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गांव में पुल नहीं बन रहा था, ट्रक ड्राइवर ने पत्नी के गहने गिरवी रख बनवाया, नेताओं को शर्म आ जाएगी!

पुल नहीं होने की वजह से हादसे हो रहे थे.

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पत्नी के गहने गिरवी रख गांव में पुल बनाया. (सांकेतिक फोटो-आजतक)

ओडिशा (Odisha) के एक छोटे से गांव में नदी पर पुल बनना था. वो पुल जिसके बनने से गांव वालों को अस्पताल पहुंचने में आसानी होती (Odisha Rayagadha Bridge). नदी पार करते हुए कई लोग घायल होते रहे. लोग तो लोग, पानी के तेज बहाव में बाइक तक बह जाती थीं. नेताओं ने पुल बनाने के खूब वादे किए लेकिन हुआ कुछ नहीं. अब गांव के एक ट्रक ड्राइवर ने घर का सोना गिरवी रख गांव वालों के लिए पुल बनवाया है.

मामला रायगड़ा जिले के काशीपुर ब्लॉक के गुंजरमपंजारा गांव का है. छोटे से इस गांव में करीब 100 परिवार रहते हैं. इन्हीं में से एक हैं 26 साल के ट्रक चालक रंजीत नायक. गांव वालों को इलाज के लिए पड़ोसी जिले के अस्पतालों में जाना पड़ता है और बीच में बिछला नदी पड़ती है. रंजीत नायक ने हिंदुस्तान टाइम्स को बताया-

लोगों को बहुत परेशानी हो रही थी. नदी पार करने की कोशिश में कई लोग चोटिल हो जाते थे. नदी बहुत गहरी नहीं थी लेकिन उसमें पानी का बहाव तेज था. कई बार लोग बह जाते थे. नदी के किनारे वापस जाने की कोशिश में वो घायल भी होते थे. कभी-कभी नदी पार करते समय मोटरसाइकिलें भी बह जाती हैं.

पिछले दो चुनावों में स्थानीय नेताओं ने नदी पर स्थायी पुल बनाने के कई वादे किए. गांववाले उम्मीद में थे कि जल्द ही नदी पर पुल बनेगा. रंजीत बताते हैं कि वो इंतजार करते करते थक गए थे. इस साल जून में ही रंजीत ने खुद इस समस्या का हल निकालने की सोची.

गहने गिरवी रखे

ठोस पुल बनाना मुश्किल था इसलिए नायक ने लकड़ी के खंभे और बांस से पुल बनाने का फैसला लिया. इस काम में उन्होंने अपने पिता की भी मदद ली. सामान इकट्ठा किया गया और काम शुरू हुआ. पुल का काम पूरा नहीं हुआ था कि बांस और लकड़िया खत्म हो गईं. तब भी रंजीत रुके नहीं. उन्होंने अपनी पत्नी के गहने गिरवी रख दिए. बदले में मिले 70,000 रुपये से पुल का काम पूरा हुआ. रंजीत ने अपने ड्राइविंग के काम से छुट्टी लेकर इसे पूरा किया. आखिरकार नवंबर में पुल तैयार हो गया.  

रंजीत बताते हैं कि- 

पुल अच्छा बना है. उस पर दो पहिया वाहन भी गुजरते सकते हैं, हालांकि वो थोड़ा हिलता है. 

रिपोर्ट के मुताबिक, रायगड़ा जिला कलेक्टर ने मामले पर कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया.

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