मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (CPI(M)) के महासचिव सीताराम येचुरी का निधन हो गया है. उन्होंने दिल्ली के AIIMS अस्पताल में 12 सितंबर की दोपहर अंतिम सांस ली. 72 साल के येचुरी की हालत पिछले कुछ दिनों से गंभीर बनी हुई थी. उन्हें AIIMS के ICU में ऑक्सीज़न सपोर्ट पर रखा गया था. लेकिन उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ.
सीताराम येचुरी का निधन, लंबे समय से बीमार थे CPI(M) महासचिव
पिछले कुछ दिनों से Sitaram Yechury की हालत गंभीर थी. उन्हें AIIMS के ICU में ऑक्सीज़न सपोर्ट पर रखा गया था.
येचुरी को 19 अगस्त को चेस्ट में इंफेक्शन और सांस लेने में तकलीफ होने पर एम्स में भर्ती कराया गया था. इस हफ्ते हालत बिगड़ने पर उन्हें ICU में शिफ्ट किया गया. एम्स के डॉक्टर्स का कहना है कि येचुरी को लंग्स इन्फेक्शन था और उनके शरीर के कई अंंगों ने काम करना बंद कर दिया था, जिसके बाद उनका निधन हो गया.
निधन के बाद येचुरी के परिवार ने उनके पार्थिव शरीर को एम्स अस्पताल को रिसर्च के लिए दान कर दिया है. जानकारी के मुताबिक सीताराम येचुरी का पार्थिव शरीर आज वसंत कुंज स्थित उनके आवास ले जाया जाएगा. इसके बाद कल शाम 6 बजे पार्टी कार्यालय में अंतिम दर्शन की तैयारी की जा रही है. अंत में पार्थिव शरीर को वापस AIIMS को सौंप दिया जाएगा.
येचुरी के निधन पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शोक जाहिर किया है. उन्होंने X पर लिखा-
सीताराम येचुरी जी मेरे मित्र थे. उन्हें देश के बारे में गहरी समझ थी. मुझे हमारी लंबी चर्चाएं याद आएंगी. दुख की इस घड़ी में उनके परिवार, मित्रों और अनुयायियों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी येचुरी के निधन पर दुख जाहिर किया. उन्होंने कहा-
सीताराम येचुरी के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ. वे एक अनुभवी सांसद थे. उनका निधन राष्ट्रीय राजनीति के लिए क्षति है. मैं उनके परिवार, मित्रों और साथ काम करने वालों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं.
येचुरी के राजनीतिक करियर पर नजर डालें तो वह 2005 से 2017 तक पश्चिम बंगाल से राज्यसभा के सांसद रहे. 2015 में प्रकाश करात के बाद येचुरी CPI(M) के महासचिव बने. पार्टी में 2018 और 2022 में दो बार इस पद के लिए फिर से चुने गए.
वीडियो: सीताराम येचुरी और प्रकाश करात के झगड़े की पूरी कहानी