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मार्केट में आया 'डीजल वाला पराठा', गलती से भी खाया तो फेफड़ों का फ्यूल खत्म हो जाएगा!

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में दावा किया जा रहा कि इसमें पराठे को डीजल से पकाया जा रहा है. चंडीगढ़ के इस वायरल वीडियो पर लोगों की अलग अलग प्रतिक्रियाएं आ रही हैं.

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लोग इसे 'डीजल पराठा' कह रहे हैं. (Photo Credit -X )

आप किस तरह के तेल से खाना बनाते हैं? कुछ साल पहले तक लोग पूड़ी-पराठा बनाने के लिए वनस्पति तेल पर निर्भर थे. इनके साथ मिलने वाले डिब्बे का भी अपना क्रेज था. जो पानी और अचार भरने के काम आते थे. फिर आया टेलीविजन और लोगों को कोलेस्ट्रॉल शब्द के मायने सिखा गया. फिर उसके बाद तरह-तरह के कुकिंग ऑयल मार्केट में आए- रिफाइंड, सनफ्लावर, ग्राउंडनट और राइस ब्रान ऑयल . बहरहाल, तेल जरूरत से ज्यादा हमेशा से हानिकारक रहा है. लेकिन वायरल वीडियो ने इस पराकाष्ठा को ही पार कर दिया. जिसमें गाड़ियों में बतौर ईंधन इस्तेमाल किए जाने वाले तेल से पराठा बनाया जा रहा है.

अमूमन ठेले पर मिलने वाले खाने से परहेज रखने के लिए कहा जाता है. इसका कारण मैदे और साफ सफाई की कमी तो है. इसके अलावा एक ही तेल को कई बार प्रयोग में लाना भी है. लेकिन सोशल मीडिया प्लेटफार्म 'एक्स' पर एक वीडियो ने बवाल काटा है. वीडियो में दावा किया जा रहा कि पराठे को डीजल से पकाया जा रहा है. जी हां दावा, क्योंकि डीज़ल से पराठा बनाने की निंजा टेक्नीक के बारे में ना तो अभी तक कभी सुना है और ना ही देखा है. खाया तो बिल्कुल भी नहीं है. 

तो इस वैधानिक चेतावनी के बाद लौटते हैं वायरल वीडियो की ओर… वीडियो में दिख रहे बबलू नाम के शख्स ये काम 35 साल से कर रहे हैं. बबलू पराठे पर लगातार तेल डालते दिख रहे हैं जब तक कि वे तवे से भी बाहर न गिर जाएं. बबलू वीडियो में दिन के 200 से 300 पराठे बनाने का दावा करते हैं और लोग इसे पसंद भी कर रहे हैं. वीडियो में एक व्यक्ति ने इसके स्वाद की तारीफ में कसीदे पढ़ते हुए इसकी तुलना कचौड़ी से भी कर दी है. 

वायरल वीडियो में बबलू एप्रन और धूप का चश्मा पहने, टिन के डिब्बे से पराठे पर तेल डालते दिखते हैं. टिन का डिब्बा तो सरसों के तेल का जान पड़ता है. लेकिन दावा डीजल का किया जा रहा है. तेल के रंग जितने डार्क इस वीडियो में दिखाए तेल की तो पुष्टि नहीं की जा सकती. इसे चंडीगढ़ का बताया जा रहा है. फिलहाल इसे एक्स से हटा भी दिया गया है.  लेकिन लोग अभी भी इसे शेयर कर रहे हैं.
 
वीडियो को शेयर करते हुए लोगों ने सवाल खड़े किए हैं. इंडिया टुडे से जुड़े साहिल सिन्हा ने लिखा,

 “डीजल वाला पराठा…..सच में? चंडीगढ़ के इस ढाबे में पराठे को तलने के लिए डीजल का इस्तेमाल हो रहा है.

इन मास्टरसेफ को जल्द ही गिरफ्तार किया जाना चाहिए और इनके कस्टमरों को भी.”

एक अन्य यूजर के. पी. बृन्दा रेडी ने लिखा,

"ये तो कैंसर की रेसिपी है (पेट्रोल-डीजल वाला पराठा)

हम किस ओर बढ़ रहे हैं?"

अमित नाम के यूजर ने लिखा,

“ये डीजल नहीं है. ये किसी प्रकार का तेल है. उम्मीद है ये व्यूज पाने के लिए इस वीडियो को बना रहे हैं. इस पराठे को कोई नहीं खाने वाला.”

नीलकंठ नाम के यूजर ने लिखा,

"इस आदमी को जेल जाना चाहिए, कोई भी डीजल का पराठा नहीं खा सकता है".

बहरहाल वीडियो की सच्चाई कुछ भी हो लेकिन तेल की हालत देखकर काफी पुराना ही जान पड़ता है. इस तरह के तेल से दूरी बनाए. तली भुनी चीजों से परहेज करें. आप इस वीडियो के बारे में क्या सोचते हैं, हमें कॉमेंट बॉक्स में जरूर बताएं.

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