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पेशाब कांड वाला प्रवेश शुक्ला धरा गया, पुलिस ने क्या-क्या धाराएं लगाईं?

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में प्रवेश शुक्ला सिगरेट पीते हुए एक व्यक्ति पर पेशाब कर रहा है. पीड़ित एक दिहाड़ी मजदूर है. वो आदिवासी समुदाय से आता है.

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आदिवासी आदमी पर पेशाब के मामले में आरोपी प्रवेश शुक्ला पुलिस हिरासत में. (फोटो: ट्विटर)

मध्य प्रदेश के सीधी जिले में आदिवासी व्यक्ति पर पेशाब करने के आरोपी प्रवेश शुक्ला (Pravesh Shukla) को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है. इससे पहले उसके खिलाफ IPC की धारा 294, 504 और SC/ST एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया. पुलिस ने बताया कि उससे पूछताछ की जा रही है और आगे की कानूनी कार्रवाई जल्द ही की जाएगी.

सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में प्रवेश शुक्ला सिगरेट पीते हुए एक व्यक्ति पर पेशाब कर रहा है. पीड़ित एक दिहाड़ी मजदूर है. वो आदिवासी समुदाय से आता है. पुलिस का कहना है कि वो बहुत डरा हुआ है. वो आरोपी के खिलाफ कोई केस दर्ज नहीं कराना चाहता है. रीवा रेंज के DIG मिथलेश शुक्ला ने बताया कि वायरल वीडियो छह दिन पुराना है. पुलिस को ये वीडियो 4 जुलाई की शाम 4 बजे मिला है.

मामले पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए. इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर 4 और 5 जुलाई की दरमियानी रात आरोपी को हिरासत में लिया. 

आरोपी का बीजेपी कनेक्शन?

प्रवेश शुक्ला को BJP के विधायक केदारनाथ शुक्ला का प्रतिनिधि बताया जा रहा है. लेकिन विधायक ने इस बात से इनकार किया है. आजतक से जुड़े रवीश पाल सिंह से बातचीत में केदारनाथ शुक्ला ने कहा कि वो प्रवेश शुक्ला को जानते हैं लेकिन उसे कभी प्रतिनिधि नहीं बनाया है. मध्यप्रदेश के BJP मीडिया प्रभारी आशीष अग्रवाल ने भी कहा है कि प्रवेश शुक्ला नाम के व्यक्ति का BJP से कोई संबंध नहीं है.

वहीं आरोपी प्रवेश शुक्ला के पिता रमाकांत शुक्ला ने कहा कि उनका बेटा विधायक प्रतिनिधि है. आजतक के हेमेंद्र शर्मा की रिपोर्ट के मुताबिक रमाकांत शुक्ला ने कहा,

"मेरा बेटा  प्रवेश शुक्ला BJP नेता है और 4-5 साल से विधायक प्रतिनिधि है. इसीलिए वो राजनीतिक षड्यंत्र का शिकार हो रहा है."

सोशल मीडिया पर एक अखबार की एक न्यूज कटिंग वायरल हो रही है, जिसमें प्रवेश शुक्ला के विधायक प्रतिनिधि चुने जाने की खबर है. उसकी कई BJP नेताओं के साथ फोटो भी सामने आई हैं.

इस बीच पीड़ित का एक एफिडेविट भी सामने आया है.

उसमें लिखा है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो झूठा और फर्जी है. एफिडेविट के मुताबिक, प्रवेश शुक्ला ने पीड़ित के साथ ऐसा कोई काम नहीं किया है. हालांकि, वीडियो में प्रवेश की घटिया हरकत साफ दिख रही है.

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