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प्राइमरी टीचर को सस्पेंड किया तो बच्चों ने स्कूल आना बंद कर दिया, शर्त सुन अफसर चक्कर में पड़े!

उत्तर प्रदेश के संभल जिले की ये घटना है. आरोप है कि स्थानीय खंड शिक्षा अधिकारी अपने ऑफिस को दीवार से ना ढकने को लेकर नाराज थे, इसलिए उन्होंने प्रधानाध्यापिका को सजा दी.

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छात्रों का मानना है कि टीचर को गलत तरीके से निलंबित किया गया (सांकेतिक फोटो- आजतक)

उत्तर प्रदेश के संभल जिले में एक प्राइमरी टीचर के सस्पेंशन को लेकर बवाल मचा हुआ है. आरोप है कि वहां के सरकारी मिडिल स्कूल में बाउंड्री वॉल बनाने को लेकर प्रधानाध्यापिका को निलंबित कर दिया गया. इससे नाराज होकर बच्चों ने स्कूल जाना ही बंद कर दिया है. बच्चों ने अपने टीचर का सस्पेंशन रद्द करने की मांग की है.  

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, मामला असमोली ब्लॉक के सैदपुर निबौला गांव का है. यहां छठी से आठवीं कक्षा के लिए एक सरकारी मिडिल स्कूल है, जिसमें लगभग 81 बच्चें पढ़ते हैं. 21 नवंबर को सहायक शिक्षिका और इन चार्ज दीप्ति यादव को जिला शिक्षा विभाग ने निलंबित कर दिया. आरोप लगाया गया कि टीचर ने स्कूल में निरीक्षण से बचने के लिए बाउंड्री वॉल बनवाई है.

गांव के प्रधान ने असलियत बता दी? 

इस मामले में गांव के प्रधान ने आरोप लगाया कि स्थानीय खंड शिक्षा अधिकारी (BEO) अपने ऑफिस को दीवार से ना ढकने को लेकर नाराज थे, इसलिए उन्होंने प्रधानाध्यापिका को सजा दी. हालांकि, संभल के बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इन आरोपों से इनकार किया है.

दीप्ति यादव ने अखबार को बताया कि बाउंड्री वॉल पंचायत के मुखिया द्वारा गांव के विकास फंड से बनाई जा रही थी. उन्होंने कहा,

मंगलवार को मुझे मेरा निलंबन पत्र सौंपा गया. मैं आठ साल से स्कूल में पढ़ा रही हूं और अचानक मुझे झूठे आरोपों में निलंबित कर दिया गया है. ये मानसिक उत्पीड़न है.

22 नवंबर को जब दीप्ति यादव की जगह सहायक शिक्षक संजीव कुमार को काम पर रखा गया. अगले दिन जब वो स्कूल पहुंचे तो वहां केवल 12 छात्र मौजूद थे. छात्रों का मानना है कि उनकी टीचर को गलत तरीके से निलंबित किया गया है.

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गांव की प्रधान राज बाला के पति नरेश कुमार ने बताया कि हर साल बारिश के मौसम में पास की झील का पानी स्कूल परिसर में इकट्ठा हो जाता है जिसके चलते कई दिनों तक स्कूल बंद रखना पड़ता है. उन्होंने बताया,

मैंने इस बात की जानकारी खंड शिक्षा अधिकारी को दी तो उन्होंने चारदीवारी बनवाने के लिए कहा. एक महीने पहले मैंने बाउंड्री वॉल का निर्माण कार्य शुरू कराया. इस पर BEO सुल्तान अहमद ने कहा कि स्कूल के बगल में जो उनका ऑफिस है, उसे भी नई चारदीवारी के अंदर बनवा दूं. मैंने इनकार किया तो उन्होंने चारदीवारी का काम रुकवा दिया और गुस्से में टीचर को निलंबित कर दिया.

स्कूल के छात्रों ने निलंबन रद्द करने की मांग करते हुए क्लास में जाना बंद कर दिया है.

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