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"दुनिया में केवल एक धर्म, बाकी सब..."- सनातन धर्म पर योगी आदित्यनाथ ने किसे मेसेज दे दिया?

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि दुनिया में केवल एक ही धर्म है, सनातन. बाकी सब तो मत हैं. सनातन धर्म को लेकर DMK नेता उदयनिधि स्टालिन के बयान के बाद से ही बवाल जारी है. उन्होंने सनातन को बीमारी बताकर इसे हटाने की बात की थी.

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सनातन धर्म को दुनिया का एकलौता धर्म बताया. (फोटो क्रेडिट - X)

सनातन धर्म को लेकर चल रहे विवाद (Sanatana Row) में एक नया बयान जुड़ गया है. DMK नेता उदयनिधि स्टालिन ने सनातन को बीमारी बताकर, हटाने की बात की थी. इसके बाद से ही इसे लेकर बवाल मचा हुआ है. अब उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी इस पर टिप्पणी की है. उन्होंने कहा कि दुनिया में केवल एक ही धर्म है, बाकी तो सब मत हैं.

श्रीमद भागवत कथा ज्ञान यज्ञ नाम के समारोह में अपनी बात रखते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा,

"धर्म तो दुनिया में एक ही है. वो है सनातन धर्म. बाकी धर्म नहीं हैं. मत हैं, पंथ हैं. उपासना विधि हैं. सनातन धर्म, मानव धर्म है. ये मानवता की सुरक्षा की गारंटी देता है. दुनिया के कल्याण की बात करता है. अगर सनातन धर्म पर संकट आएगा तो ये केवल भारत पर नहीं, दुनिया की मानवता पर आएगा."

उन्होंने आगे कहा,

"सनातन धर्म की व्यापकता को समझने के लिए हमें श्रीमद भागवत का सार समझना होगा. उस सार के लिए हमें अपने विचारों को खुला रखना होगा. संकीर्ण सोच के साथ इसे नहीं समझा जा सकता. जिस इंसान की सोच संकुचित होगी, वो श्रीमद भागवत के विराट स्वरूप के दर्शन नहीं कर सकता."

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'भारत में पैदा होना गर्व की बात'

न्यूज़ एजेंसी ANI के मुताबिक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवद् गीता के महत्व पर ज़ोर दिया. उन्होंने कहा,

"जिसने भी सात दिन चलने वाली भागवत कथा सुनी होगी, उसे अपने जीवन में कुछ अच्छे बदलाव ज़रूर देखने को मिलेंगे. भगवद् गीता की कथा की कोई सीमा नहीं है. इसे कुछ दिनों या घंटों के लिए सीमित नहीं किया जा सकता. ये हमारे पूरे जीवन को प्रभावित करती है. भक्त लगातार अपने जीवन में इसे अपनाने की कोशिश करते रहते हैं."

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भारत में पैदा होने पर गर्व की बात की. उन्होंने कहा,

"सभी भारतवासियों को गौरव होना चाहिए कि हमें भारत में जन्म मिला है. यहां जन्म लेना दुर्लभ है और उसमें भी मनुष्य का शरीर पाना और भी दुर्लभ है."

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इससे पहले 1 अक्टूबर को योगी आदित्यनाथ ने कहा था,

"देश और समाज की ज़रूरतें एक संत की प्राथमिकता होती हैं. महंत दिग्विजयनाथ ऐसे ही संत थे. उन्होंने अपने समय की चुनौतियों से संघर्ष किया है."

ये समारोह गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में हुआ. इसके आखिरी सत्र में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपनी बात रखी. ये आयोजन महंत दिग्विजय नाथ की 54वीं और महंत अवैद्यनाथ की 9वीं पुण्यतिथि पर किया गया. 

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