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इस डॉक्टर के पास जो जाता है उसकी आंखों का रंग बदल जाता है!

Keratopigmentation एक सर्जिकल प्रोसेस है. इस प्रोसेस में कॉर्निया में पिगमेंट इंजेक्ट करके आंखों का रंग बदला जाता है.

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डॉ. ब्रायन सर्जरी के जरिए आंखों को मनचाहा रंग दे रहे हैं. (ग्रैब)

दुनियाभर में साहित्यकारों ने आंखों की सुंदरता बयां करने में खूब कागद कारे किए हैं. फिल्मी गीतकार भी इसमें पीछे नहीं रहे. उन्होंने आंखों के रंगों और बनावट पर तमाम तराने बुने हैं. मसलन ‘गुलाबी आंखें जो तेरी देखी’, ‘सांवली सलोनी तेरी झील-सी आंखें’. प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में मोनालिसा की नीली आंखों ने भी खूब सुर्खियां बटोरी हैं. 

अब इस कड़ी में सात समंदर पार अमेरिका से एक खबर आई है. जो अपनी आंखों को मनचाहा रंग देने की ख्वाहिश रखने वालों को खुश कर देगी.

डॉक्टर ब्रायन बॉक्सर वाचलर (Brain Boxer Wachler) लॉस एंजिल्स के एक आई स्पेशलिस्ट हैं. वो आंखों की कॉस्मेटिक सर्जरी कर उनका रंग बदल देने के लिए चर्चा में हैं. डॉ. ब्रायन सर्जरी शुरू होने से पहले और फिर उसके नतीजों के वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करते रहते हैं. डॉ. ब्रायन के TikTok पर लगभग 34 लाख से ज्यादा फॉलोवर्स हैं. वहीं इंस्टाग्राम पर उन्हें 3 लाख से ज़्यादा लोग फॉलो करते हैं.

न्यूयॉक पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, डॉ. ब्रायन ने बताया कि यह एक कॉस्मेटिक सर्जरी है. अगर लोग ब्रेस्ट सर्जरी, फेस लिफ्ट और बोटॉक्स का चुनाव करते हैं. तो वो अपनी आंखों का रंग क्यों नहीं बदल सकते, अगर वो ऐसा करने का सपना देखते हैं.

यह केराटोपिगमेंटेशन (keratopigmentation) नाम के एक सर्जिकल प्रोसेस के जरिए किया जाता है. इस प्रोसेस में कॉर्निया में पिगमेंट इंजेक्ट करके आंखों का रंग बदला जाता है. कॉर्निया आंखों की पारदर्शी परत होती है. जो आंखों के सामने वाले हिस्से को कवर करने का काम करती है. इस सर्जरी से कॉर्निया पारदर्शी से अपारदर्शी बनाया जाता है. जिससे अंदर की नेचुरल आईरिस का रंग छिप जाता है. आईरिस आंखों के रंगीन हिस्से को कहते हैं. 

एक आंख का रंग बदलने में लगभग 15 से 20 मिनट का समय लगता है. सर्जरी के दौरान आंखों में सुन्न कर देने वाली ड्रॉप डाली जाती है. जिसके चलते आमतौर पर इस प्रोसेस में दर्द नहीं होता है.

डॉ. ब्रायन ने इस प्रक्रिया को बेहद सुरक्षित बताया है. उन्होंने कहा, 

 हेल्दी आंखों में विज़न को कोई डैमेज नहीं होता है. कभी-कभी आंखों में खुजली या फिर लाइट के प्रति सेंसेटेविटी होती है. लेकिन यह अस्थायी होता है.

उन्होंने आगे बताया कि उनके पास इमराल्ड ग्रीन, एवरग्रीन रिवेरा ब्लू, और पेरिस ब्लू जैसे ऑप्शंस मौजूद हैं. लेकिन लोग सबसे ज्यादा हनी गोल्ड, स्टील ग्रे और ओलिव ग्रीन कलर पसंद कर रहे हैं. न्यूयॉर्क पोस्ट की खबर के मुताबिक, ये कॉस्मेटिक सर्जरी सस्ती नहीं है. इसकी लागत प्रति आंख 6 हजार डॉलर (लगभग 5 लाख रुपये) है. यानी दोनों आंखें मिलाकर लगभग 10 लाख रुपये.

वीडियो: आसान भाषा में: आखिर ऐसा क्या है आंखों में जो लोग खिंचे चले आते हैं?