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सोनू सूद अब मनीष कश्यप को देशभक्त बता गए, और क्या कहा जो बहस छिड़ गई?

सोनू सूद ने ट्वीट में दोनों बातें लिख दी हैं. मनीष को देशभक्त भी बता दिया. और ये भी कह दिया कि कानून से ऊपर कोई नहीं!

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ट्वीट के बाद लोगों ने सोनू सूद पर भी सवाल उठा दिए(फोटो: आजतक)

यूट्यूबर मनीष कश्यप पर जब से राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) की धाराएं लगी हैं, तभी से सोशल मीडिया पर बहस जारी है. कुछ को ये ज़रूरत से ज़्यादा कठोर लगा. और कुछ ने कहा मनीष ने जो किया, उससे देश के दो राज्यों और उनके लोगों के बीच वैमनस्य पनप सकता था. इसीलिए NSA जैसे सख्त कानून के तहत कार्रवाई तो बनती थी. अब बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद का इस बहस में दाखिल हुए हैं. उन्होंने एक ट्वीट में लिखा,  

‘जितना मैं मनीष कश्यप को जानता हूं, उसने हमेशा बिहार के लोगों की भलाई के लिए आवाज उठाई है. हो सकता है कि उसने भी कुछ गलती की हो, लेकिन मैं यह विश्वास के साथ कह सकता हूं कि उसने देशहित में ही लड़ाई लड़ी. हमारे देश में न्याय और कानून से ऊपर कुछ भी नहीं है. जो होगा, सही होगा.’


सोनू के ट्वीट में दोनों बातें हैं - कि मनीष देशहित के लिए लड़ा. और न्याय-कानून से ऊपर कोई नहीं. सरसरी निगाह से देखने पर सोनू का ट्वीट मनीष कश्यप के पक्ष में ही नज़र आता है. बाद में न्याय-कानून की बात से ‘बैलेंस’ बनाया गया है.

सोनू के ट्वीट पर लोगों ने भी कॉमेंट्स की भरमार कर दी है. हेतराम गोठवाल नाम के एक यूजर ले लिखा.

'वो एक गालीबाज व्यक्ति है. आपकी हम बहुत इज्जत करते हैं सर उसके चक्कर में मत पड़ो.'

अश्विनी यादव नाम के यूजर ने लिखा, 

‘आपसे ये उम्मीद नहीं थी, अफसोस. आपने इस बार निराश किया है भैया. आपको ये नहीं करना चाहिए था.’

नदीम नाम के यूदर ने लिखा,

'जितना सोनू सूद जी को जानता हूं, वो सहायता करने वाले अच्छे व्यक्ति हैं, पर दंगाई का बचाव करने पर उन्हें शर्म आनी चाहिए.'

कुछ लोग मनीष कश्यप के समर्थन में भी उतरे. नीरज पाठक नाम के यूजर ने लिखा,

‘मनीष कश्यप को आपका साथ चाहिए, उनको बदले की भावना से प्रेरित होकर उन्हें फंसाया जा रहा है.’

एक यूजर ने सोनू को धन्यवाद करते हुए लिखा, 

‘अपने यूट्यूब चैनल के माध्यम से मनीष कश्यप निरंतर बिहार के नेताओं और सरकारी बाबुओं की भ्रष्ट व्यवस्था की पोल खोल रहे थे. इसी कारण से मनीष कश्यप को आज राजनीतिक प्रताड़ना झेलनी पड़ रही है.’

इन सारी बातों के संदर्भ के लिए जान लें कि मनीष कश्यप के मामले में अब तक क्या-क्या हुआ है-

-मनीष कश्यप का कहना था कि तमिलनाडु में बिहार के प्रवासी मजदूरों के साथ दुर्व्यवहार हो रहा है. उसने इससे जुड़ा एक वीडियो भी शेयर किया. जिसे तमिलनाडु और बिहार की पुलिस ने फर्जी करार दिया. तमिलनाडु में बिहार के मज़दूरों पर हमलों की सारी खबरें बाद में फर्ज़ी निकलीं और दोनों सूबों की पुलिस ने भ्रामक जानकारियां फैलाने वालों पर एक्शन लेना शुरू किया.
-पुलिस मनीष कश्यप को पकड़ने की कोशिश कर रही थी और 18 मार्च, 2023 को मनीष कश्यप ने सरेंडर कर दिया.
-मनीष कश्यप पर मामले दर्ज करके न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया.
-बिहार पुलिस की पूछताछ के बाद मनीष कश्यप को तमिलनाडु पुलिस ट्रांजिट रिमांड पर ले गई.
- 3 अप्रैल को मदुरै की कोर्ट ने मनीष को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया. 
-तमिलनाडु पुलिस ने कोर्ट से मनीष की न्यायिक हिरासत बढ़ाने की मांग की थी. जिसपर 5 अप्रैल को कोर्ट ने फैसला सुनाया और मनीष को 19 अप्रैल तक के लिए न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. 
-5 अप्रैल को ही मनीष ने सुप्रीम कोर्ट में भी याचिका दायर की थी. उसने सुप्रीम कोर्ट से अंतरिम जमानत देने और अलग-अलग राज्यों में दर्ज हुईं FIR को एक साथ क्लब करने की गुजारिश की थी. इसी दिन खबर आई कि मनीष पर महात्मा गांधी के अपमान को लेकर भी एक मामला दर्ज किया जा रहा है. 
- अब मनीष पर NSA के तहत भी मामला दर्ज कर लिया गया है.

वीडियो: मनीष कश्यप पर क्यों लगाया गया है NSA? क्या अब जेल में ही रहेगा मनीष कश्यप?