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कीर स्टार्मर: वो शख्स जिसने 14 सालों बाद लेबर पार्टी को ब्रिटेन की सत्ता दिला दी!

Keir Starmer के नेतृत्व में ब्रिटेन में Labour Party की 14 सालों बाद सत्ता में वापसी होने जा रही है. श्रमिक वर्ग से रिश्ता रखने वाले कीर स्टार्मर के लिए यह जीत कई मायनों में बड़ी है, खासकर तब जब दुनिया भर में लेफ्ट पार्टियों की राजनीति लगातार झटका लग रहा है.

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कीर स्टार्मर ब्रिटेन के अगले प्रधानमंत्री होंगे. क्रेडिट- इंडिया टुडे

यूनाइटेड किंगडम (UK Election Results). बोलचाल में ब्रिटेन. 2019 का आम चुनाव. सत्तारुढ़ कंजरवेटिव पार्टी के चेहरे और तत्कालीन प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (Borris Jhonson) के खिलाफ भारी नाराजगी. लेबर पार्टी की सत्ता में वापसी की उम्मीद बंध रही थी. लेकिन नतीजे चौंकाने वाले रहे. कंजरवेटिव्स फिर से जीत गए. जिम्मेदार बताया गया. लेबर पार्टी के अतिवादी लेफ्ट रुझानों को. इस हार के समय लेबर पार्टी का नेतृत्व जर्मी कोर्बिन (Jeremy Corbyn) कर रहे थे. जिनकी विदाई हो गई. और कमान मिली कीर स्टार्मर (Keir Starmer) को जो एक समय अल्ट्रा लेफ्ट रुझानों के माने जाते थे. लेकिन उनके प्रतिद्वंद्वी उन्हें अवसरवादी बताते थे. इस कथित अवसरवादी नेता के पास लेबर पार्टी को सत्ता में वापस लाने का अवसर था. और इस दिशा में शुरुआत की पार्टी की नीतियों में बदलाव करके. यानी पार्टी की छवि को सेंटर टू लेफ्ट लाकर. अब परिणाम सबके सामने हैं. लेबर पार्टी (Labour Party) को लगभग पिछले ढाई दशकों की सबसे बड़ी जीत मिली है. और इसके सूत्रधार बने कीर स्टार्मर.

अब आते हैं ब्रिटेन में हुए चुनाव के नतीजों पर. 14 सालों बाद लेबर पार्टी की सत्ता में वापसी होनी जा रही है. चुनाव नतीजों में लेबर पार्टी 412 सीटें जीत चुकी है. जबकि मौजूदा प्रधानमंत्री ऋषि सुनक (Rishi Sunak) की कंजरवेटिव पार्टी अब तक 120 सीटें ही जीत पाई है. एग्जिट पोल्स में भी लेबर पार्टी को 650 में से 410 सीटें मिलने का अनुमान लगाया था. जबकि एग्जिट पोल में कंजरवेटिव पार्टी के 131 सीटों पर सिमटने की संभावना जताई गई थी. एग्जिट पोल्स और शुरुआती रुझान बता रहे हैं कि कीर स्टार्मर (Keir Starmer) का प्रधानमंत्री बनना तय है. 

कौन हैं कीर स्टार्मर

सर कीर स्टार्मर को अप्रैल 2020 में लेबर पार्टी का नया नेता चुना गया था. स्टार्मर 61 साल के हैं. इससे पहले ब्रिटेन में विपक्षी लेबर पार्टी का नेतृत्व जर्मी कोर्बिन कर रहे थे. पेशे से वकील स्टार्मर पहली बार 2015 में सांसद बने थे.

वाशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, स्टार्मर ने इस चुनाव के दौरान विदेशी मीडिया को इंटरव्यू नहीं दिया. जो कि पार्टी नेताओं के लिए सामान्य बात है. उनके करीबी सहयोगी उन्हें एक बेहद प्राइवेट व्यक्ति बताते हैं. उनकी पत्नी का नाम विक्टोरिया है और उनके दो बच्चे हैं. जिनके नाम उन्होंने कभी सार्वजनिक नहीं किए. और उनकी एक बिल्ली है, जिसका नाम ‘जोजो’ है. उन्होंने डाउनिंग स्ट्रीट में जाने से अपने परिवार पर पड़ने वाले प्रभाव के बारे में चिंता जताई है.

