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'विदेश में सेटलमेंट, सिर पर लॉरेंस का हाथ... ', सुखदेव गोगामेड़ी के शूटर्स ने बताया क्यों मारीं गोलियां?

Sukhdev Gogamedi Murder के आरोपी शूटर रोहित राठौड़ और नितिन फौजी ने गोगामेड़ी का मर्डर क्यों किया? किस वादे ने उनसे ये सब करवा दिया? कहां से हथियार मिले थे? पूछताछ में दोनों ने क्या बताया है?

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गोल्डी बरार की तरह वादे किए गए थे | फोटो: आजतक

गोली मार दो, विदेश में सेटल करवाएंगे, पैसा और हथियार खूब मिलेगा और सुनो सिर पर हमेशा हाथ रहेगा गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का. ये वो वादे हैं, जो श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के मुखिया सुखदेव सिंह गोगामेड़ी का मर्डर करने वाले 2 शूटर - रोहित राठौर और नितिन फौजी - से किए गए थे. चंडीगढ़ के एक होटल से अरेस्ट किए गए दोनों शूटर्स ने खुद पुलिस पूछताछ में ये बात कबूल की है.

किसके कहने पर किया मर्डर?

इंडिया टुडे से जुड़े अरविंद ओझा की एक रिपोर्ट के मुताबिक सुखदेव सिंह गोगामेड़ी केस का मुख्य हत्यारोपी रोहित राठौड़ रेप केस में राजस्थान की अजमेर जेल में बंद था, वो वहां रोहित गोदारा के राइट हैंड वीरेंद्र चारण के सम्पर्क में आया. उसने पूछताछ में बताया कि रेप केस में सुखदेव उसके खिलाफ पैरवी कर रहे थे. वो सुखदेव से नाराज था. इसका फायदा वीरेंद्र  चारण ने उठाया और सुखदेव की हत्या के लिए उसे तैयार किया. वहीं, नितिन फौजी पर हरियाणा के महेंद्रगढ़ में किडनैपिंग का केस दर्ज है. वो भी जेल में रहने के दौरान वीरेंद्र चारण के संपर्क में आया था.

किस वादे पे गोगामेड़ी का मर्डर  कर दिया?

पुलिस के मुताबिक इन दोनों शूटर्स को विदेश जाकर सेटल होना था. वीरेंद्र ने इनको विदेश में सेटल कराने का भरोसा दिया था. और ये लालच देकर ही इन्हें मर्डर के लिए तैयार किया.

इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक दिल्ली पुलिस के एक अधिकारी ने बताया,

'दोनों शूटर्स को आश्वासन दिया गया था कि गैंगस्टर लॉरेंस और उसके सहयोगियों द्वारा उनकी देखभाल की जाएगी. उन्हें बताया गया कि उन्हें 15-20 दिनों के भीतर पासपोर्ट मिल जाएगा और उन्हें भारत छोड़ने और गोल्डी बरार की तरह आजादी से विदेश में जिंदगी जीने का मौका मिलेगा. रोहित गोदारा ने मर्डर के लिए 50 हजार रुपये के हथियार भी भेजे... ' 

आरोपी नितिन फौज, रोहित राठौड़ और उधम (फोटो- इंडिया टुडे)
कैसे पकड़े गए दोनों शूटर्स?

शनिवार, 9 दिसंबर की रात को, दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच और राजस्थान पुलिस के एक संयुक्त ऑपरेशन में रोहित राठौड़ और नितिन फौजी को चंडीगढ़ से गिरफ्तार किया गया था. इनके साथ उधम सिंह नामक एक व्यक्ति को भी पकड़ा गया, जो कथित तौर पर इनकी भागने में मदद कर रहा था. पुलिस के मुताबिक हत्या करने के बाद शूटर्स ने हथियारों को छुपा दिया ताकि भागते समय ट्रेन या बस में चेकिंग के दौरान पकड़े ना जाएं. हथियार छिपाकर वे राजस्थान से हरियाणा के हिसार पहुंचे और फिर मनाली चले गए. मनाली से वे चंडीगढ़ जाकर एक होटल में रुके, जहां से पुलिस ने उन्हें अरेस्ट कर लिया. आरोपी शूटर्स फरारी के दौरान मोबाइल का इस्तेमाल कर रहे थे. पुलिस आरोपियों तक टेक्निकल सर्विलांस के जरिए पहुंची. शूटर्स ने जिस जगह पर हथियार छिपाए हैं, अब पुलिस उन जगहों पर जाकर हथियार बरामद करेगी.

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कौन है वीरेंद्र चारण?

वीरेंद्र चारण एक लाख का इनामी गैंगस्टर है. राजस्थान के चूरू जिले के सुजानगढ़ का रहने वाला है. साल 2015 में हुए रामलाल मेघवाल हत्याकांड में उसका नाम आया था. इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार करके जेल भेज दिया. जेल में वो कई गैंगस्टरों के संपर्क में आया. वहां उसने अपना एक नेटवर्क बना लिया, जिसमें आनंदपाल सिंह से लेकर रोहित गोदारा तक शामिल थे. साल 2022 में उसे जमानत मिली तो जेल से बाहर आ गया. इसके बाद उसने गोगामेड़ी के करीबी गैंगस्टर राजू ठेहट की हत्या की साजिश रची. उसके लिए शूटरों का इंतजाम किया. इस हत्याकांड के बाद वो नेपाल होते हुए दुबई भाग गया.

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