UCC पर BJP की मुश्किलें बढ़ती दिख रही हैं. विपक्षी पार्टियां, अलग-अलग धार्मिक और आदिवासी संगठन तो इसका विरोध कर ही रहे थे, अब BJP के सहयोगी भी UCC के ख़िलाफ़ खुलकर बोल रहे हैं.
सुर्खियां: UCC पर बढी BJP की मुश्किलें, सहयोगी पार्टी ने 'बगावत' कर दी
अलग-अलग धार्मिक और आदिवासी संगठन भी UCC का विरोध कर रहे हैं.
ख़बर है कि तमिलनाडु में BJP की सहयोगी AIADMK ने UCC का विरोध किया है. AIADMK ने आज अपना पिछला चुनावी घोषणापत्र जारी करते हुए कहा कि UCC देश के अल्पसंख्यक समुदाय की धार्मिक स्वतंत्रता को नुक़सान पहुंचा सकता है. इसीलिए AIADMK ने केंद्र सरकार से अपील की है कि वे UCC के लिए संविधान में कोई संशोधन न करें.
AIADMK से पहले BJP की एक और सहयोगी पार्टी UCC के विरोध में आई: शिरोमणी अकाली दल (SAD). दल ने UCC को लेकर दिल्ली में सिख संगठनों की एक बैठक की. इनकी दिल्ली यूनिट ने UCC का न केवल विरोध किया, बल्कि भविष्य में किसी भी सहयोग से पहले BJP को UCC का आईना दिखाने की बात कही. उन्होंने सिखों को जागरुक करने के लिए दिल्ली में बड़ा सम्मेलन करने का ऐलान किया है.