स्टार्मर बहुत चार्म वाले राजनेता नहीं हैं. और स्पीकर के तौर पर वे विंस्टल चर्चिल जैसे नहीं हैं. लेकिन उनके दोस्तों का मानना है कि वह एक कठोर प्रशासक हो सकते हैं जो शायद लड़खड़ाते ब्रिटेन के लिए जरूरी है.

पत्रकार और लेबर पार्टी से जुड़े टॉम बाल्डविन ने हाल ही में स्टार्मर की एक काफी चर्चित जीवनी लिखी है. उन्होंने बताया, 

 स्टार्मर अपने लक्ष्य को लेकर बहुत समर्पित और बिना थके काम करने वाले इंसान हैं. उनके पास बदलाव लाने की अपनी क्षमता के बारे में ठोस विचार हैं. वे बड़े- बड़े भाषणों से लोगों को प्रेरित नहीं करेंगे. वे इसके बदले चीजों को ठीक करेंगे.

स्टार्मर, उत्तरी लंदन में अपना चार बेडरूम वाला घर छोड़कर डाउनिंग स्ट्रीट में रहने जा रहे हैं. चुनाव प्रचार के दौरान खुद का परिचय देते हुए स्टार्मर ने कहा, उनकी मां नर्स थीं और उनके पिता एक टूलमेकर. उन्होंने बताया कि वे बिलों का भुगतान न होने और फोन कट जाने के बीच बड़े हुए थे. उनकी जीवनी लेखक बाल्डविन ने बताया कि उनके घर में पास्ता एक विदेशी फूड था. और उनका परिवार विदेश यात्रा करने में सक्षम नहीं था.

स्टार्मर की जिंदगी का अहम पड़ाव है एक प्रतिष्ठित हाई स्कूल में एडमिशन. वे अपने परिवार में विश्वविद्यालय में इंट्री लेने वाले पहले व्यक्ति थे. पहले लीड्स और फिर एक साल ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय में पढ़ाई की.

स्टार्मर ने अपने भाषणों में कहा, 

वे युवा परिवारों को अपनी पहली बाधा को पार करने में मदद करना चाहते हैं. क्योंकि हमें पता है कि हमारे पैरेंट्स का आधा बंटा हुआ प्लास्टर वाला घर उनके परिवार के लिए सबकुछ था. इसने हमें स्थिरता दी. और मेरा मानना है कि हर परिवार को इसका हक है.

उनकी मां एक नर्स के रूप में काम करती थीं. उन्हें फिजीकली कमजोर करने वाला एक दुर्लभ और गंभीर सिंड्रोम था. इस सिंड्रोम से पीड़ित अपनी मां को मिली देखभाल का हवाला देते हुए स्टार्मर बताते हैं कि इससे ब्रिटेन की राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा के प्रति उनका विश्वास मजबूत हुआ. उनकी पत्नी विक्टोरिया भी NHS के लिए व्यवसायिक स्वास्थ्य के क्षेत्र में काम करती हैं. जिनके बारे में स्टार्मर बताते हैं कि उनसे उन्हें लो इनकम वाले लोगों के लिए काम करने का विजन मिला है.

स्टार्मर बताते हैं कि उनके पिता फैक्ट्री में काम करने के कारण काफी अपमानित महसूस करते थे. और वे इमोशनली उनसे काफी दूर थे. स्टार्मर आगे बताते हैं कि एक पिता के रूप में वे बच्चों के लिए समय निकालने की कोशिश करते हैं. वे शुक्रवार की शाम 6 बजे काम बंद करने की कोशिश करते हैं. 

