अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप (Donald Trump) के टैरिफ फैसले का असर दुनियाभर की मार्केट पर पड़ा था. लेकिन अब ट्रंप के एक और अनुमान ने अमेरिका के शेयर बाज़ार (US Share Market) को सहमा दिया है. ट्रंप ने अमेरिका के सेंट्रल बैंक फेडरल रिज़र्व (Federal Reserve) के मुखिया जेरोम पॉवेल (Jerome Powell) को खरी-खोटी सुनाई है. उन्हें निकालने की चेतावनी भी दी है. इसकी वजह से सोमवार, 21 अप्रैल को अमेरिका के शेयर बाज़ारों में तेज़ गिरावट दर्ज़ की गई.
Federal Reserve के मुखिया को Trump की चेतावनी! अमेरिकी शेयर बाज़ार का ये हाल हो गया
US Share Market: अमेरिकी सेंट्रल बैंक के प्रमुख जेरोम पॉवेल को प्रेसीडेंट Donald Trump ने चेतावनी दी है. ट्रंप उन्हें हटाने पर विचार कर रहे हैं. इस चेतावनी का अमेरिका की मार्केट पर पड़ता दिख रहा है. 21 अप्रैल को अमेरिकी शेयर बाज़ार खुला तो S&P 500 में क़रीब दो प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली. डॉलर इंडेक्स 15 महीने के निचले स्तर पर आ गया.

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पॉवेल को मिली इस फटकार ने बाज़ार में घबराहट पैदा कर दी. जिसकी वजह से भारी बिकवाली देखने को मिली. ट्रंप की इस चेतावनी का असर लॉन्ग टर्म ट्रेजरी और डॉलर पर भी पड़ता दिख रहा है.
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US में लॉन्ग वीकेंड की छुट्टी के बाद जब सोमवार को अमेरिकी शेयर बाज़ार खुला तो S&P 500 में क़रीब दो प्रतिशत की गिरावट देखने को मिली. वहीं, डॉलर इंडेक्स 15 महीने के निचले स्तर पर आ गया. 10 साल की अमेरिकी बॉण्ड यील्ड 4.4% के करीब पहुंच गई.
रिपोर्ट के मुताबिक, दूसरी करेंसी जैसे स्विस फ्रैंक, जापानी येन और यूरो में मज़बूती आई. कच्चे तेल की कीमतें दो फीसदी गिरकर $64 प्रति बैरल से नीचे चली गईं. जापान का शेयर मार्केट Nikkei 225 इंडेक्स 1.3 फीसदी फिसल गया. लेकिन सोने की कीमतों में तेज़ी देखने को मिले. सोना अपने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया. यह 3,400 अमेरिकी डॉलर प्रति ऑन्स से ऊपर था.
ट्रंप ने दावा किया था कि अमेरिका में कोई महंगाई नहीं है. अब समय आ गया है कि फेड ब्याज़ दरों में कटौती की जाए. उन्होंने यह भी संकेत दिए कि वे फेड चेयरमैन पॉवेल को हटाने के विकल्प पर विचार कर रहे हैं.
इस राजनीतिक दखल की आशंका से बाजारों में चिंता बढ़ी है. जानकारों का मानना है कि अगर फेड की स्वतंत्रता पर सवाल उठे तो अमेरिका के फाइनेंशियल सिस्टम को बड़ा झटका लग सकता है.
Pepperstone के सीनियर रणनीतिकार माइकल ब्राउन ने कहा,
अगर पॉवेल को हटाया गया तो यह अमेरिकी बाजारों से निवेशकों की सबसे तेज़ और भारी निकासी हो सकती है.
OCBC बैंक के करेंसी एक्सपर्ट क्रिस्टोफर वोंग का मानना है कि फेड की साख को नुकसान पहुंचा तो डॉलर की स्थिति को भारी धक्का लगेगा.
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इस बीच, फेडरल रिज़र्व के शिकागो प्रमुख ऑस्टन गूल्सबी ने कहा कि फेड की स्वतंत्रता बनाए रखना बेहद ज़रूरी है. लगभग सभी इकोनॉमिस्ट मानते हैं कि सेंट्रल बैंक को राजनीतिक दबाव से मुक्त रहना चाहिए.
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