ट्रैक्टर रैली के दौरान गाजियाबाद बॉर्डर की ओर कूच करते किसान. ये फोटो गौतमबुद्ध नगर के दनकौर की है. (फोटो- PTI)
7 जनवरी 2021. किसान आंदोलन का 43वां दिन. किसानों ने दिल्ली के चारों ओर बने पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर ट्रैक्टर मार्च निकाला. इस मार्च में महिलाओं ने भी हिस्सा लिया. मार्च सिंघु बॉर्डर से टिकरी, टिकरी बॉर्डर से कुंडली की तरफ, गाजीपुर से पलवल और मेवात के रेवासन से पलवल की तरफ निकाला गया. किसानों का कहना है कि सरकार ने उनकी मांगें नहीं मानीं तो 26 जनवरी को भी ट्रैक्टर परेड होगी. ये मार्च उसी का ट्रेलर है.
हरियाणा के किसान संगठनों ने हर गांव से 10 महिलाओं को 26 जनवरी के लिए दिल्ली बुलाया है. यही अपील UP के किसानों ने की है. भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि हम सरकार को चेतावनी देने के लिए ये रैली निकाल रहे हैं. 26 जनवरी को हम ट्रैक्टर परेड निकालेंगे.
आइए तस्वीरों में देखिए, कैसा रहा किसानों का ये ट्रैक्टर मार्च.

ईस्टन पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर टिकरी बॉर्डर की तरफ बढ़ता किसानों का जत्था. फोटो-PTI

किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान सिंघु बॉर्डर पर कुछ ऐसा रहा नजारा. फोटो-PTI

किसानों का कहना है कि ये ट्रैक्टर रैली 26 जनवरी से पहले की रिहर्सल है. फोटो- ट्विटर

ट्विटर पर इस फोटो को कई लोगों ने शेयर किया है.

किसानों की इस ट्रैक्टर रैली में महिलाओं ने भी हिस्सा लिया. कहा जा रहा है कि 26 जनवरी को महिलाएं ही इस मार्च को लीड करेंगी. फोटो-ट्विटर

पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर लाइन में लगे ट्रैक्टर. ये प्रदर्शन सरकार और किसानों से बातचीत के एक दिन पहले हुआ है.

भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भी ट्रैक्टर चलाया. तस्वीर गाजियाबाद बॉर्डर की है. फोटो क्रेडिट-PTI

NH-24 होते हुए रैली में शामिल होने के लिए जाते किसान. इस दौरान संगठन के झंडे के साथ ही ट्रैक्टर पर तिरंगा लहराता भी दिखाई दिया. फोटो-PTI

इस फोटो को ट्वीट करते हुए कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने लिखा- अंधी-बहरी सरकार जी, यह है अन्नदाताओं के संगठन की ताक़त. भीषण शीतलहर में किसानों के इस संघर्ष की गंभीरता को समझकर तत्काल तीनों काले क़ानून वापस लो.

इस प्रदर्शन में कितने ट्रैक्टर शामिल हुए इसे लेकर अलग-अलग दावे किए जा रहे हैं.
केंद्र सरकार से बातचीत से एक दिन पहले किसानों के ट्रैक्टर मार्च को सरकार पर दबाव बनाने की कोशिश के रूप में देखा जा रहा है. हालांकि भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि हम मई 2024 तक आंदोलन के लिए तैयार हैं. बता दें कि मोदी सरकार का कार्यकाल 2024 में पूरा होगा.