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रूस में हुई बगावत पर पुतिन से क्या बोले जेलेंस्की?

'पुतिन उनसे बच रहे हैं, जिन्हें खुद हथियार थमाया था.'

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वैग्नर ग्रुप के विद्रोह पर जेलेंस्की ने पुतिन पर साधा निशाना (साभार - आजतक/द इंडिपेंडेंट)

रूस में चल रहे आंतरिक विरोध पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की की प्रतिक्रिया आई है. जेलेंस्की ने पुतिन पर निशाना साधते हुए कहा है कि वैग्नर जैसे ग्रुप्स को खुद रूसी राष्ट्रपति ने हथियार थमाये थे. यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि पुतिन लगातार 1917 का ज़िक्र कर सिर्फ रूसी लोगों को डराते रहे हैं.

वोलोडिमिर जेलेंस्की ने ट्वीट कर लिखा है,

'जो भी बुराई का मार्ग चुनता है, खुद को नष्ट कर देता है. जब आप दूसरे देश को नष्ट करने के लिए सैनिकों की टुकड़ियां भेजेंगे, और फिर उन्हें रोका जाएगा, तो वो टुकडियां भागेंगी और विश्वासघात करेंगी ही. जो लोगों का तिरस्कार करता है और हजारों लोगों को युद्ध में झोंक देता है, वो भी सिर्फ खुद को उनसे बचाने के लिए जिसे उसने खुद हथियार थमाया हो. लंबे समय तक रूस ने अपनी कमजोरी और अपनी सरकार की मूर्खता को छुपाने के लिए दुष्प्रचार का इस्तेमाल किया. अब इतनी अराजकता फैल चुकी है कि कोई झूठ इसे नहीं छुपा सकता. और ये सब एक शख्स की करनी है, जो लोगों को बार-बार 1917 का ज़िक्र कर डराता रहा है.

रूस की कमजोरी साफ़ दिख है. और रूस जितनी देर तक अपनी सेना और भाड़े के सैनिकों को हमारी ज़मीन पर रखेगा, बाद में उसे उतनी ही अधिक अराजकता, दर्द और समस्याओं का समाना करना होगा. यूक्रेन, यूरोप को रूसी अराजकता को फैलने से बचाने में सक्षम रहा है. हम अपनी एकता और ताकत बनाए रखेंगे. हमारे सभी कमांडर और सैनिक जानते हैं उन्हें क्या करना है.

यूक्रेन की जीत होगी.'

इसके पहले राष्ट्रपति जेलेंस्की के सीनियर सलाहकार मिखाइल पोडोलेक ने कहा कि जो हो रहा है, वो सिर्फ शुरुआत है. रूस के एलाइट ग्रुप्स में दरार साफ नज़र आ रही है. "सबकुछ ठीक है" का दावा अब काम नहीं करेगा. इसमें किसी की हार तो निश्चित होगी. या तो प्रिगोझिन की... या उनके खिलाफ लड़ने वालों की.

यूक्रेन के अलावा कई अन्य देशों ने रूस में चल रही गतिविधियों पर बयान दिया है. उस पर आप द लल्लनटॉप की ये रिपोर्ट पढ़ सकते हैं.

क्या है पूरा मामला?

पुतिन से बगावत करने वाले वैग्नर ग्रुप के प्रमुख येवगेनी प्रिगोझिन ने दावा किया कि उसके लड़ाके रूस की सीमा में घुस चुके हैं. साथ ही कहा कि उनकी सेना ने रोस्तोव में रूसी सैन्य मुख्यालय पर कब्जा कर लिया. इधर, रूसी सेना ने देश के अलग-अलग इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी. रोस्तोव में लोगों को सड़कों पर निकलने से मना किया गया है. इसकी प्रतिक्रिया में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 24 जून को एक संबोधन में कहा कि इन लोगों ने पीठ पर वार किया है.

 

वीडियो: रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच यूक्रेन में बांध टूटा, हज़ारों लोग डूब जाएंगे?