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'PM मोदी ने आचार संहिता का उल्लंघन किया', चुनाव आयोग में किसने शिकायत कर दी?

4 नवंबर को छत्तीसगढ़ की एक चुनावी रैली में PM मोदी ने मुफ्त राशन योजना 5 साल तक बढ़ाने की घोषणा की थी. इसी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई है.

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (फोटो- PTI)

तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद साकेत गोखले ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है. गोखले ने प्रधानमंत्री पर आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया है. मामला छत्तीसगढ़ के दुर्ग में BJP की रैली से जुड़ा है. 4 नवंबर को इस रैली में PM मोदी ने मुफ्त राशन योजना 5 साल तक बढ़ाने की घोषणा की थी. साकेत गोखल का दावा है कि चुनाव आयोग के नियमों के हिसाब से ये गलत है.

साकेत गोखले ने सोशल मीडिया पर चुनाव आयोग से की गई शिकायत वाली चिट्ठी को शेयर किया है. उन्होंने लिखा,

“पीएम मोदी ने 4 नवंबर को मुफ्त राशन कार्यक्रम अगले 5 साल के लिए बढ़ाने की घोषणा की. ये एक नीतिगत फैसला है जिसकी घोषणा कभी भी की जा सकती थी. लेकिन पीएम मोदी ने इसकी घोषणा छत्तीसगढ़ के दुर्ग में BJP के लिए एक चुनावी रैली के दौरान की.”

साकेत गोखले ने आगे लिखा है,

“चुनाव आयोग के नियमों में कहा गया है कि चुनाव अवधि के दौरान किसी मंत्री द्वारा ऐसी घोषणाएं करना राज्य मशीनरी का उपयोग करके मतदाताओं को अनुचित रूप से प्रभावित करना है.”

साकेत गोखले ने चुनाव आयोग की चिट्ठी में भी क्लॉज-7 का हवाला दिया है. उन्होंने शिकायत में लिखा है,

“चुनाव आयोग के आदर्श आचार संहिता के खंड VII (6) (ए) में कहा गया है कि आयोग द्वारा चुनावों की घोषणा के बाद से मंत्री और अन्य अधिकारी किसी भी रूप में किसी भी वित्तीय अनुदान या उसके वादे की घोषणा नहीं करेंगे. माननीय प्रधानमंत्री BJP से हैं, जो भारत की केंद्र सरकार में सत्ता में है. मुफ्त राशन योजना की घोषणा (ना कि वादा) माननीय प्रधानमंत्री द्वारा BJP के लिए प्रचार करते समय की गई.”

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छत्तीसगढ़ के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को लिखी चिट्ठी में साकेत गोखले ने शिकायत दर्ज कर मांग की है कि 5 राज्यों में विधानसभा चुनावों को प्रभावित करने के लिए PM मोदी के इस कदम के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की जाए.

प्रधानमंत्री ने क्या कहा था?

दुर्ग में रैली के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने वादा किया कि कोविड-19 महामारी के दौरान शुरू की गई प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना को अगले 5 सालों के लिए बढ़ाया जाएगा. उन्होंने कहा था, 

"जब कोविड का संकट आया तब गरीब की सबसे बड़ी चिंता थी कि वह अपने बच्चों को खाना क्या खिलाएंगे. तब मैंने तय किया किसी गरीब को मैं भूखे नहीं सोने दूंगा इसलिए बीजेपी सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना शुरू की. यह योजना दिसंबर में पूरी हो रही है. देश के गरीब भाई बहनों को दुर्ग की धरती से बताना चाहता हूं कि मैंने निश्चय कर लिया है कि देश के 80 करोड़ गरीबों को मुफ्त राशन देने वाली योजना को बीजेपी सरकार अगले 5 साल के लिए और बढ़ाएगी."

प्रधानमंत्री ने रैली में ये भी कहा कि उनके लिए देश में सबसे बड़ी जाति 'गरीब' है और वो उनके 'सेवक' हैं. इसलिए बीजेपी की ओर से जारी 'संकल्प पत्र' (घोषणा पत्र) में महिलाओं, युवाओं और किसानों को प्राथमिकता दी गई है.