के मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने अपने X अकाउंट पर लिखा,

"अंततः लड़की लड़ नहीं पाई और भाग ही गई वहां जहां लड़ना न पड़े. बूढ़ी जो हो गई."

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दिनेश प्रताप सिंह का पोस्ट. 

दिनेश ने प्रियंका गांधी का नाम नहीं लिया. लेकिन उनका तंज उन्हीं पर ही था. क्योंकि 2022 के विधानसभा चुनाव में प्रियंका गांधी यूपी प्रभारी थीं. उन्होंने उस वक्त नारा दिया था ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’.

दिनेश प्रताप के इस पोस्ट के बाद कांग्रेस के कई नेता भड़के. इसी क्रम में यूपी कांग्रेस के संगठन महासचिव अनिल यादव ने दिनेश प्रताप सिंह के गौतमपल्ली स्थित सरकारी आवास की नेम प्लेट पर कालिख पोत दी. साथ ही उन्होंने गेट पर 'चोर और बेईमान' लिखा. हालांकि बाद में दिनेश प्रताप के लोगों ने कालिख हटा दी. अनिल यादव ने कालिख पोतने के बाद कहा,

"प्रियंका गांधी के खिलाफ, अगर औकात है दिनेश सिंह की तो सड़कों पर आकर आइए, निपट लेंगे. हमारी नेता के खिलाफ अगर कोई इस तरीके की बात बोलेगा, तो उत्तर प्रदेश में हम बर्दाश्त नहीं करेंगे."

कांग्रेस ने भी अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर इसकी आलोचना की. कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत का एक वीडियो डाला. कैप्शन लिखा,

“राहुल गांधी जी से करारी हार झेल चुके BJP नेता दिनेश प्रताप सिंह ने प्रियंका गांधी जी के लिए अनुचित शब्द कहे हैं. BJP के लोगों की सोच ही कुंठित और महिला विरोधी है. उन्होंने एक बार फिर अपना और BJP का असली 'चाल-चरित्र-चेहरा' देश को दिखा दिया है.”

वीडियो में कांग्रेस की मीडिया प्रभारी ने कहा,

"उत्तर प्रदेश BJP में एक निहायती बददिमाग नेता हैं. उनका नाम है, दिनेश प्रताप सिंह. उन्होंने एक महिला पर गंदी और ओछी टिप्पणी की है. दिनेश प्रताप सिंह और भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर से साबित कर दिया है कि उनकी महिला विरोधी सोच है. क्योंकि उन्होंने जिस भाषा का इस्तेमाल किया है, वो एक महिला विरोधी व्यक्ति ही बोल सकता है. इसमें एक बात यह भी है कि जो आपकी रायबरेली में करारी हार हुई है, उससे आप अभी तक उभर नहीं पाए हैं."

सुप्रिया श्रीनेत ने आगे कहा कि दिनेश प्रताप सिंह जैसे लोगों ने समाज को महिला विरोधी बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी है.

वहीं यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने दिनेश प्रताप सिंह के पोस्ट पर पलटवार करते हुए कहा,

"ये यूपी सरकार में मंत्री और बुरी तरह सांसदी का चुनाव हारे हुए भाजपा नेता दिनेश सिंह हैं. महिलाओं के बारे में इनकी भाषा और खयाल देखिए. महिलाएं चुनाव लड़ने के लिए जब उतरती हैं, तो उन्हें सैकड़ों ऐसे बदमाश किस्म के लोगों की घटिया भाषा सुननी पड़ती है. ऐसे लोग भाजपा सरकार में मंत्री बने बैठे हैं इसलिए महिला सुरक्षा का प्रदेश में बुरा हाल है."

रायबरेली से विधान परिषद के सदस्य दिनेश प्रताप सिंह प्रदेश के उद्यान, कृषि विपणन, कृषि विदेश व्यापार एवं कृषि निर्यात विभाग के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) हैं. वह कुशीनगर के प्रभारी मंत्री हैं. साल 2010 में दिनश प्रताप कांग्रेस से पहली बार और साल 2016 में दूसरी बार विधान परिषद सदस्य बने थे. 2018 में वो BJP के साथ हो गए. 2019 में दिनेश प्रताप सिंह रायबरेली से प्रियंका गांधी के खिलाफ मैदान में आए. 2022 में वह BJP के टिकट पर तीसरी बार MLA बने. और 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्होंने रायबरेली से राहुल गांधी के खिलाफ चुनाव लड़ा. लेकिन वो 3 लाख 90 हजार वोटों से हार गए.

खबर लिखे जाने तक BJP की तरफ से दिनेश प्रताप सिंह के पोस्ट पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. 

वीडियो: रायबरेली में राहुल गांधी के खिलाफ मैदान में दिनेश प्रताप सिंह ने क्या दावे किए हैं?