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3 Idiots वाले असली फुनसुख वांगड़ू बोले- मुझे घर में बंद कर दिया है

अमित शाह से अपील की- मामले में दखल दें.

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सोनम वांगचुक (फोटो-यूट्यूब)

सोनम वांगचुक का एक और वीडियो वायरल हो गया है. लद्दाख में समाज सुधार का काम करने वाले सोनम ने लद्दाख के लेफ्टिनेंट गर्वनर पर बड़े आरोप लगाए हैं (Sonam Wangchuk On Ladakh LG). उनका दावा है कि प्रशासन के खिलाफ आवाज उठाने को लेकर उन्हें नजरबंद कर दिया गया है. वीडियो में वो आरोप लगा रहे हैं कि लद्दाख में सिर्फ LG की मनमानी चल रही है और पिछले तीन साल से कोई काम नहीं हो रहा है. 

सोनम वांगचुक एक शिक्षक हैं. इन्हीं से प्रेरित होकर '3-इडियट्स' के रैंचो का किरदार बनाया गया था. सोनम का अपना यूट्यूब चैनल है जिस पर वो कुछ समय से वीडियो अपलोड कर लद्दाख से जुड़ी जानकारी देते रहते हैं. बता दें, आर्टिकल - 370 के निरस्त होने के बाद से ही लद्दाख में भूमि, संसाधनों और रोज़गार की सुरक्षा की मांग के लिए प्रदर्शन हो रहे हैं. आवाज़ उठाने वाले ग्रुप्स की मांग है कि उन्हें छठी अनुसूचि में शामिल किया जाए. यही मांग सोनम की भी है. उन्होंने मांग को लेकर अनशन की घोषणा भी की.  

वीडियो में सोनम कहते हैं-

जब मैंने घोषणा की थी कि मैं खारदोंग ला में अनशन करूंगा तो प्रशासन ने मुझसे कहा कि वहां खतरा है और आपको अपने हयाल इंस्टीट्यूट में ही अनशन करना चाहिए. 26 जनवरी की सुबह 4-5 बजे भारी पुलिस बल यहां आई. मैं हैरान था. उन्होंने बताया कि आपकी सुरक्षा के लिए ये इंतजाम किया गया है.

उन्होंने आगे बताया कि उसी दिन लेह के चोखांग विहारा मंदिर में लद्दाख के लोग एक दिन का अनशन कर रहे थे. वो वीडियो में कहते हैं-

मुझे मंदिर में बुलाया गया था. मैं मंदिर परिसर में गया. रात को कुछ पुलिसकर्मी वहां आए और जबरन धक्के मारकर मुझे ले गए. वो लोग मुझे उठाकर ले गए. 26 जनवरी के दिन ही सारे कानूनों का हनन हो रहा था. वो पुलिसकर्मी भी ऊपर से दबाव के चलते वो परेशान थे. यहां पुलिस का मिसयूज किया जा रहा है.

उन्होंने दावा किया-

प्रशासन को मेरी सुरक्षा की कोई परवाह नहीं बल्कि वो मेरी आवाज दबाना चाहते हैं. तीन साल से UT प्रशासन नाकाम रहा है. हर आदमी दुखी है. नौकरी नहीं मिल रही है. फंड है लेकिन इसका ज्यादातर हिस्सा वापस चला जाता है. 6 हजार करोड़ रुपये का क्या करना है इसका फैसला बस LG लेते हैं. 8-9 फीसदी ही जनता के चुने हुए लोगों को मिलता है.

उन्होंने आरोप लगाया कि 6 शेड्यूल के लिए आवाज उठाने पर लोगों के खिलाफ FIR कर दी गई है. वो कहते हैं-

हाल ही में लद्दाख में हुए हॉकी के मैच में कुछ युवाओं ने 6 शेड्यूल की बात कही तो पुलिस उन्हें थान ले गई. ये कहां का जुर्म है. हर पार्टी ने इसे अपने मेनिफेस्टो में रखा है लेकिन इस पर काम नहीं हो रहा.

उन्होंने अमित शाह ने अपील की कि वो मामले में दखल दें. सोनम ने दावा किया UT प्रशासन उनकी आवाज दबाने के लिए अलग अलग तरीके अपना रहा है. वो बताते हैं-

आज जब मैंने इस इललीगल हाउस अरेस्ट और प्रशासन की मनमानी के खिलाफ आवाज उठाई तो एक एक अधिकारी ने मुझे कागज धमा दिया. मुझसे एग्रीमेंट पर साइन करने को कहा है जिससे मैं कुछ ना बोल सकूं. अगर मैंने साइन नहीं किया तो वो कहते हैं कि मेरा डिटेंशन हो सकता है. हमारे स्कूल के तीन युवा शिक्षकों को थाने ले जाया गया है ताकि उनको बचाने के लिए मैं इस पर साइन करूं.

वो आखिर में दुख जताते हुए कहते हैं कि आज के इस लद्दाख से बेहतर तो हम कश्मीर में थे लेकिन हमें उम्मीद है कि कल का लद्दाख सुनहरा होगा.
 

वीडियो: असली 'रैंचो' सोनम वांगचुक ने 'लद्दाख के मन की बात' सुनाकर PM मोदी से क्या अपील कर डाली?