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कांग्रेस के नेताओं का बीजेपी पर बड़ा हमला, कहा- "हमें असहाय बनाकर चुनाव में..."

Lok Sabha Election 2024 से पहले एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष Mallikarjun Kharge ने कहा कि केंद्र सरकार कांग्रेस को असहाय बनाकर फ्री और फेयर चुनाव की बात करती है. खरगे के साथ-साथ पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधा.

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राहुल गांधी, सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने बीजेपी पर बोला हमला (फोटो: X/ANI)

लोकसभा चुनाव 2024 (Lok Sabha Election 2024) से पहले कांग्रेस पार्टी की तरफ बीजेपी पर जमकर हमला बोला गया है. 21 मार्च को हुए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) के साथ-साथ पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने बीजेपी पर निशाना साधा.  

राहुल गांधी के मुताबिक बैंक अकाउंट फ्रीज होने के कारण पार्टी को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. उन्होंने कहा,

“एक महीने पहले कांग्रेस पार्टी के सारे बैंक अकाउंट फ्रीज कर दिए गए. अगर किसी परिवार के बैंक अकाउंट फ्रीज करेंगे तो वह भूखा मर जाएगा. यह कांग्रेस पार्टी के साथ किया गया लेकिन किसी संस्था ने, कोर्ट ने, चुनाव आयोग ने, किसी ने कुछ नहीं कहा. आज नौबत ये है कि हम रेलवे टिकट नहीं खरीद सकते और हम अपने नेताओं को एक जगह से दूसरे जगह नहीं भेज सकते.”

वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार कांग्रेस को असहाय बनाकर फ्री और फेयर चुनाव की बात करती है. खरगे ने इलेक्टोरल बॉन्ड और कांग्रेस के बैंक अकाउंट पर आयकर विभाग की कार्रवाई को लेकर केंद्र सरकार को घेरा. उन्होंने कहा,

“सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी बॉन्ड को  गैर-कानूनी और असंवैधानिक करार दिया है. उस योजना के तहत मौजूदा सत्ताधारी पार्टी ने अपने खातों को करोड़ों-अरबों रुपये से भर लिए. जबकि दूसरी ओर साजिश के तहत मुख्य विपक्षी दल के बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं. ताकि पैसे के अभाव में चुनाव लड़ने में विपक्षी पार्टी को समान अवसर न मिले. यह सत्ताधारी दल का खतरनाक खेल है. अगर इस देश में लोकतंत्र को बचाना है, तो एक समान अवसर होना चाहिए.”

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खरगे ने आगे कहा,

“मैं ये नहीं बताना चाहता कि भाजपा ने कुछ कंपनियों से पैसे कैसे लिए? चूंकि, सुप्रीम कोर्ट इस मामले की जांच कर रहा है, मुझे उम्मीद है कि सच्चाई जल्द ही हमारे सामने होगी. मैं संवैधानिक संस्थाओं से अपील करता हूं कि अगर वे स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव चाहते हैं, तो उन्हें हमें अपने बैंक खातों का इस्तेमाल करने दें.  स्वतंत्र रूप से हमारे पैसों को हम तक पहुंचने दिया जाए. कोई भी राजनीतिक दल आयकर के दायरे में नहीं आता.”

खरगे ने साथ ही कहा,

“लोकसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो चुका है. लोकतंत्र के लिए जरूरी है कि चुनाव निष्पक्ष रूप से कराया जाए. इन चुनावों में सभी राजनीतिक दलों को समान अवसर मुहैया कराया जाए. ED, IT और अन्य केंद्रीय एजेंसियों पर किसी का भी नियंत्रण नहीं होना चाहिए. पिछले कुछ दिनों में सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद चुनावी बॉन्ड का जो डेटा सबके सामने आया है, उससे देश की छवि को नुकसान हुआ है.”

वहीं, सोनिया गांधी ने कहा,

“केंद्र की तरफ से ये कोशिश की जा रही है कि कांग्रेस को पंगु बना दिया जाए. ये लोकतंत्र पर हमला है. अगर कांग्रेस किसी भी तरह से चुनाव प्रचार में खर्च नहीं कर सके तो चुनाव किस बात का. पिछले एक महीने से हम हमारे 285 करोड़ का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं. अगर हम कोई काम नहीं कर सकते तो लोकतंत्र कैसे जिंदा रहेगा.”

बताते चलें कि ECI की तरफ से हाल में जो डेटा जारी किया गया था उसके मुताबिक चुनावी चंदा पाने वालों में BJP टॉप पर है. BJP को चंदे के तौर पर सबसे ज्यादा 6,060 करोड़ रुपये मिले. लिस्ट में दूसरा नाम तृणमूल कांग्रेस (TMC) का है. तृणमूल कांग्रेस को 1,609 करोड़ चंदे के तौर पर मिले हैं. जबकि कांग्रेस को जहां 1,422 करोड़ रुपये मिले हैं. वहीं  चौथे नंबर पर भारत राष्ट्र समिति है. उन्हें 1214 करोड़ रुपये चुनावी बॉन्ड के तौर पर मिले हैं. जबकि पांचवें नंबर पर बीजू जनता दल है, जिन्हें 775 करोड़ रुपये मिले हैं.

 

 

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