पश्चिम बंगाल में एक अनोखा कार्यक्रम आयोजित किया गया (West Bengal). बिना बाल या कम बाल वाले लोगों को सम्मानित करने का कार्यक्रम (Bald Men Honoured). इसे आयोजित करने वाले शौकत मोल्ला तृणमूल कांग्रेस के नेता और विधायक हैं. गंजे लोगों को माला पहनाकर उनका स्वागत किया गया. सम्मानित करते हुए उन्हें फूल और गिफ्त भी बांटे गए. TMC विधायक ने ऐसा करने के पीछे की वजह भी बताई है.
TMC विधायक ने 100 गंजे लोगों को किया सम्मानित, माला पहनाकर गिफ्ट बांटे गए, वजह बड़ी दिलचस्प है!
West Bengal: प्रोग्राम कैनिंग के जीवंतला बाजार में रखा गया था. 100 गंजे पुरुषों को बुलाकर यहां सम्मानित किया गया. शौकत मोल्ला ने कार्यक्रम के बाद कहा- मैं कम बालों वाले लोगों को बुद्धिजीवी मानता हूं.
आजतक की रिपोर्ट के मुताबिक, ये प्रोग्राम कैनिंग के जीवंतला बाजार में रखा गया था. 100 गंजे पुरुषों को बुलाकर यहां सम्मानित किया गया. शौकत मोल्ला ने कार्यक्रम के बाद कहा,
मैं कम बालों वाले लोगों को बुद्धिजीवी मानता हूं. उन्हें बौद्धिक के रूप में सम्मानित किया जाना चाहिए. इस अनोखी पहल का मकसद उन लोगों की हौसला अफजाई करना था जो बालों की कमी, गहरे स्किन कलर, मोटापे या छोटी हाइट की वजह से सामाजिक धारणाओं के शिकार होते हैं.
शौकत मोल्ला ने कहा,
सब कुछ ईश्वर का तोहफा है. इसके बारे में नीचा महसूस करने या परेशान होने की जरूरत नहीं है. मैं उन लोगों का स्वागत करूंगा जिनके सिर पर बाल नहीं हैं.
शौकत मोल्ला ने बताया कि फिलहाल ये कार्यक्रम दो ग्राम पंचायतों से शुरू किया गया है और आगे चल कर इसे पूरे विधानसभा क्षेत्र में आयोजित किया जाएगा. कार्यक्रम में पहुंचे स्थानीय तरुण मंडल ने कहा कि उन्होंने बालों के लिए कई तरह के तेल और दवाइयां आजमाई हैं. लेकिन कुछ भी काम नहीं आया. बोले कि 40 साल की उम्र तक उनके सारे बाल चले गए. वो विधायक के समर्थन और इस पहल के लिए आभारी हैं.
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गंजा होने की वजह से नौकरी गईपिछले साल एक मामला सामने आया था जहां गंजा होने के चलते एक शख्स को नौकरी से निकाला गया था. यूनाइटेड के लीड्स में रहने वाले मार्क जोन्स टैंगो नेटवर्क नाम की एक कंपनी में काम करते थे. वो इस कंपनी में सेल्स डायरेक्टर थे और उनकी सालाना सैलरी 60 हजार पाउंड यानी लगभग 60 लाख रुपये थी. द इंडिपेंडेंट की एक रिपोर्ट के मुताबिक मार्क के गंजे बॉस फिलिप हेस्केथ ने एक दिन मार्क को अपने केबिन में बुलाया. फिलिप बोले कि वो अपनी कंपनी में खुद की ‘मिरर इमेज’ नहीं चाहते. यानी अपने जैसे गंजे लोग नहीं चाहते.
मार्क इसके बाद कोर्ट पहुंच गए. कोर्ट ने दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद मार्क के पक्ष में फैसला सुनाया. जज ने उन्हें कंपनी से करीब 70 लाख रुपये का मुआवजा दिलाया. जज का कहना था कि सिर्फ गंजा होने की वजह से किसी को नौकरी से नहीं निकाला जा सकता.
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