The Lallantop

नाबालिग ने मां और किराएदार का बनाया वीडियो, हत्या के बाद मां ने ही पकड़ा बेटी का असली 'कातिल'

ये घटना UP के Kanpur की है. बेटी ने किराएदार और मां का अश्लील वीडियो बना लिया था. इसका खुलासा ना हो जाए, इसीलिए उसकी हत्या हुई. फिर कैसे मां ने ही खोला मर्डर का राज?

post-main-image
मां ने बेटी के कातिल को पकड़वाया. (प्रतीकात्मक तस्वीर - आजतक)

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कानपुर में जहर देकर नाबालिग की हत्या के मामले में पुलिस ने खुलासा किया है. आरोपी किराएदार को गिरफ़्तार कर लिया गया है. पुलिस का कहना है कि लड़की की मां के साथ किराएदार का अफेयर चल रहा था. लड़की को इस बात का पता चल गया. उसने किराएदार के साथ मां का अश्लील वीडियो बना लिया. इस बात का सभी को पता ना चल जाए, इसीलिए आरोपी ने लड़की को जहर देकर मार डाला.

अंतिम संस्कार के बाद कैसे हुआ खुलासा? 

दैनिक भास्कर की एक रिपोर्ट के मुताबिक़, 16 फ़रवरी को नाबालिग लड़की की तबीयत ख़राब हुई. मौक़ा पाकर आरोपी ने उसे दवा का झांसा देकर पानी में सल्फास की गोलियां मिलाकर पिला दीं. इससे नाबालिग की हालत बिगड़ गई, आनन-फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया. जहां उसकी मौत हो गई. वारदात के बाद आरोपी किराएदार फरार हो गया. अंतिम संस्कार के बाद जब सब लोग घर पहुंचे. इस दौरान उसकी मां किराएदार के कमरे में गई, जहां उसे आरोपी के कुर्ते में सल्फास की गोलियां मिलीं. इससे महिला को उस पर शक हुआ और उसने पुलिस में इसकी शिकायत दर्ज कराई.

ये भी पढ़ें - UP: 2 नाबालिग बहनों ने दे दी जान, परिजन बोले- 'भट्ठे के ठेकेदार और उसके साथियों ने किया था गैंगरेप'

लेकिन जब 2 दिनों तक कोई सुनवाई नहीं हुई, तो महिला पुलिस कमिश्नर के ऑफ़िस पहुंच गई और हंगामा करने लगी. इस दौरान वो बेहोश होकर गिर भी पड़ी. इसके बाद पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने अधिकारियों को फटकार लगाई. इसके बाद DCP से लेकर थानेदार हरकत में आ गए. आरोपी किराएदार कमल मिश्रा समेत 6 लोगों के ख़िलाफ़ FIR दर्ज की गई. जिसके बाद पुलिस ने रविवार, 3 मार्च को आरोपी को गिरफ़्तार कर लिया.

पड़ोसियों पर भी था शक

पूरे मामले में DCP सेंट्रल ने बताया कि पुलिस जांच में पता चला कि कमल के मृतक नाबालिग लड़की की मां के साथ अवैध संबंध थे. लड़की और उसकी मां विजयनगर में रहती हैं. उनका पड़ोसियों से मकान को लेकर अक्सर विवाद होता रहता है. इसीलिए उन्हें बेटी की हत्या के बाद पड़ोसियों पर भी शक हुआ और कमल मिश्रा समेत 6 पड़ोसियों के नाम भी FIR  में दर्ज करा दी. लेकिन जब पुलिस ने जांच शुरू की, तो पता चला कि हत्या में पड़ोसियों का हाथ नहीं है.