दिल्ली शराब घोटाला मामले में आम आदमी पार्टी (AAP) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह की गिरफ़्तारी के बाद केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ़्तारी की ओर इशारा किया है. उन्होंने कहा है कि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया समेत बाक़ी आरोपियों को जेल हो चुकी है; अब इस 'घोटाले के सरगना' की बारी भी जल्द ही आएगी, जो अभी तक बाहर हैं. माना जा रहा है कि अनुराग ठाकुर के बयान में 'घोटाले के सरगना' का मतलब कोई और नहीं बल्कि अरविंद केजरीवाल ही हैं.
अरविंद केजरीवाल का जेल जाना तय? अनुराग ठाकुर ने एक बात बोल दिया साफ इशारा
भाजपा के मंत्रियों, सांसदों और नेताओं के बयानों से तो यही लगता है कि जांच की सीढ़ी अरविंद केजरीवाल तक जाएगी ही.
दिल्ली के भाजपा सांसद मनोज तिवारी ने भी कहा कि 'पापी' चाहे कितना भी चतुर क्यों न हो, उसे एक दिन सज़ा जरूर मिलती है. उन्होंने कहा,
"जिन महिलाओं के घर के सामने शराब की दुकानें खुलने से उनके बच्चे शराबी हो गए, उनका शाप अपना काम कर रहा है. संजय सिंह को तो गिरफ़्तार कर ही लिया गया है. जांच की आंच जल्द ही केजरीवाल तक भी पहुंचेगी."
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वहीं दिल्ली भाजपा के उपाध्यक्ष कपिल मिश्रा ने भी आरोप लगाए कि केजरीवाल सरकार की नीति से हज़ारों परिवार नष्ट हो गए. इनके अलावा, भाजपा नेता गौरव भाटिया ने दिल्ली के मुख्यमंत्री पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे. कहा कि वही अपने सांसदों और मंत्रियों को मजबूर कर अपना ख़ज़ाना भरवाते हैं.
पूर्व-उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और राज्यसभा सांसद संजय सिंह को शराब घोटाला मामले में गिरफ़्तार किया गया है, जबकि दिल्ली के पूर्व-स्वास्थ्य मंत्री सत्येन्द्र जैन पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप हैं. उन्हें ED ने धरा हुआ है. और अब भाजपा के मंत्रियों, सांसदों और नेताओं के बयानों से लगता यही है कि जांच की सीढ़ी अरविंद केजरीवाल तक जाएगी. लेकिन अरविंद केजरीवाल के ख़िलाफ़ अब तक सबूत कितने पुख़्ता हैं? हैं भी कि नहीं?
अप्रैल के मध्य में CBI ने दिल्ली के मुख्यमंत्री को इसी केस के संबंध में पूछताछ के लिए बुलाया था. हालांकि उन्हें आरोपी नहीं, बल्कि गवाह के तौर पर बुलाया गया था. CBI ने तो पूछताछ के बाद छोड़ दिया, लेकिन दावा है कि ED के पास केजरीवाल से संबंधित एक विटनेस है.
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दिनेश अरोड़ा. एक कारोबारी, जो घोटाले में आरोपी नामित किए गए थे. बाद में वो सरकारी गवाह बन गए. दिनेश अरोड़ा के ED को दिए गए बयान के मुताबिक़, वो दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल से उनके ही आवास पर मिले थे. सांसद संजय सिंह भी वहीं मौजूद थे. सूत्रों का कहना है कि संजय सिंह से मुलाक़ात के बाद ही दिनेश, मनीष सिसोदिया के संपर्क में आए थे.
भाजपा नेताओं का कहना है कि जेल में बंद आप नेताओं या सरकारी गवाहों में से ही कोई एक केजरीवाल का नाम ले लेगा.
अब तक कितनी गिरफ़्तारियां?दिल्ली की शराब नीति में कथित अनियमितताओं का हवाला देते हुए दिल्ली के एलजी वीके सक्सेना ने CBI जांच की सिफ़ारिश की थी. इसके बाद केजरीवाल ने नीति वापस ले ली. फिर इस मामले में एक के बाद एक गिरफ़्तारियां हुईं.
पिछले साल सितंबर में CBI ने एक इवेंट मैनेजमेंट कंपनी के पूर्व-CEO विजय नायर को गिरफ़्तार किया था. कथित तौर पर इस कंपनी का ताल्लुक़ AAP से था. CBI की FIR के मुताबिक़, नायर आबकारी नीति के बनने और लागू करने में हुई अनियमितताओं में शामिल थे. हालांकि, AAP ने कहा कि नायर सिर्फ़ एक पार्टी कार्यकर्ता थे और उनका शराब नीति से कोई संबंध नहीं था. फिर उसी महीने ED ने शराब रिटेलर समीर महेंद्रू को गिरफ़्तार किया.
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मामले में CBI की दूसरी गिरफ़्तारी - रॉबिन डिस्टिलरीज़ के निदेशक अभिषेक बोइनपल्ली. इन पर किसी कारोबारी को नफ़ा पहुंचाने के लिए पैरवी करने के आरोप लगे थे. फिर नवंबर 2022 में ED ने अरबिंदो फार्मा के सरथ रेड्डी और शराब की बड़ी कंपनी पेर्नो रेकार्ड के एक कार्यकारी बेनॉय बाबू को गिरफ़्तार किया था. सारथ रेड्डी तब से मामले में सरकारी गवाह बन गए हैं. फिर इस साल की फ़रवरी में सबसे बड़ी गिरफ़्तारी हुई - 8 घंटे की पूछताछ के बाद दिल्ली के तत्कालीन डिप्टी मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ़्तारी. इसी महीने ED ने YSRCP के एक सांसद के बेटे एम राघवन को गिरफ़्तार किया था.
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