बिहार में कुछ बदमाश पूरा का पूरा मोबाइल टावर ही चुरा ले गए. आरोपियों ने धीरे-धीरे टावर को तोड़ा और लोहा समेटकर चलते बने (Thieves steal Mobile Tower Patna Bihar). अब सवाल है कि इतना बड़ा टावर चुरा लिया और किसी को पता नहीं चला? वो ऐसे कि ये बदमाश मोबाइल कंपनी के अधिकारी-कर्मचारी बनकर आए थे. तीन दिन लगाकर फुल कॉन्फिडेंस के साथ इन्होंने धीर-धीरे टावर गायब कर दिया. सबको यही लगता रहा कि चोर कंपनी के लोग हैं और बड़ी मेहनत का काम कर रहे हैं.
बिहार में चोर पूरा मोबाइल टावर चुरा ले गए, तीन दिन तक काट-काटकर ट्रक में भरा!
लोगों से कहा - 'कंपनी के लोग हैं, घाटा हो रहा है, इसलिए हटाना पड़ेगा'
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक, घटना पटना जिले के गर्दनीबाग इलाके की है. यहां लल्लन सिंह नाम के शख्स की जमीन पर GTPL कंपनी का टावर लगा हुआ था. एक दिन यहां 10 लोग आए और खुद को टावर कंपनी का अधिकारी-कर्मचारी बताने लगे. लल्लन सिंह के पड़ोसी मनोज सिंह ने दैनिक भास्कर को बताया,
“उन लोगों ने कहा कि कंपनी को घाटा हो रहा है और कुछ दिन में ये बंद होने वाली है इसलिए टावर हटाना पड़ेगा.”
जमीन के मालिक लल्लन सिंह टावर हटाने के लिए सहमत हो गए. उन्हें लगा कि चलो जमीन खाली हो जाएगी. रिपोर्ट के मुताबिक, लगातार तीन दिन तक दस आरोपियों ने गैस कटर से टावर को काटा और उसे टुकड़ों में पिकअप वैन में भरकर ले गए. बताया जा रहा है कि टावर करीब 50 मीटर लंबा था जो 15-16 साल पहले यहां लगाया गया था. टावर की कीमत 19 लाख रुपये बताई जा रही है.
स्थानीय लोगों ने बताया,
“चोर लगातार तीन दिन तक जिस रास्ते से टावर के टुकड़े ले जा रहे थे वहां से हम गुजरते थे लेकिन हमें लगा कि वो कंपनी के लोग हैं इसलिए कभी किसी ने रोका टोका नहीं.”
मोबाइल टावर की चोरी का ऐसा ही मामला कुछ समय पहले तमिलनाडु से भी सामने आया था. इसी साल जुलाई में एक गैंग के तीन लोग फर्जी डॉक्यूमेंट्स के साथ मोबाइल कंपनी अधिकारी बनकर मौके पर पहुंचे. उन्होंने मोबाइल टावर तोड़ा और फिर कबाड़ी वाले को 6 लाख 40 हजार रुपये में बेच डाला. आरोपियों के पास से 10 टन लोहा और एक जनरेटर बरामद किया गया था.
कुछ समय पहले बिहार में चोर रेल इंजन चुरा ले गए थे.
और कुछ समय पहले रेलवे पुल.
देखें वीडियो- बिहार: छात्राओं को बिना कपड़ों की तस्वीरें भेजता था प्रोफेसर, बर्खास्तगी की हो रही मांग