महाराष्ट्र के नागपुर शहर में कार की हेडलाइट को लेकर हुए विवाद के दौरान राज्य रिजर्व पुलिस बल (SRPF) के एक जवान ने 54 साल के एक शख्स को थप्पड़ मार दिया जिसके बाद उसकी मौत हो गई. आरोपी जवान का नाम निखिल गुप्ता है. उम्र 30 साल. उसके खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है.
54 साल के शख्स को 30 साल के जवान ने थप्पड़ मारा, मौत, सिर्फ कार की लाइट बंद करने को बोला था!
पार्किंग में कार की लाइट शख्स के चेहरे पर पड़ रही थी, तो उसने हेडलाइट बंद करने को कहा था. आरोपी राज्य रिजर्व पुलिस बल के जवान पर गैर-इरादतन हत्या का केस दर्ज.
घटना वाठोडा थाने में अंतर्गत माता मंदिर इलाके की है. 21 सितंबर की रात को निखिल यहां अपनी बहन से मिलने पहुंचा था. SRPF जवान अपनी गाड़ी पार्क कर रहा था. तभी मुरलीधर रामरावजी नेवारे वहां पहुंचे. उनके चेहरे पर निखिल की गाड़ी की हेडलाइट की रोशनी पड़ी तो उन्होंने विनम्रतापूर्वक हेडलाइट बंद करने को कहा.
पुलिस के मुताबिक, इस बात से SRPF जवान नाराज हो गया और दोनों के बीच झगड़ा शुरू हो गया. तभी निखिल ने नेवारे को जोरदार थप्पड़ मार दिया. पीड़ित तुरंत जमीन पर गिर पड़ा. आसपास मौजूद लोगों ने उसे पास के अस्पताल में भर्ती कराया. खबर है कि एक दिन बाद 23 सितंबर को मुरलीधर नेवारे की मौत हो गई.
पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी जवान निखिल के खिलाफ IPC की धारा 304 (गैर-इरादतन हत्या) के तहत मामला दर्ज किया गया है.
पुलिस जवानों ने विकलांग को पीटादो महीने पहले इस तरह का एक मामला उत्तर प्रदेश के देवरिया से सामने आया था. एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें यूपी पुलिस के दो कर्मी एक विकलांग युवक को पीटते दिखे. मामला रुद्रपुर कस्बे के आदर्श चौराहे का है. अहलादपुर मरकड़ी गांव के रहने वाले सचिन सिंह 2016 में मुंबई में एक ट्रेन हादसे में शिकार हो गए थे. उन्होंने अपने दोनों पैर गंवा दिए थे.
29 जुलाई की रात को सचिन ने ड्यूटी पर तैनात दो पुलिसकर्मियों से बगल में लगे हैंडपंप से बोतल में पानी भरने की बात कही. इसी बात से नाराज होकर पुलिसकर्मियों ने उनकी बेरहमी से पिटाई कर दी. दोनों पुलिसकर्मी प्रांतीय रक्षक दल (PRD) के जवान निकले. उनकी पहचान अभिषेक सिंह और राजेंद्र मणि के रूप में हुई. एक्शन लेते हुए दोनों को ड्यूटी से हटा दिया गया.
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