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वो 6 मौक़े, जब इज़रायल-हमास के बीच हुई भीषण 'जंग' में मारे गए हज़ारों निर्दोष लोग

ये पहली बार नहीं है, जब ग़ाज़ा और इज़रायल के बीच रॉकेट दागे गए हों.

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हमास के लड़ाके और इज़रायली फ़ोर्सेज़ के लोग (फ़ोटो - AP)

इज़रायल और ग़ाज़ा (Israel-Gaza) के बीच जंग छिड़ी हुई है. अभी तक इज़रायल के 600 और ग़ाज़ा के 300 से ज़्यादा नागरिकों की मौत की पुष्टि हुई है. दोनों तरफ़ भयानक अस्थिरता तारी है. लेकिन ये पहली बार नहीं है, जब दोनों के बीच इस तरह की सशस्त्र भिड़ंत हुई है. हमास, 2007 में ग़ाज़ा पट्टी की सत्ता पर आया और तभी से इज़रायल और फ़िलिस्तीनी समूहों के बीच इस तरह के हिंसक विवाद होते रहे हैं. हालिया हिंसा से इतर इसी साल 247 फ़िलिस्तीनी, 32 इज़रायली और दो विदेशी मारे जा चुके हैं. इनमें लड़ाके और नागरिक, दोनों ही शामिल हैं.

वैसे तो हमास ने इज़रायल पर अपना पहला रॉकेट हमला अप्रैल 2001 में किया था. 'दूसरे इंतिफ़ादा' के दौरान किया था. लेकिन अभी आप 2007 के बाद इज़रायल की सरकार और हमास के बीच हुई कुछ प्रमुख हिंसक घटनाओं के बारे में जानिए. इज़यारल पर रॉकेट दागने वाले इस्लामिस्ट चरमपंथी समूह 'हमास' का पूरा इतिहास पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें.

6 बड़ी भिड़ंत

दिसंबर 2008 - हमास ने इज़रायल के दक्षिणी शहर सेडरोट पर रॉकेट दागे. तो इज़रायल ने ग़ाज़ा में सैन्य आक्रमण शुरू किया. 22 दिनों तक चले इस ऑपरेशन में क़रीब 1,400 फ़िलिस्तीनी और 13 इज़रायली मारे गए.

नवंबर 2012 - इज़राइल ने हमास के सैन्य प्रमुख अहमद जाबरी को मार डाला और फिर फ़िलिस्तीन पर आठ दिनों तक लगातार हवाई हमले किए. UN के मानवाधिकार आयोग (UNHRC) की रिपोर्ट के मुताबिक़, इन हमलों में 174 फ़िलिस्तीनी मारे गए थे और सैकड़ों घायल हुए थे. 

जुलाई-अगस्त 2014 - हमास ने 3 इज़रायली लड़को को पहले किडनैप किया, फिर उनकी हत्या कर दी. इसके ख़िलाफ़ इज़रायल ने 'ऑपरेशन प्रोटेक्टिव एज' शुरू किया. ग़ाज़ा में इज़रायल तब तक का सबसे लंबा और सख़्त सैन्य अभियान. इज़रायली फ़ोर्सेज़ के 50 दिनों के इस ऑपरेशन में 2,000 से ज़्यादा फ़िलिस्तीनी मारे गए थे और 7,000 से ज़्यादा घर नष्ट हो गए थे. 73 इज़रायलियों की भी मौत हो गई थी, जिसमें से ज़्यादातर सैनिक थे.

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मई 2021 - पूर्वी जेरुसलम के एक छोटे से इलाक़े में भड़के प्रॉपर्टी विवाद ने चिंगाड़ी भड़काई. हफ़्तों से बना आ रहा तनाव ईद के बाद - 10 मई को - क़ाबू से बाहर चला गया. जेरुसलम का सबसे पवित्र स्थान टेम्पल माउंट भी इसकी ज़द में आ गया. 10 मई की सुबह यहां भी हिंसा हुई. इज़रायली फोर्सेज़ ने पत्थर फेंक रहे फ़िलिस्तीनियों पर रबड़ बुलेट्स दागीं. मस्ज़िद को ख़ाली करवा दिया. जवाब में हमास ने इज़रायल पर रॉकेट हमले शुरू कर दिए. प्रतिक्रिया में इज़रायल ने गाज़ा पर बमबारी शुरू कर दी. 11 दिनों तक चली लड़ाई की वजह से ग़ाज़ा में कम से कम 260 लोग मारे गए और इजराइल में 13.

अगस्त 2022 - इज़रायली ने हवाई हमले किए. इसमें महिलाओं और बच्चों सहित 30 से ज़्यादा फ़िलिस्तीनी मारे गए. 'फ़िलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद' (PIJ) नाम के दो समूह के दो कमांडर इज़रायल के हमलों में मारे गए. सो उन्होंने जवाब में इज़रायल पर दर्जनों रॉकेट दागे.

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मई 2023 - इज़रायल ने ग़ाज़ा पट्टी पर 'ऑपरेशन शील्ड ऐंड एरो' नाम के अभियान के तहत हवाई हमले शुरू किए. फिलिस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक़, पांच दिनों तक चले इस हमले में छह महिलाओं और चार बच्चों सहित कम से कम 13 लोगों की मौत हो गई. मृतकों में PIJ समूह के तीन सदस्य शामिल थे. 

वीडियो: अपने ही नागरिकों की हत्या पर क्यों मजबूर हुआ हमास?