राजनेता के तौर पर स्टार्मर 

स्टार्मर 52 साल की उम्र में राजनीति में आए. करीब नौ साल पहले 2015 में उन्हें लंदन जिले के होलबोर्न और सेंट पैनक्रास से सांसद चुना गया था. और उन्होंने विपक्ष में शैडो मिनिस्टर के रूप में काम किया. उन्हें ब्रेक्जिट पर लेबर पार्टी की अनिश्चित स्टैंड पर बातचीत करने का काम दिया गया था. स्टार्मर यूरोपीय यूनियन छोड़ने के खिलाफ थे. लेकिन कई ब्लू कॉलर लेबर वोटर इसके पक्ष में थे. लेबर पार्टी न तो ब्रेक्जिट के पक्ष में थी और न ही इसकी खिलाफत कर रही थी. वो इस पर एक और जनमत संग्रह चाहती थी. इस उलझन का 2019 में लेबर पार्टी की हार में अहम योगदान रहा.

इस चुनाव के बाद लेबर नेता जेरेमी कॉर्बिन बाहर हो गए और स्टार्मर को पार्टी की कमान मिली. उन्होंने लेबर पार्टी को फिर से खड़ा करने का जिम्मा उठाया.

पार्टी में नेतृत्व की लड़ाई में स्टार्मर से मात खाने वाले आलोचक उन्हें अवसरवादी बताते हैं. उनके सहयोगी उन्हें उन मेंबर्स को बाहर करने का श्रेय देते हैं जिन्होंने जनता में लेबर पार्टी की यहूदी विरोधी इमेज बनाई थी. उन्होंने चुनावी सफलता के लिए लेबर पार्टी की नीतियों को लेफ्ट से सेंटर की ओर शिफ्ट किया है.

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वकील के तौर पर स्टार्मर

एक वकील के रूप में स्टार्मर ने वामपंथी एजेंडे पर काम किया. उन्होंने  ट्रेड यूनियनों, मैकडॉनल्ड्स विरोधी एक्टिविस्ट्स और विदेशों में मौत की सजा पाए कैदियों का बचाव किया. स्टार्मर ने मानवाधिकार वकील अमल क्लूनी के साथ भी काम किया है.

फर्स्टपोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, 2003 में उन्होंने सरकारी पद संभालकर अपने दोस्त और सहयोगियों को चौंका दिया. एक सरकारी वकील के रूप में उन्होंने ये सुनिश्चित किया कि उत्तरी आयरलैंड मानवाधिकार कानून का पालन करे. 
2008 में स्टार्मर को लेबर पार्टी के गॉर्डन ब्राउन के पीएम रहते इंग्लैंड और वेल्स के लिए लोक अभियोजन (Public Prosecution) प्रमुख नियुक्त किया गया था.

2008 से 2013 तक स्टार्मर ने अपने खर्चों का दुरुपयोग करने वाले सांसदों, फोन हैकिंग से जुड़े पत्रकारों और इंग्लैंड में अशांति फैलाने वाले युवा दंगाइयों के खिलाफ अभियोजन (Prosecution) की देखरेख की थी.

2015 में उन्हें महारानी एलिजाबेथ द्वितीय द्वारा नाइटहुड की उपाधि दी गई थी. उन्हें पब्लिकली सर कहकर संबोधित किया जाता है. लेकिन वह शायद ही कभी इस उपाधि का इस्तेमाल करते हैं.

स्टार्मर वामपंथी रुझान वाले वकील रहे हैं. जिन्होंने ब्रिटिश राजघराने की ओर से आतंकवादियों पर मुकदमा चलाने से पहले वीगन एनार्किस्ट्स का बचाव किया था. अपनी युवावस्था में वे ट्रॉटस्की पत्रिका के संपादक थे. लेकिन इस साल उन्होंने लेबर पार्टी के केंद्र में वेल्थ क्रिएशन को रखकर पूंजीपतियों को खुश किया. वे राजतंत्र विरोधी थे. जिससे नाइटहुड की उपाधि मिली थी. और अब जब को ब्रिटेन की प्रधानमंत्री होंगे तब हर सप्ताह उन्हें  एक बार राजा से मिलना होगा.  

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