2008 मुंबई आतंकी हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा को अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका मिला है. यूएस सुप्रीम कोर्ट ने भारत के पक्ष में फैसला देते हुए राणा की प्रत्यर्पण संबंधी याचिका खारिज कर दी है. इस याचिका में राणा ने भारत में अपना प्रत्यर्पण रोकने की मांग की थी. कहा जा रहा है कि इस फैसले के बाद अब राणा को भारत लाने का रास्ता साफ हो गया है. पाकिस्तानी मूल का कनाडाई बिजनेसमैन तहव्वुर राणा फिलहाल अमेरिका के लॉस एंजिल्स में मेट्रोपॉलिटन डिटेंशन सेंटर में बंद हैं. भारत आने से बचने के लिए राणा ने पूरी ताकत लगाई थी.
तहव्वुर राणा को आना पड़ेगा भारत, US सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की प्रत्यर्पण रोकने की याचिका
Tahawwur Rana Extradition: अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला भारत के लिए बेहद अहम है. तहव्वुर राणा 26/11 Mumbai Terror Attack का आरोपी है. अब भारत को उसे न्याय के कटघरे में लाने का मौका मिलेगा.

इंडिया टुडे से जुड़ीं नलिनी शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी कोर्ट की केस लिस्टिंग से पता चलता है कि पहले राणा ने प्रत्यर्पण पर स्टे लगाने के लिए एक याचिका दायर की थी जो 28 फरवरी 2025 को कोर्ट में लिस्ट हुई थी. लेकिन जस्टिस एलेना कगन ने इस याचिका को खारिज कर दिया.

इसके बाद राणा ने यूएस सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस जॉन जी रॉबर्ट्स जूनियर के पास आवेदन किया. लेकिन 7 अप्रैल को सुप्रीम कोर्ट ने भी उसकी अपील को अस्वीकार कर दिया. सोमवार को सुप्रीम कोर्ट ने एक नोटिस जारी कर कहा कि राणा का आवेदन अस्वीकार कर दिया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक इस फैसले से भारतीय अधिकारियों को राहत मिली है, क्योंकि वे सालों से राणा के प्रत्यर्पण का इंतजार कर रहे थे.
इस साल फरवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान एक और दिलचस्प घटना घटी थी. अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने एलान किया था कि राणा को भारत प्रत्यर्पित किया जाएगा, ताकि उसके खिलाफ मुंबई हमलों को लेकर ट्रायल चलाया जा सके.
ट्रंप ने कहा था,
“मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि मेरे प्रशासन ने 2008 के मुंबई आतंकवादी हमले के साजिशकर्ताओं में से एक (तहव्वुर राणा) और दुनिया के सबसे बुरे लोगों में से एक के प्रत्यर्पण को मंजूरी दे दी है, ताकि वो भारत में कानूनी कार्यवाही का सामना करे. वह कानून का सामना करने के लिए भारत वापस जा रहा है.”
राणा का नाम सीधे तौर पर मुंबई हमलों के साजिशकर्ताओं में शामिल है. वो पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली के साथ मिलकर हमलों की साजिश रचने में शामिल था. राणा पर आरोप है कि उसने लश्कर-ए-तैयबा (एलईटी) आतंकवादी समूह के मदद से हेडली को मुंबई हमलों के लिए समर्थन दिया था.
राणा का संबंध पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली से है, जिसे दाऊद गिलानी के नाम से भी जाना जाता है. हेडली भी मुंबई आतंकी हमलों का आरोपी है. राणा पर हेडली और पाकिस्तान में मौजूद अन्य लोगों को आतंकवादी संगठन लश्कर-ए-तैयबा (LeT) को हमले को अंजाम देने में मदद करने का आरोप है.
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